यूपी में अब दादा-दादी व नाना-नानी दिवस भी मनेगा : शासन ने एक अक्टूबर को यह दिवस मनाने का लिया निर्णय, स्कूल-कालेजों में रुचि के कार्यक्रम पेश किये जाएंगे
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब दादा-दादी एवं नाना-नानी दिवस भी मनाया जाएगा। सरकार ने स्कूल और कॉलेजों में प्रतिवर्ष एक अक्टूबर को यह दिवस मनाने का निर्णय लिया है। यूपी सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के शांतिपूर्वक, सुरक्षित एवं सम्मानपूर्वक ढंग से जीवन यापन के लिए उत्तर प्रदेश राज्य वरिष्ठ नागरिक नीति बनाई है। इस नीति के अंतर्गत ही दादा-दादी एवं नाना-नानी दिवस मनाया जाएगा।
इस दिवस के दौरान परिवार के वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से बुलाया जाएगा। दादा-दादी व नाना-नानी को सुखमय पारिवारिक माहौल देने के लिए उनकी रूचि के कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे। इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश समाज कल्याण विभाग को दिए गए हैं। जबकि स्कूलों और कॉलेजों में दिवस के आयोजन को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग तथा उच्च शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए हैं। राज्य वरिष्ठ नागरिक नीति में अंतर्पीढीय संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए प्राविधान किया गया है। इसके लिए मीडिया का सहारा लिया जाएगा। नीति के अंतर्गत यह व्यवस्था दी गई है कि बच्चों एवं युवाओं को वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं से परिचित कराया जाएगा। इसके साथ बच्चों को अपने दादा-दादी एवं नाना-नानी अथवा अभिभावक एवं समाज के वरिष्ठ नागरिकों के प्रति जागरूक एवं संवदेनशील होने की शिक्षा दी जाएगी। इस विषय में शैक्षिक पाठय़कर्मो में वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं के प्रति जागरूक करना तथा उनके प्रति आदर का भाव पेश करने संबंधी मूल्यपरक शिक्षा को शामिल किया जाएगा। वृद्धावस्था से संबंधित जानकारी एवं शिक्षा के लिए पठन सामग्री तैयार की जाएगी। वरिष्ठ नागरिकों को भी उनके अधिकारों के बारे में शिक्षित एवं जागरूक किया जाएगा। अशक्त एवं आर्थिक रूप से निर्बल वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों को 400 रुपए वृद्धावस्था पेंशन की शुरुआत की गई है।
यूपी सरकार ने इसके लिए राज्य वरिष्ठ नागरिक नीति में घोषणा की है। नीति के क्रियान्वयन को लेकर सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है। पेंशन के लिए पेंशन योग्य पात्र वरिष्ठ नागरिकों का चयन पारदर्शी तरीके से किया जाएगा। पेंशन राशि का वितरण निश्चित समय पर किया जाएगा। पेंशन की धनराशि एक अप्रैल से की गई है। इसमें सरकार राज्यांश में प्रतिमाह 100 रुपए की बढ़ोत्तरी करेगी।
इस दिवस के दौरान परिवार के वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से बुलाया जाएगा। दादा-दादी व नाना-नानी को सुखमय पारिवारिक माहौल देने के लिए उनकी रूचि के कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे। इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश समाज कल्याण विभाग को दिए गए हैं। जबकि स्कूलों और कॉलेजों में दिवस के आयोजन को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग तथा उच्च शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए हैं। राज्य वरिष्ठ नागरिक नीति में अंतर्पीढीय संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए प्राविधान किया गया है। इसके लिए मीडिया का सहारा लिया जाएगा। नीति के अंतर्गत यह व्यवस्था दी गई है कि बच्चों एवं युवाओं को वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं से परिचित कराया जाएगा। इसके साथ बच्चों को अपने दादा-दादी एवं नाना-नानी अथवा अभिभावक एवं समाज के वरिष्ठ नागरिकों के प्रति जागरूक एवं संवदेनशील होने की शिक्षा दी जाएगी। इस विषय में शैक्षिक पाठय़कर्मो में वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं के प्रति जागरूक करना तथा उनके प्रति आदर का भाव पेश करने संबंधी मूल्यपरक शिक्षा को शामिल किया जाएगा। वृद्धावस्था से संबंधित जानकारी एवं शिक्षा के लिए पठन सामग्री तैयार की जाएगी। वरिष्ठ नागरिकों को भी उनके अधिकारों के बारे में शिक्षित एवं जागरूक किया जाएगा। अशक्त एवं आर्थिक रूप से निर्बल वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों को 400 रुपए वृद्धावस्था पेंशन की शुरुआत की गई है।
यूपी सरकार ने इसके लिए राज्य वरिष्ठ नागरिक नीति में घोषणा की है। नीति के क्रियान्वयन को लेकर सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है। पेंशन के लिए पेंशन योग्य पात्र वरिष्ठ नागरिकों का चयन पारदर्शी तरीके से किया जाएगा। पेंशन राशि का वितरण निश्चित समय पर किया जाएगा। पेंशन की धनराशि एक अप्रैल से की गई है। इसमें सरकार राज्यांश में प्रतिमाह 100 रुपए की बढ़ोत्तरी करेगी।
यूपी में अब दादा-दादी व नाना-नानी दिवस भी मनेगा : शासन ने एक अक्टूबर को यह दिवस मनाने का लिया निर्णय, स्कूल-कालेजों में रुचि के कार्यक्रम पेश किये जाएंगे
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
6:30 AM
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