15 हजार शिक्षक भर्ती की काउंसलिंग में बीएलएड एवम् डीएड प्रशिक्षण योग्यताधारी अभ्यर्थियों को केवल प्रथम वरीयता वाले जनपद में शपथपत्र लेकर प्रतिभाग कराने के सम्बन्ध में आदेश
इलाहाबाद : अध्यापक बनने के लिए एक ही भर्ती में बार-बार आवेदन लिए जाने के साइट इफेक्ट सामने आने लगे हैं। कई ऐसे अभ्यर्थी चिन्हित हुए हैं जिन्होंने पहले किसी और जिले को प्रथम वरीयता देकर आवेदन किया और बाद में फिर मौका मिलने पर दूसरे जिलों को प्रथम वरीयता दी गई है। इससे तमाम अभ्यर्थियों को प्रथम काउंसिलिंग में ही कई जिलों में अवसर देने की संभावना बढ़ गई है।
बेसिक शिक्षा परिषद सचिव ने आदेश दिया है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी आवेदकों से इस आशय का शपथपत्र लें कि इसी जिले को वह प्रथम वरीयता दे रहे हैं। सूचना गलत दी जाती है तो अभ्यर्थियों की दावेदारी निरस्त होगी। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 15 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया 9 दिसंबर 2014 से शुरू हुई। नियुक्ति पूरी करने के लिए परिषद को चार बार अलग-अलग समय में ऑनलाइन आवेदन लेने को वेबसाइट खोलनी पड़ी। हर बार इसके लिए न्यायालय या फिर शासन ने निर्देश जारी किया। अब 14 एवं 21 जून को इसकी काउंसिलिंग होनी है।
परिषद के संज्ञान में आया है कि बीएलएड एवं डीएड (विशेष शिक्षा) प्रशिक्षण योग्यताधारी अभ्यर्थियों की ओर से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में पहले किसी एक जिले को वरीयता दी गई। बाद में उन्हीं अभ्यर्थियों ने दूसरे जिलों को प्रथम वरीयता देकर आवेदन कर दिया। कई ने एक से अधिक बार ऑनलाइन आवेदन किया है।
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