अनुदेशकों को प्रतिमाह 9800 रु. मानदेय, जल्द शासनादेश जारी करने का आश्वासन, उर्दू शिक्षक भर्ती समेत अन्य भर्तियों में समिति उठाएगी कदम
अनुदेशकों को प्रतिमाह 9800 रु. मानदेय, जल्द शासनादेश जारी करने का आश्वासन, उर्दू शिक्षक भर्ती समेत अन्य भर्तियों में समिति उठाएगी कदम
लखनऊ : उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात करीब 31 हजार अनुदेशकों के लिए खुशखबरी है। शुक्रवार को विधानसभा में बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने कहा है कि अंशकालिक अनुदेशकों को अब प्रतिमाह 9800 रुपये मानदेय दिए जाएंगे। जल्द ही इसके लिए शासनादेश जारी किया जाएगा। शिक्षा मित्रों, टीइटी उत्तीर्ण बीएड डिग्री धारकों और उर्दू शिक्षकों की समस्या के समाधान के लिए उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में बनी समिति महत्वपूर्ण कदम उठाएगी।
विधानसभा में शुक्रवार को कांग्रेस दल नेता अजय कुमार लल्लू, आराधना मिश्र, मसूद अख्तर, राकेश सिंह, नरेश सैनी और सोहिल अख्तर अंसारी ने अनुदेशकों, शिक्षा मित्रों के मामले में सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराने की मांग की थी। अजय कुमार लल्लू का कहना था कि मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा था कि अनुदेशकों को 17 हजार रुपये मानदेय दिए जाएंगे लेकिन, अभी तक उन्हें प्रतिमाह सिर्फ 8470 रुपये मिल रहे हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रलय द्वारा अनुदेशकों को 17 हजार रुपये दिये जाने के लिए भुगतान भी हो चुका है।
अजय लल्लू ने चार हजार उर्दू शिक्षकों की भर्तियां न होने समेत बेसिक शिक्षा से जुड़े कई प्रमुख मुद्दों को रखा। उनका तर्क था कि एक लाख 70 हजार शिक्षा मित्रों के भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है। सरकार बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने में नाकाम साबित हुई है। ग्राम रोजगार सेवकों, होमगार्ड, चौकीदार और आशा बहुओं की नियमित नियुक्ति न होने से भी आक्रोश बढ़ रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में भी वृद्धि और उनकी नियमित नियुक्ति पर भी लल्लू ने जोर दिया। उत्तर प्रदेश प्राथमिक विद्यालयों में 68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती परीक्षा संपन्न हो गई है और पांच सितंबर को उनको नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।
No comments:
Post a Comment