कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाएं होंगे समायोजित, बेसिक शिक्षा मंत्री के दखल के बाद आदेश जारी


लखनऊ। प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में वर्षों से कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं को अब उनके विषय का पद सृजित नहीं होने पर हटाया नहीं जाएगा। उन्हें अन्य केजीबीवी में संबंधित विषय के पद पर समायोजित किया जाएगा।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी के दखल के बाद बुधवार शाम स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने समायोजन का आदेश जारी किया है। समायोजन के लिए हर जिले में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति को अधिकृत किया गया है। रिक्त पद उपलब्ध होने पर समिति गाइडलाइन के अनुसार समायोजन कर सकती है। समायोजन से पहले संबंधित शिक्षिका से लिखित में सहमति ली जाएगी। पूर्णकालिक शिक्षिका और छात्रावास संचालिका के पद पर महिलाओं का ही समायोजन किया जाएगा। इन पदों पर पुरुषों का समायोजन नहीं होगा। प्रदेश में संचालित 746 केजीबीवी में कार्यरत शिक्षकों की संविदा के नवीनीकरण की कार्यवाही चल रही है। पूर्व में जारी आदेश के तहत शिक्षक-शिक्षिकाओं का संविदा नवीनीकरण, जिस विषय का पद सृजित हैं, इस विषय के शिक्षक-शिक्षिका होने पर ही किया जाता है। हिंदी, संस्कृत, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेजी जैसे मुख्य विषय की पूर्णकालिक शिक्षिका का पद रिक्त होने के बाद भी वहां पहले से कार्यरत क्राफ्ट, शारीरिक शिक्षा और कंप्यूटर विषय की पार्टटाइम शिक्षकों को समायोजित नहीं किया जा रहा है। काफ्ट, शारीरिक शिक्षा और कंप्यूटर की पार्ट टाइम शिक्षक-शिक्षिका का पद खाली होने के बाद भी पहले से कार्यरत मुख्य विषयों की शिक्षकों को समायोजित नहीं किया जा रहा है। संविदा का नवीनीकरण नहीं होने पर उन्हें केजीबीवी से हटाए जाने की कवायद शुरू हो गई थी। करीब डेढ़ दशक से केजीबीवी में कार्यरत शिक्षकों को हटाने का प्रदेश भर से विरोध शुरू हो गया था। शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने गत दिनों बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री से मिलकर उन्हें अपनी परेशानी बताई थी। मंत्री ने महानिदेशक को समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए थे।

Enter Your E-MAIL for Free Updates :   
 व्हाट्सप के जरिये जुड़ने के लिए क्लिक करें।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाएं होंगे समायोजित, बेसिक शिक्षा मंत्री के दखल के बाद आदेश जारी Reviewed by Brijesh Shrivastava on 7:34 AM Rating: 5

No comments:

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.