समीक्षा : परिषदीय स्कूलों के कायाकल्प में दर्जन भर जिले रहे फिसड्डी, आधार प्रमाणीकरण व आधार बनवाने की प्रक्रिया में चार जिलों की रफ्तार धीमी

समीक्षा : परिषदीय स्कूलों के कायाकल्प में दर्जन भर जिले रहे फिसड्डी, 

आधार प्रमाणीकरण व आधार बनवाने की प्रक्रिया में चार जिलों की रफ्तार धीमी



लखनऊ : प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित सरकारी प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों की बदहाल स्थिति को सुधारने के लिए चल रहे ऑपरेशन कायाकल्प में दर्जन भर जिले फिसड्डी मिले हैं। शासन ने इनके साथ ही अन्य सभी जिलों को शत प्रतिशत सुधार के निर्देश दिए हैं। वहीं, समीक्षा बैठक में गैरहाजिर बलिया व आगरा के बीएसए से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए गए हैं।


ऑपरेशन कायाकल्प में पाया गया है कि इसके 19 मानकों में प्रदेश में औसतन 81 फीसदी प्रगति है, लेकिन सीतापुर में यह सबसे कम 66 फीसदी है। कुशीनगर, प्रतापगढ़, बांदा, उन्नाव, गोंडा, गोरखपुर, कन्नौज, मऊ, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़ व बलिया में 75 प्रतिशत से कम प्रगति है। खराब प्रगति वाले स्कूलों की सूची डीएम-सीडीओ को उपलब्ध न कराने पर अंबेडकरनगर, बाराबंकी, अयोध्या, फर्रुखाबाद हमीरपुर, कानपुर देहात कानपुर नगर, मथुरा व उन्नाव के बीएसए से जवाब-तलब किया गया है। साथ ही ऑपरेशन कायाकल्प के 



◆  सभी मानकों की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा के निर्देश दिए गए।

◆ प्रमुख सचिव ने समीक्षा बैठक में विभिन्न कार्यक्रमों के संचालन की स्थिति पर किया जवाब तलब

◆ बलिया और आगरा के गैरहाजिर बीएसए से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश


विद्यालय गोद लेने को बढ़ावा दें

प्रदेश में 2223 परिषदीय विद्यालय ही राजपत्रित अधिकारियों द्वारा गोद लिए गए हैं। इसलिए सभी बीएसए से कहा गया कि वे अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों, प्राइवेट संस्थाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं को विद्यालय गोद लेने के लिए प्रेरित करें।

आधार बनवाने व प्रमाणीकरण में सीतापुर पिछड़ा

छात्रों का नए सत्र में नामांकन का कुल लक्ष्य 2 करोड़ 10 लाख, 093 है। इसके सापेक्ष 1 करोड़ 77 लाख 94 हजार 181 छात्रों का नामांकन हुआ है। इन बच्चों का आधार से सत्यापन होना है। इसलिए जिनका आधार है, उससे सत्यापन और जिनका नहीं है, उनका आधार बनवाकर सत्यापन किया जाना है। इस क्रम में नवीन नामांकन 32 लाख 12 हजार 699 का हुआ है। वहीं इसके सापेक्ष प्रदेश स्तर पर आधार सत्यापन का प्रतिशत 15.14 है। आधार सत्यापन में सबसे खराब स्थिति बलिया में 5.78, मऊ 5.99, मैनपुरी 6.17, सिद्धार्थनगर 6.71 व सोनभद्र में 6.76 प्रतिशत है। वहीं आधार प्रमाणीकरण व नया आधार बनवाने की दो प्रक्रियाओं में सीतापुर समेत चार जिले पिछड़े हैं। सीतापुर की 42.02, खीरी 43.69, रायबरेली 45.97 व उन्नाव की 48.46 प्रतिशत प्रगति है।

 यू डायस पोर्टल पर एंट्री भी धीमी

यू डायस पोर्टल पर विद्यालयों के विवरण दर्ज करने में कई जिले फिसड्डी हैं। इनमें हरदोई से 0.83, फिरोजाबाद 2.41, आजमगढ़ 2.74, इटावा 2.87 व एटा से 3.07 प्रतिशत एंट्री की गई है। समग्र शिक्षा की गतिविधियों को संपादित करने आदि के लिए संविदा पर प्रत्येक ब्लॉक में एमआईएस कोऑर्डिनेटर रखने की कार्यवाही केवल अंबेडकरनगर, महोबा, श्रावस्ती, सहारनपुर व मऊ में पूरी की गई है। 53 जिलों में चयन शून्य व 16 में आंशिक है। शून्य चयन वाले जिलों से स्पष्टीकरण मांगने के लिए कहा गया है।
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