1.63 लाख शिक्षामित्र सीधे बनेंगे शिक्षक
- शिक्षकों की रैली में कल सीएम कर सकते हैं ऐलान
लखनऊ।
प्रदेश की सपा सरकार ने आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए शिक्षकों का दामन
सौगातों से भरने की तैयारी कर ली है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सहायता
प्राप्त स्कूलों में बरसों से कार्यरत 2448 तदर्थ शिक्षकों और प्राइमरी
स्कूलों में पढ़ा रहे 1.63 लाख शिक्षा मित्रों को नियमित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री
के प्रमुख सचिव राकेश कुमार गर्ग की ओर से सोमवार को बैठक बुलाई गई थी
जिसमें बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी, राज्य मंत्री योगेश प्रताप
सिंह की मौजूदगी में इस पर सहमति बनी। उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव बुधवार को शिक्षकों की रैली में खुद इसकी घोषणा करेंगे।
- नियमित करने मेंटीईटी आड़े नहीं आएगा
वर्ष
2000 से प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षा मित्रों को नियमित कर
सहायक अध्यापक का वेतनमान देने पर सहमति बनी। ये शिक्षा मित्र पैरा टीचर की
श्रेणी में आते हैं। इन्हें फिलहाल 3500 रुपये प्रति माह मानदेय मिलता है।
सरकार का मानना है कि चूंकि ये पहले से ही शिक्षक की श्रेणी में आते हैं
और बच्चों को पढ़ा रहे हैं, इसलिए इन्हें नियमित करने में टीईटी आड़े नहीं
आएगा। गौरतलब है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने नए शिक्षकों को रखने
पर टीईटी अनिवार्य किया है।
- ये तदर्थ शिक्षक होंगे नियमित
8
अगस्त 1993 से 30 दिसंबर 2000 तक माध्यमिक शिक्षा परिषद से सहायता प्राप्त
स्कूलों में रखे गए 2448 तदर्थ शिक्षकों को नियमित किया जाएगा।
- सरकार पर अतिरिक्त बोझ नहीं
तदर्थ
शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा परिषद से निर्धारित वेतनमान दिया जा रहा है।
इन्हें केवल नियमित किया जाना है। इनके नियमितीकरण से सरकार पर कोई
अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं आएगा।
.
खबर साभार : अमर उजाला
1.63 लाख शिक्षामित्र सीधे बनेंगे शिक्षक
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
7:34 AM
Rating:
No comments:
Post a Comment