तीन माह में निपटायें मृतक आश्रितों के केस : बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने अफसरों को चेतावनी दी
- शिक्षक गैरहाजिर मिले तो बीएसए व एसडीआई नपेंगे
- मार्च में होगी वार्षिक परीक्षा
लखनऊ (एसएनबी)। प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने अफसरों को चेतावनी दी है कि विद्यालयों में निरीक्षण के दौरान यदि शिक्षक गैरहाजिर मिले, तो इसके लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और खण्ड शिक्षा अधिकारी (एसडीआई) जिम्मेदार होंगे। उन्होंने शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति को सुनिश्चित कराने के साथ ही मृतक आश्रितों के नौकरी के मामलों का निस्तारण तीन महीने, सभी विद्यालयों में फरवरी में खेलकूद व मार्च में वार्षिक परीक्षा कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि विद्यालयों में पठन-पाठन में शिथिलता मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। हसन ने यहां बेसिक शिक्षा निदेशालय में अफसरों के साथ विभागीय समीक्षा की और ताकीद की कि अध्यापकों को बीएसए आफिस के बाबुओं के सामने खड़े होने की नौबत न आये। सभी अधिकारियों को इस बाबत निर्देश दिये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण के लिए कटिबद्ध है। मंत्री ने मृतक आश्रितों के नौकरी के मामलों को तीन महीने में नियमानुसार निस्तारण कराने पर जोर दिया। इसके साथ ही कहा कि विद्यालयों में मार्च 2016 में वार्षिक परीक्षा का आयोजन अनिवार्य तौर पर किया जाएगा। समीक्षा बैठक में सचिव बेसिक शिक्षा, राज्य परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान, मध्याह्न भोजन के निदेशक, एससीईआरटी के निदेशक, निदेशक साक्षरता व बेसिक शिक्षा निदेशक सहित अन्य अफसर मौजूद थे।
तीन माह में निपटायें मृतक आश्रितों के केस : बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने अफसरों को चेतावनी दी
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
7:53 AM
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