शिक्षा की गुणवत्ता की निगरानी अब करेगा पोर्टल 'प्रशिक्षक', शिक्षकों और उन्हें ट्रेनिंग देने वाले संस्थानों के मानदंड अब होंगे निर्धारित


🔴 इस पोर्टल के जरिये देश के 588 जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्रों के 9802 छात्रों व 12647 प्रशिक्षकों की सारी जानकारी पहली बार करायी गयी है उपलब्ध 

🔵 केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने किया पोर्टल लांच, कहा-अब शिक्षकों और उन्हें ट्रेनिंग देने वाले संस्थानों के मानदंड हो जाएंगे निर्धारित

नई दिल्ली।केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने देश में शिक्षा का प्रकाश फैलाने के लिए हर नागरिक और राज्य सरकार से आगे आने का आह्वान करते हुए कहा है कि शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए अब शिक्षकों एवं उन्हें प्रशिक्षण देने वाले संस्थानों की निगरानी की जायेगी। ईरानी ने बृहस्पतिवार को यहां प्रशिक्षक पोर्टल को लांच करने के बाद यह बात कही। इस पोर्टल के जरिये देश के 588 जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्रों के 9802 छात्रों व 12647 प्रशिक्षकों की जानकारी पहली बार उपलब्ध कराई गयी है। इस पोर्टल का निर्माण गैर सरकारी संगठन सेंट्रल स्क्वायर एजुकेशन ने किया है।

समारोह में गुजरात, हरियाणा, मध्यप्रदेश, झारखंड, पंजाब आदि के शिक्षा मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि देश में शिक्षा के प्रकाश को फैलाने और गुणवत्ता को लेकर उदासीन वातावरण से शिक्षा को उबरने के लिए न केवल राज्यों के मंत्रियों और अधिकारियों बल्कि देश के हर नागरिकों को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि अस्सी के दशक में डाइट को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता का प्रावधान तो किया गया लेकिन उसकी निगरानी की कोई व्यवस्था नहीं थी पर चार दशक बाद इस व्यवस्था को शुरू किया जा रहा है। इसके लिए आज यह पोर्टल लांच किया गया। उन्होंने लखनऊ, भोपाल, पुणो, गुवाहाटी, हैदराबाद और वाराणसी के डाइट से जुड़े लोगों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पोर्टल के बारे में संवाद भी किया।

ईरानी ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर पूरा देश चिंतित है लेकिन अब इस पोर्टल के बन जाने से शिक्षकों और उन्हें प्रशिक्षण देने वाली संस्थानों के मानदंड निर्धारित हो जायेंगे। इससे राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी,देश में कितने शिक्षकों की कमी है, डाइट के पाठ्यक्रमों में कब क्या बदलाव किये गए,उसकी जानकारी भी मिल सकेगी। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि शिक्षा के सम्बन्ध में आंकड़ों और जमीनी हकीकत के बीच काफी अंतर है।
उन्होंने शिक्षकों को पुरस्कार के लिए चुनते समय छात्रों और अभिभावकों के आकलन को भी शामिल करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल में क्षेत्रीय भाषाओं को भी स्थान मिलेगा और राज्यों से प्राप्त जानकारियों को शामिल किया जायेगा। इस मौके पर मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ. रामशंकर कठेरिया और श्री उपेन्द्र कुशवाहा ने भी शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए शिक्षकों को प्रक्षिक्षण देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का व्यक्तित्व प्रेरणादायक होना चाहिए क्योंकि उनके बिना समाज और देश को ठीक नहीं किया जा सकता।

शिक्षा की गुणवत्ता की निगरानी अब करेगा पोर्टल 'प्रशिक्षक', शिक्षकों और उन्हें ट्रेनिंग देने वाले संस्थानों के मानदंड अब होंगे निर्धारित Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी on 8:25 AM Rating: 5

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