16448 शिक्षक भर्ती में जिलों को भेजे गये डाटा में नहीं किया गया संशोधन, फर्जीवाड़े की आशंका से ग्रस्त आवेदकों ने सौंपा ज्ञापन, डीएड एवं बीएलएड अभ्यर्थियों की अलग से काउंसिलिंग की मांग
परिषदीय स्कूलों में 16448 शिक्षकों भर्ती की काउंसिलिंग अगले सप्ताह से शुरू हो रही है। इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद मुख्यालय से जिलों को डाटा भेजा गया है, लेकिन उसे अफसरों ने संशोधित नहीं किया है। इससे योग्य अभ्यर्थियों का चयन खटाई में पड़ने के आसार हैं। यही नहीं अभ्यर्थी अब यह मांग कर रहे हैं कि डीएड एवं बीएलएड अभ्यर्थियों की अलग से काउंसिलिंग कराई जाए।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 16 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए बड़ी संख्या में आवेदन हुए हैं। अब उनकी अगले सप्ताह से काउंसिलिंग शुरू हो रही है। जिन अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होनी है उनका ब्योरा परिषद मुख्यालय की ओर से जिलों को भेजा गया है, लेकिन इसमें तमाम कमियां रह गई हैं।
ऐसे अनेकों अभ्यर्थियों के नाम भेज दिए गए हैं जिनके आवेदन में टीईटी के अंक तक दर्ज नहीं है। यही नहीं जो शिक्षामित्र पिछली भर्तियों में चयनित हो चुके हैं वह भी नए सिरे से दावेदार बने हैं। इतना ही नहीं 2013 बैच के बीटीसी अभ्यर्थियों को भी मदर लिस्ट से अभी तक हटाया नहीं गया है। हालांकि परिषद ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि वह शासनादेश जारी होने के बाद जिनकी अर्हता शर्ते पूरी हुई हैं उन्हें काउंसिलिंग में मौका न दिया जाए, लेकिन इतने के बाद भी अभ्यर्थियों में यह आशंका है कि इससे योग्य एवं कम मेरिट वाले अभ्यर्थी शिक्षक बनने की रेस से बाहर हो जाएंगे।
बीटीसी संघ के प्रदेश संयोजक अजीत मिश्र ने शुक्रवार को इस संबंध में एक ज्ञापन परिषद मुख्यालय को सौंपा है इसमें वह साक्ष्य भी संलग्न किए गए हैं कि किस तरह आंख मूंदकर अभ्यर्थियों के नाम जिलों को भेज दिए गए हैं। उधर अफसरों का कहना है कि जो कमियां बताई जा रही हैं उसी के लिए काउंसिलिंग आयोजित हो रही है। जिन अभ्यर्थियों ने आवेदन पत्र ठीक से नहीं भरा है या फिर उनके अभिलेख दुरुस्त नहीं है तो वह भर्ती प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे। यह भर्ती पारदर्शी तरीके से होगी इसमें कोई कयास नहीं लगाया जाना चाहिए।
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