INTERDISTRICT TRANSFER : शिक्षकों को देना होगा एक और शपथ पत्र, वरिष्ठता का दावा न करने के बाद अब निकाय न बदले जाने संबंधी हलफनामा होगा देना
इलाहाबाद : अंतर जिला तबादले पर जाने वाले शिक्षकों को एक और शपथ पत्र देना होगा। कार्यमुक्त होने से पहले दस रुपये के स्टांप पर लिखकर देना होगा कि वह जिस निकाय में कार्यरत रहे हैं दूसरे जिले में उसी निकाय में ज्वाइन करेंगे। यानि ग्रामीण के शिक्षक ग्रामीण में एवं शहर वाले से शहर में ही कार्यभार लेंगे। यह कदम इसलिए उठाया गया है,ताकि गड़बड़ी करके कोई शिक्षक दूसरे निकाय में न पहुंच जाए, जिससे पूरी प्रक्रिया पर सवाल खड़े हों।
बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों की अंतर जिला तबादला सूची जारी हो चुकी है। अब शिक्षकों को कार्यमुक्त एवं कार्यभार ग्रहण कराने की प्रक्रिया तेज है। शिकायतें लगातार मिल रही हैं कि कुछ शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन में हेराफेरी करके ग्रामीण से नगर में तबादला करा लिया है और बेसिक शिक्षा अधिकारी काउंसिलिंग में भी इसे पकड़ नहीं पाए या फिर उसकी अनदेखी कर दी। इससे सतर्क परिषद ने हलफनामे का निर्देश दिया है, ताकि इसके बाद यदि कोई शिक्षक गड़बड़ी करता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जा सके। अंतर जिला तबादला नीति में ही शिक्षकों से वरिष्ठता को लेकर शपथ पत्र देने का निर्देश हुआ था। असल में तबादले पर जाने वाले शिक्षक की वरिष्ठता खत्म हो जाएगी वह नए जिले में सबसे कनिष्ठ होगा। ऐसे में आगे वह वरिष्ठता का दावा न कर सके इसलिए शपथ पत्र काउंसिलिंग के समय ही लिया गया है। परिषद ने कार्यभार ग्रहण करने की तारीख बढ़ाकर अब 10 सितंबर कर दिया है।
कब तक के हुए प्रमोशन बताएं बीएसए : अंतर जिला तबादलों में सबसे अधिक आवेदन सीतापुर जिले से रहे हैं। यहां के 1300 से अधिक शिक्षकों ने दूसरे जिलों में तबादला मांगा था। उनमें से अधिकांश की मुराद भी पूरी हुई है। सीतापुर में 2011 तक नियुक्त सहायक अध्यापकों की पदोन्नति हो चुकी है। ऐसे में सीतापुर के बीएसए ने अन्य जिलों के बीएसए से पूछा है कि उनके यहां पदोन्नति किस वर्ष तक हो चुकी है, ताकि उसी के अनुरूप शिक्षकों को कार्यमुक्त किया जा सके।
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