मानव सम्पदा पोर्टल पर चल एवं अचल संपत्ति का विवरण प्रस्तुत करने के संबंध में
मानव संपदा पोर्टल पर देना होगा संपत्तियों का ब्यौरा, 31 मार्च तक का दिया गया समय
विभिन्न विभागों में कार्य करने वाले कर्मचारियों और शिक्षकों को अब अपनी चल-अचल संपत्ति का ब्योरा देना होगा। विवरण में जमीन, वाहन के साथ अन्य जानकारियों मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड करना होगा। शासन का आदेश आने के बाद कर्मचारियों और शिक्षकों का ब्योरा अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
शासन के आदेश में कहा गया कि शिक्षक, कर्मचारियों के पास कितनी चल-अचल संपत्ति है। इसका ब्योरा विभाग को उपलब्ध कराएं। इसके बाद विभाग के माध्यम से उसे मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।
शासन का उद्देश्य यह है कि अगर किसी कर्मचारी या शिक्षक का नाम घोटाला या घपलेबाजी प्रकरण में आया तो उसकी संपत्ति आदि की आसानी से जांच हो पाएगी। कहा गया है कि विभाग में कार्यरत शिक्षक और कर्मचारी अपनी नियुक्ति तिथि से लेकर उसके बाद हर पांच साल तक की अपनी संपत्ति का ब्योरा देंगे। इसके लिए निर्धारित समय भी रखा गया है। लापरवाही बरतने पर कार्रवाई का भी निर्देश दिया गया है।
अब शिक्षकों को भी चल-अचल संपत्ति का देना होगा ब्योरा
मानव संपदा पोर्टल पर करना होगा अपलोड, मार्च तक का समय
परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को अब अपनी चल-अचल संपति का ब्योरा देना होगा। कहां-कहां जमीन खरीदी और कौन-कौन गाड़ी रखे हैं। सबकुछ मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। महानिदेशक का पत्र आने पर विभाग यह ब्योरा मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड कराने में जुट गया है। आदेश में कहा गया है कि विभाग में कार्यरत सभी शिक्षकों को अपनी नियुक्ति तिथि से लेकर उसके बाद हर 5 साल तक की अपनी चल और अचल संपत्ति का ब्योरा देना होगा। इसके लिए निर्धारित समय भी रखा गया है।
31 मार्च तक साझा करें मानव संपदा पोर्टल पर चल- अचल संपत्ति की जानकारी
लखनऊ। शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों को बार-बार दिए गए निर्देशों के बाद भी मानव संपदा पोर्टल पर चल- अचल संपत्ति की घोषणा नहीं किये जाने से नाराज स्कूल शिक्षा महानिदेशालय ने इसके लिए अब समय सीमा तय कर दी है।
अब 31 मार्च तक बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा से जुड़े हर शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों को अनिवार्य रूप से अपनी चल-अचल संपत्तियों की जानकारी साझा करनी होगी। ऐसा नहीं करने वाले शिक्षक अथवा शिक्षणेत्तर कर्मियों के खिलाफ अप्रैल माह के वेतन रोकने से लेकर कार्रवाई होगी।
राज्य कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ अब शिक्षकों को भी बतानी होगी अपनी संपत्ति
अब शिक्षक- शिक्षिकाओं को भी अपनी चल- अचल संपत्तियों का ब्योरा देना होगा। इसके बाद ही उनके विभागीय कार्य संपन्न कर सकेंगे।
सरकार की ओर से राज्य कर्मियों और अधिकारियों से विगत काफी समय से विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों से उनकी चल-अचल संपत्तियों का विवरण मांगा जा रहा है। अब इसमें शिक्षकों को भी शामिल कर दिया गया है। इसके लिए एक मार्च को कार्यशाला भी आयोजित की गई है।
मानव सम्पदा पोर्टल पर चल एवं अचल संपत्ति का विवरण प्रस्तुत करने के संबंध में
समस्त अधिकारियों/शिक्षकों/शिक्षणेत्तर कर्मियों का मानव संपदा पोर्टल पर चल एवं अचल संपत्ति का विवरण पोर्टल पर फीड करने हेतु
देखें कार्यशाला वीडियो
🎥 यू-ट्यूब कार्यशाला हेतु लिंक :
मानव सम्पदा पोर्टल पर चल एवं अचल संपत्ति का विवरण प्रस्तुत करने के संबंध में
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
on
6:26 AM
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