विद्यालयों को कौशल केन्द्रों (skill hub) के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम के अन्तर्गत हेतु प्रथम चरण में चयनित उच्च प्राथमिक / कम्पोजिट विद्यालयों में एक अतिरिक्त कक्षा-कक्ष की रंगाई-पुताई लघु मरम्मत एवं पेंटिंग का कार्य कराए जाने के सम्बन्ध में
परिषदीय बच्चों को करके सीखने के लिए बनेगीं हर जिले में दो-दो स्किल लैब, लर्निंग बाई डूइंग लैब को लेकर कवायद तेज
लखनऊ। प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को करके सीखने के लिए हर जिले में दो-दो स्किल लैब स्थापित की जाएगी। लर्निंग बाई डूइंग लैब के तहत बच्चों को स्कूल में ही विभिन्न माध्यमों से करके सीखने का अवसर दिया जाएगा। इसके तहत कंपोजिट ग्रांट का प्रयोग किया जाएगा और बजट स्वीकृत दे दी गई है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत विद्यालयों को कौशल केंद्र के रूप में विकसित किया जाना है। इस दिशा में प्रदेश में काफी तेजी से प्रक्रिया शुरू हुई है। पहले चरण में हर ब्लॉक के दो उच्च प्राथमिक/ कंपोजिट विद्यालयों कुल 1772 विद्यालयों में लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। इसमें शिक्षक व प्रशिक्षक बच्चों को चार ट्रेड में दक्ष करेंगे।
यह ट्रेड इंजीनियरिंग एंड वर्कशॉप, एनर्जी एंड एनवायरमेंट, एग्रीकल्चर, नर्सरी व गार्डनिंग और होम एंड हेल्थ शामिल है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि चयनित विद्यालयों में प्रयोगशाला की स्थापना, चार ट्रेड से जुड़े टूल, किट, लैब से जुड़ी अन्य सामग्री लेकर आवश्यक प्रक्रिया जल्द पूरी की जाए। साथ ही कक्षा की रंगाई-पुताई, मरम्मत आदि के काम भी करा लिए जाएं।
विद्यालयों को कौशल केन्द्रों (skill hub) के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम के अन्तर्गत हेतु प्रथम चरण में चयनित उच्च प्राथमिक / कम्पोजिट विद्यालयों में एक अतिरिक्त कक्षा-कक्ष की रंगाई-पुताई लघु मरम्मत एवं पेंटिंग का कार्य कराए जाने के सम्बन्ध में
विद्यालयों को कौशल केन्द्रों (skill hub) के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से प्रथम चरण में प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक से 02 उच्च प्राथमिक/कम्पोजिट विद्यालयों, कुल 1772 विद्यालयों (संलग्नक -1), में 'लर्निंग-बाय-डूइंग' कार्यक्रम संचालित किया जाना है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत अध्यापक / प्रशिक्षक द्वारा विद्यालय के बच्चों को 04 ट्रेड्स यथा 1 इन्जीनियरिंग एण्ड वर्कशॉप, 2- एनर्जी एण्ड एन्वायरमेंट, 3- एग्रीकल्चर, नर्सरी एवं गार्डनिंग, 4- होम एण्ड हेल्थ के विभिन्न गतिविधियों का बच्चों के साथ सम्पादित किया जायेगा।
इन चयनित विद्यालयों में प्रयोगशाला की स्थापना हेतु 04 ट्रेड्स के विभिन्न टूल्स/इक्विमेंट एवं लैब सेटअप मटीरियल राज्य स्तर से चयनित फर्म द्वारा विद्यालयों में सीधे आपूर्ति की जायेगी तथा शेष सामग्री स्थानीय स्तर पर विद्यालय प्रबन्ध समिति द्वारा क्रय किये जायेंगें। इन चयनित विद्यालयों में लैब टूल्स एवं लैब स्थापना की सामग्री पहुँचने से पूर्व लर्निंग बाई डूइंग लैब स्थापना हेतु आवंटित कक्षा-कक्ष में कम्पोजिट ग्राण्ट की धनराशि से कई कार्य कराए जाने हैं।
विद्यालयों को कौशल केन्द्रों (skill hub) के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम के अन्तर्गत हेतु प्रथम चरण में चयनित उच्च प्राथमिक / कम्पोजिट विद्यालयों में एक अतिरिक्त कक्षा-कक्ष की रंगाई-पुताई लघु मरम्मत एवं पेंटिंग का कार्य कराए जाने के सम्बन्ध में
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
on
6:20 AM
Rating:
No comments:
Post a Comment