समेकित शिक्षा के अन्तर्गत इक्यूपमेंट फॉर रिसोर्स रूम के सम्बन्ध में
दिव्यांग बच्चों के लिए हर जिले में बनेंगे रिसोर्स रूम, फिजियोथेरेपिस्ट के साथ-साथ ब्रेल, साइन लैंग्वेज की भी सुविधा
आवश्यक उपकरण की खरीद के लिए सवा दो करोड़ स्वीकृत
लखनऊ। प्रदेश में दिव्यांग बच्चों को बेहतर पठन-पाठन व स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए हर जिले में समेकित शिक्षा के तहत एक रिसोर्स रूम बनाया जाएगा। इसमें बच्चों आदि की सुविधाएं होंगी। इसके लिए 2.24 लाख की राशि स्वीकृत की गई है।
बेसिक शिक्षा विभाग के लिए , साइन लैंग्वेज फिजियोथेरेपिस्ट के साथ ब्रेल, बीआरसी परिसर स्थित की खरीद के लिए विद्यालय में बनाए जाएंगे। अनुसार रिसोर्स रूम विद्यालय या पास के किसी इनके चयन में दिव्यांग बच्चों के आने-जाने की सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। इसे दिव्यांग बच्चों के शिक्षण-प्रशिक्षण का मॉडल बनाया जाएगा। इसके संचालन की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक व नोडल टीचर की होगी। इसमें स्पेशल शिक्षक व फिजियोथेरेपिस्ट सहयोग करेंगे।
राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा ने सभी बीएसए को निर्देश दिए हैं कि इस कक्ष में कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के साथ-साथ माध्यमिक विद्यालय के बच्चों को भी आवश्यक सहयोग दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिया है कि संबंधित ब्लॉक के बीईओ नोडल अधिकारी होंगे। रिसोर्स रूम के लिए आवश्यक उपकरण व सामग्री खरीदने के लिए जिले में सीडीओ की अध्यक्षता वाली कमेटी का गठन किया जाएगा। अधिकतम दो लाख रुपये की सामग्री खरीदी जाएगी। उन्होंने सभी आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर इसे 31 अगस्त तक क्रियाशील बनाने के निर्देश दिए हैं।
समेकित शिक्षा के अन्तर्गत इक्यूपमेंट फॉर रिसोर्स रूम के सम्बन्ध में
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