मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा के 66 और माध्यमिक शिक्षा के 15 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा के 66 और माध्यमिक शिक्षा के 15 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लोकभवन सभागार में शुक्रवार को भारत रत्न, पूर्व राष्ट्रपति एवं महान शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर बेसिक और माध्यमिक शिक्षा क्षेत्र के कुल 81 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया। इसमें बेसिक शिक्षा के 66 और माध्यमिक शिक्षा के 15 शिक्षक शामिल रहे।

कार्यक्रम में एससीईआरटी द्वारा तैयार की गई बाल कहानी संग्रह 'गुल्लक', 'बाल वाटिका' हस्त पुस्तिका, शैक्षिक नवाचारों के संकलन की पुस्तिका 'उद्गम' का विमोचन और उद्गम के डिजिटल प्लेटफॉर्म का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा से जुड़े 5-5 प्रधानाचार्य-शिक्षकों को सम्मान स्वरूप 25 हजार की धनराशि, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न भेंट किया।

सम्मानित शिक्षकों में बेसिक शिक्षा विभाग से भदोही के संतोष कुमार सिंह, मेरठ की रेनू सिंह, लखीमपुर खीरी की मोहिनी श्रीवास्तव, प्रयागराज की डॉ. रीना मिश्रा, गोरखपुर के प्रमोद कुमार सिंह शामिल रहे। माध्यमिक शिक्षा से जुड़े हमीरपुर के रामप्रकाश गुप्त, गाजियाबाद की कोमल त्यागी, बरेली की चमन जहां, जौनपुर की जंगबहादुर, गोरखपुर के विज्ञान अध्यापक डॉ. वीरेन्द्र कुमार पटेल को मुख्यमंत्री ने मंच से सम्मानित किया।


शिक्षकों ने पेश किया उदाहरणः सीएम योगी
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एक तरफ प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को लेकर स्कूल मर्जर और बाल वाटिका पर दुष्प्रचार किया जा रहा था, उसी समय कई विद्यालयों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों ने मेहनत और नवाचार से मिसाल पेश की। उन्होंने स्वयं ही कहा कि आओ हमारे विद्यालयों को देखो। ये किसी कॉन्वेंट और पब्लिक स्कूल को टक्कर देने में सक्षम हैं।

मुख्यमंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा कि सुल्तानपुर, वाराणसी और प्रदेश के कई जिलों में विद्यालयों ने नवाचार कर यह दिखा दिया कि सरकारी स्कूल भी गुणवत्ता में किसी से पीछे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब हम लिखी-पढ़ी परंपरा से हटकर काम करते हैं, तभी वह नवाचार कहलाता है और वही समाज के लिए प्रेरणा बनता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान नहीं, बल्कि एक समृद्ध राष्ट्र की आधारशिला है। शिक्षक समाज को दिशा देने वाले पथप्रदर्शक हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि पूरे देश में आज भी उत्तर प्रदेश के शिक्षक उत्कृष्ट शिक्षा के लिए सम्मानित हैं।

बाल वाटिका से शिक्षा
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति के अनुरूप तीन से छह वर्ष के बच्चों के लिए "बाल वाटिका" की शुरुआत की गई है। इस सत्र में प्रदेश में 5000 से अधिक बाल वाटिकाएं खुल चुकी हैं। इन बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों व मुख्यमंत्री पोषण मिशन से भी जोड़ा जा रहा है ताकि उत्तर प्रदेश की नींव सशक्त बन सके।

प्रधानाचार्यों को वितरित किया गया टैबलेट
इस अवसर पर प्रदेश के 2204 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को टैबलेट वितरण किया गया। इनमें महोबा से सरगम खरे और ज्ञानवंत सिंह, प्रयागराज के धर्मेन्द्र कुमार, चंदौली के राजेश यादव और गाजियाबाद की डॉ. विभा चौहान को मुख्यमंत्री द्वारा मंच से टैबलेट प्रदान किया गया।

अगले साल कक्षा चार में चलेंगी एनसीईआरटी की किताबें : संदीप सिंह
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सामग्री से बच्चों को समान शिक्षा मिल रही है। इसी क्रम में हम एनसीईआरटी की किताबों को अपने यहां भी लागू कर रहे हैं। कक्षा तीन तक इसे लागू किया जा चुका है। अगले साल से कक्षा चार में एनसीईआरटी की किताबें चलेंगी। उन्होंने कहा कि यह शिक्षकों को सिर्फ सम्मान ही नहीं, निष्ठा, योगदान को प्रणाम करने के लिए कार्यक्रम है। शिक्षक देश के शिल्पकार भी हैं। वे उस दीपक की तरह हैं जो खुद को जलाकर दूसरे को रास्ता दिखाते हैं। हमने शिक्षा की नई अलख पिछले आठ साल में जगाई है। बेसिक शिक्षा विभाग की छवि बदली है।

नकल पर पूरी तरह नकेल लगी
माध्यमिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने कहा कि योगी सरकार नै नकल पर पूरी तरह नकेल लगाई है। उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थी को विद्वान बनाता है और गुरु विद्यार्थी को महान। बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहा कि सरकार बच्चों को आधुनिक पद्धति से बिना भेदभाव शिक्षा दे रही है।

शिक्षकों के नवाचारों को प्रकाशित कराएं विभाग
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल वाटिका की पुस्तिकाएं सरल और रोचक हों, ताकि बच्चे खेल-खेल में सीखें और पढ़ाई को आनंददायक माने। उन्होंने कहा कि जिन शिक्षकों ने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार किए है, उनके उदाहरण प्रकाशित होकर सभी विद्यालयों तक पहुंचे और असेंबली में बच्चों के सामने रखे जाएं।

1236 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को शिक्षक दिवस के मौके पर प्रदेश के उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया। इस दौरान मंत्रीमंडल के सहयोगी व अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 1236 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में स्थापित स्मार्ट क्लास का भी लोकार्पण किया और पांच विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को इस बाबत मंच से प्रमाण पत्र प्रदान किया। इनमें बांदा के अजय प्रकाश सिंह, गाजीपुर के दिनेश यादव, गोरखपुर की किरणमई तिवारी, ललितपुर की अंजना वर्मा और गोरखपुर से विश्व प्रकाश सिंह शामिल थे। 

कार्यक्रम में माध्यमिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी, बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह, प्रभारी मुख्य सचिव अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार, महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा सहित प्रदेशभर से आये शिक्षकगण मौजूद रहे।




सीएम योगी आज बेसिक-माध्यमिक के 81 शिक्षकों को करेंगे सम्मानित, कई योजनाओं का भी होगा शुभारंभ, होगा लाइव प्रसारण 

लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री प्रधानाचार्यों को टैबलेट भी देंगे

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर परिषदीय विद्यालयों के 66 व माध्यमिक शिक्षा विभाग के 15 शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार देंगे।

लोकभवन में शाम चार बजे से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व मॉनीटरिंग के लिए टैबलेट, विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की स्थापना के लिए प्रधानाचार्यों को टैबलेट व प्रमाण पत्र भी वितरित करेंगे। वहीं इस अवसर पर राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की ओर से शिक्षकों के नवाचारों के संकल उद्गम व कहानी संग्रह गुल्लक का विमोचन करेंगे। साथ ही उद्गम के डिजिटल प्लेटफार्म का शुभारंभ व बाल वाटिका हस्तपुस्तिका का विमोचन भी करेंगे। वहीं प्रदेश के दो शिक्षकों को दिल्ली में राष्ट्रपति के हाथों राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा।


मुख्यमंत्री ने दी शिक्षक दिवस की बधाई

सीएम योगी ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं है। अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि महान दार्शनिक, प्रख्यात शिक्षाविद, पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। एक आदर्श शिक्षक के रूप में वे हमारे प्रेरणास्रोत रहे हैं। 

सीएम ने कहा कि देश व समाज की उत्तरोत्तर प्रगति में शिक्षा व शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने सभी शिक्षकों का आह्वान किया है कि वे शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने तथा अपनी भूमिका को राष्ट्र व समाज हित में और अधिक कारगर बनाने के लिए संकल्पबद्ध होकर प्रयास करें।



05 सितम्बर 2025 को मुख्यमंत्री के कर-कमलों से बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत वृहद् समारोह हेतु आयोजित कार्यक्रम का लाइव प्रसारण कराये जाने के सम्बन्ध में।
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