शिक्षणेतर कर्मचारियों को भी मिल सकती है कैशलेस इलाज की सुविधा, मुख्यमंत्री ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों के लिए की थी घोषणा

शिक्षणेतर कर्मचारियों को भी मिल सकती है कैशलेस इलाज की सुविधा, मुख्यमंत्री ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों के लिए की थी घोषणा

लखनऊ : अब शिक्षकों के साथ-साथ शिक्षणेतर कर्मचारियों को भी कैशलेस इलाज की सुविधा मिल सकती है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय अभी नहीं हुआ है, लेकिन शासन स्तर पर चल रही चर्चाओं में इन्हें भी प्रस्ताव में शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस पर बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा के शिक्षकों के लिए निश्शुल्क चिकित्सा सुविधा की घोषणा की थी। इसके बाद शिक्षा विभाग प्रस्ताव तैयार करने में जुट गया है। बीते दिवस शासन में हुई बैठक में इस योजना के दायरे और प्रक्रिया को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। 


शासन स्तर पर इसे प्रस्ताव में शामिल करने पर हो रही चर्चा
खासतौर पर माध्यमिक शिक्षा में स्ववित्तपोषित, संस्कृत विद्यालय और अनुदानित कालेज के शिक्षकों संग शिक्षणेतर कर्मचारियों को भी इस योजना का लाभ देने पर विचार किया जा रहा है। शिक्षा विभाग का प्रयास है कि जल्द से जल्द


शिक्षा विभाग जल्द ही योजना को देगा अंतिम रूप
योजना को अंतिम रूप दिया जाए। संभावना है कि दीपावली से पहले ही शिक्षकों और कर्मचारियों को इस सुविधा का लाभ मिलने लगे। इससे हजारों शिक्षकों और कर्मचारियों को बिना खर्च किए स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।




यूपी के शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा के लिए तैयार हो रहा प्रस्ताव, शिक्षक दिवस पर सीएम योगी ने की थी घोषणा

 लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी ने शिक्षक दिवस पर बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा के शिक्षकों के साथ शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और रसोइयों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा देने की घोषणा की थी। अब इस घोषणा को लागू करने की दिशा में काम शुरू हो गया है। बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा विभाग इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं।

 योजना के तहत शिक्षकों और उनके परिवार के सदस्यों को इलाज का लाभ मिलेगा। प्रदेश के करीब नौ से 10 लाख शिक्षकों को इसका फायदा पहुंचेगा। जल्द ही शिक्षा विभाग से यह प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा, जिसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।

वर्तमान में प्राथमिक विद्यालयों में 3,38,590 शिक्षक कार्यरत हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 1,20,860 शिक्षक कार्यरत हैं। 1,42,450 शिक्षामित्र और 25 हजार अनुदेशक कार्यरत हैं, जबकि एडेड माध्यमिक कालेजों में 65 हजार शिक्षक कार्यरत हैं।



दिवाली से पहले मिलेगा शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा का लाभ,  11 लाख शिक्षकों को कैशलेश चिकित्सा सुविधा नहीं देना होगा कोई अंश

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से शिक्षक दिवस पर प्रदेश के शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा देने की घोषणा की गई है। यह सुविधा शिक्षकों को दिवाली से पहले मिलेगी। इसका लाभ प्रदेश के 11 लाख शिक्षकों के साथ ही उनके 60 लाख से अधिक परिजनों को भी मिलेगा। इतना ही नहीं शिक्षकों को इसके लिए कोई अंश भी नहीं देना होगा। मुख्यमंत्री की ओर से प्रदेश भर के शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर दिए गए तोहफे से शिक्षकों और उनके परिजनों में खुशी की लहर है। 

इसके साथ ही कुछ सवाल भी मन में उठ रहे थे जिसका सरकार की ओर से समाधान किया गया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि किसी भी पात्र शिक्षक को कोई अंश नहीं देय होगा। यानी यह सुविधा पूरी तरह कैशलेस होगी।

यहीं यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस योजना का लाभ बेसिक में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक के शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक व रसोइया, माध्यमिक के अशासकीय सहायता प्राप्त व सेल्फ फाइनेंस विद्यालयों के शिक्षक, उच्च में अशासकीय सहायता प्राप्त व सेल्फ फाइनेंस महाविद्यालय के शिक्षकों व उनके परिजन इससे लाभान्वित होंगे।




"यूपी शिक्षकों को निःशुल्क आरोग्य उपहार योजना", कैशलेश चिकित्सा योजना के सम्बन्ध में योगी सरकार ने फुल पेज विज्ञापन के जरिए प्रीमियम आदि को लेकर उठ रहे सवालों पर लगाया ब्रेक


लखनऊ, 7 सितम्बर 2025। 
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवाली से पहले राज्य के शिक्षकों के लिए एक बड़ी सौगात का ऐलान किया है। अब आरोग्य उपहार योजना के अंतर्गत शिक्षकों और उनके परिजनों को पूरी तरह प्रीमियम मुक्त एवं निःशुल्क कैशलेश उपचार सुविधा उपलब्ध होगी।

सरकार के निर्णय के अनुसार इस योजना का दायरा 11 लाख से अधिक परिवारों और लगभग 60 लाख से अधिक पात्र व्यक्तियों तक होगा। मुख्यमंत्री योगी ने स्पष्ट किया कि अब किसी भी पात्र शिक्षक अथवा परिवारजन को इलाज के लिए कोई अंशदान नहीं देना होगा।


कौन होंगे पात्र?

बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक

माध्यमिक शिक्षा के अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षक

उच्च शिक्षा के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के शिक्षक

स्ववित्त पोषित विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के शिक्षक

शिक्षा मित्र, अनुदेशक एवं रसोइया भी इस योजना के अंतर्गत शामिल


इस योजना से लाभार्थियों को निजी अस्पतालों में भी कैशलेश इलाज की सुविधा मिलेगी।

शिक्षक समाज के स्तंभ होते हैं। अब तक उनके सामने सबसे बड़ी समस्या इलाज का भारी खर्च था, जिसे अपनी तनख्वाह से वहन करना कठिन होता था। योगी सरकार का यह निर्णय न केवल शिक्षकों को आर्थिक सुरक्षा देगा बल्कि उनकी सामाजिक गरिमा को भी सुदृढ़ करेगा।

यह योजना बताती है कि यदि राजनीतिक इच्छाशक्ति हो तो लाखों परिवारों के जीवन में वास्तविक बदलाव लाया जा सकता है। अब यह जिम्मेदारी भी शिक्षकों की है कि वे इस सुविधा का सही उपयोग कर, और अधिक समर्पण के साथ शिक्षा जगत को मजबूत करें।

शिक्षणेतर कर्मचारियों को भी मिल सकती है कैशलेस इलाज की सुविधा, मुख्यमंत्री ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों के लिए की थी घोषणा Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 6:36 AM Rating: 5

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