शिक्षिका रहीं मोनिका रानी ने संभाली महानिदेशक स्कूल शिक्षा पद की बागडोर, बोलीं – बच्चों का नामांकन व गुणवत्ता बढ़ाना पहली प्राथमिकता
शिक्षिका रहीं मोनिका रानी ने संभाली महानिदेशक स्कूल शिक्षा पद की बागडोर, बोलीं – बच्चों का नामांकन व गुणवत्ता बढ़ाना पहली प्राथमिकता
लखनऊ। सरकारी स्कूल से पढ़ीं और लगभग छह साल 2004 से 2010 तक दिल्ली के सरकारी स्कूल में शिक्षिका रहीं, 2011 बैंच की आईएएस मोनिका रानी ने शुक्रवार को महानिदेशक स्कूल शिक्षा की कमान संभाली। उन्होंने कहा कि चूंकि वह विभाग से करीब से जुड़ी रही हैं, ऐसे में उनके लिए विभाग में करने के लिए काफी कुछ है।
कुछ महीने पहले ही अपर महानिदेशक बनीं मोनिका रानी ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा का कार्यभार शुक्रवार को संभाल लिया। उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों का नामांकन बढ़ाना, गुणवत्ता बढ़ाना, सीएम मॉडल कंपोजिट विद्यालयों व अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों का समय से निर्माण कराना प्राथमिकता होगी। इसी तरह बच्चों में पढ़ाई के प्रति वैज्ञानिक रुचि का विकास, छात्राओं की शिक्षा की बेहतरी के लिए भी काम करेंगी।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों को भी बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। विभाग के लिए वे भी उदाहरण प्रस्तुत करेंगे। पाठन-पाठन के तरीकों को और अत्याधुनिक बनाने पर जोर दिया जाएगा। आज पहले दिन उन्होंने अलग-अलग यूनिट के अधिकारियों-कर्मचारियों से मुलाकात कर उनके कामकाज की जानकारी ली। अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ मिशन शक्ति, विकसित भारत आदि आगामी कार्यक्रमों के बारे में भी चर्चा की।
Who is IAS Monika Rani: कहां की रहने वाली हैं मोनिका रानी?
मोनिका रानी का जन्म एक मार्च 1982 में हरियाणा के गुरुग्राम में हुआ.बचपन से ही उनका सपना था IAS बनना. उनके भाई की मेहनत और पढ़ाई की लगन ने उन्हें बहुत प्रेरित किया. 2005 में उनकी शादी हो गई और जल्द ही वे मां बन गईं, लेकिन मां बनने और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बावजूद उन्होंने अपने सपने को नहीं छोड़ा.
Monika Rani Biography UPSC Batch 2010: बीकॉम और एमए के बाद बनीं टीचर मोनिका ने बीकॉम और इकोनॉमिक्स में एमए किया.पढ़ाई के दौरान ही वे दिल्ली के बिजवासन में एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका बन गईं.स्कूल में बच्चों को पढ़ाने,घर संभालने और बच्चे की परवरिश के बीच उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की. यह आसान नहीं था लेकिन उनकी मेहनत रंग लाई. 2010 में चौथे प्रयास में उन्होंने UPSC सिविल सर्विसेज परीक्षा में 70वीं रैंक हासिल की और 30 अगस्त 2010 को वह यूपी कैडर की IAS बन गईं. इसके बाद दो पार्ट में उन्होंने 10 जुलाई 2012 तक उन्होंने मैसूर में अपनी IAS की ट्रेनिंग पूरी की.
लखनऊ। प्रदेश सरकार ने मंगलवार को नौकरशाही में महत्वपूर्ण बदलाव किए। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा को हटाते हुए राजस्व परिषद में आयुक्त एवं सचिव बनाया है। उनके स्थान पर विशेष सचिव बेसिक शिक्षा एवं अपर महानिदेशक, स्कूल शिक्षा मोनिका रानी को प्रभारी महानिदेशक, स्कूल शिक्षा के पद पर तैनाती दी गई है।
कुल 16 आईएएस अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव किया गया है। इसमें डॉ. रोशन जैकब, मोनिका रानी, अपर्णा यू और अनामिका सिंह का कद बढ़ा, वहीं रंजन कुमार, ब्रजेश नारायण सिंह के पर कतरे गए हैं। सुहाल एल. वाई सचिव खेल एवं युवा कल्याण विभाग को वर्तमान पद के साथ महानिदेशक, युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। चैत्रा वी महानिदेशक युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल को महानिदेशक आयुष और संजय कुमार खत्री एसीईओ नोएडा को प्रभारी सीईओ बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण बनाया गया है।
शिक्षिका रहीं मोनिका रानी ने संभाली महानिदेशक स्कूल शिक्षा पद की बागडोर, बोलीं – बच्चों का नामांकन व गुणवत्ता बढ़ाना पहली प्राथमिकता
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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6:42 AM
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