प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाइव पाठशाला आज : परिषदीय स्कूलों में रेडियों का सहारा

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाइव पाठशाला आज
  • टीवी, रेडियो, वेबकास्ट, यू-ट्यूब पर बच्चों से करेंगे संवाद
  • परिषदीय स्कूलों में रेडियों का सहारा

शिक्षक दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाइव पाठशाला लगेगी। इसमें वे राजनीतिक भाषणबाजी के जगह बच्चों को गुरुदीक्षा देते नजर आएंगे। बच्चों को स्कूलों में रोक कर अनिवार्य रूप से भाषण सुनने के फैसले के राजनीतिक विरोध के बाद एमएचआरडी ने इसे अनिवार्य किए जाने के निर्णय को बदल दिया है। बावजूद इसके स्कूलों में नरेंद्र मोदी के भाषण सुनने को लेकर बच्चे खासे उत्सहित हैं। इसको लेकर स्कूलों ने तैयारियां कर ली हैं।

रानी लक्ष्मी बाई मेमोरियल सीनियर सेकेंड्री स्कूल में बच्चों को प्रधानमंत्री का भाषण दिखाने के लिए विालय के ऑडिटोरियम में स्क्रीन लगाया गया है। इसी तरह सीएमएस, सेंट जोसेफ, अवध कॉलेजिएट समेत सरकारी स्कूलों में भी बच्चों को प्रधानमंत्री के भाषण का प्रसारण दिखाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम का प्रसारण दोपहर तीन बजे से 4.45 मिनट के बीच किया जाएगा।

केंद्रीय विालय संगठन की क्षेत्रीय आयुक्त संतोष मिर्धा ने बताया कि शिक्षक दिवस पर प्रधानमंत्री के भाषण प्रसारण को लेकर किसी प्रकार की अनिवार्यता नहीं की गई है। सभी विालयों को प्रसारण दिखाने के लिए कहा है। अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री बच्चों के साथ जुड़ रहे हैं। वहीं जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल प्रबंधन ने छात्रों के ऑनलाइन प्रोफाइल में ही प्रधानमंत्री के संवाद कार्यक्रम दिखाने की व्यवस्था की है। स्कूल में प्रोजेक्टर आदि केमाध्यम से लाइव टेलीकास्ट दिखाया जा सकता था पर छात्रों की छुट्टी हो जाने के कारण इसे रिकॉर्ड कराने की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री का भाषण सुनने के लिए लगभग सभी राजकीय स्कूलों और कई अनुदानित स्कूलों के साथ ही प्राइवेट स्कूलों में भी प्रोजेक्टर और टीवी आदि के माध्यम से प्रधानमंत्री का भाषण दिखाने की व्यवस्था की गई है।

शहर के निजी स्कूलों में प्रधानमंत्री का भाषण सुनने के लिए अच्छे इंतजाम कर लिए गए। लेकिन परिषदीय स्कूलों में भाषण के लिए मांगे हुए रेडियो व टीवी सेट का सहारा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि केजीबीवी में टीवी सेट हैं। मीना रेडियो वाले स्कूलों में रेडियो हैं। जहां पर कोई व्यवस्था नहीं हैं। वहां ग्राम प्रधान व एसएमसी के सहयोग से बच्चों को प्रधानमंत्री का भाषण दिखाया या फिर रेडियो के माध्यम से सुनाया जाएगा। उधर, राजकीय जुबली इंटर कॉलेज में शिक्षक दिवस के अवसर पर विालय दोपहर दो बजे से खोलने का निर्णय लिया है।

खबर साभार :  डेली न्यूज एक्टिविस्ट

  • प्रधानमंत्री मोदी के स्कूली बच्चों से संवाद पर सियासत की छाया
नई दिल्ली (ब्यूरो)। देशभर के स्कूल शिक्षक दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को दिखाने-सुनाने की तैयारी कर रहे हैं। भाषण को लेकर स्कूलों और छात्रों पर किसी तरह की अनिवार्यता नहीं होने की बात मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी के कहने के बाद भी स्कूलों से इस निर्देश का सख्ती से पालन करने को कहा गया है।

मंत्रालय ने राज्यों से कहा कि वे अपने यहां प्रधानमंत्री का भाषण दिखाने वाले स्कूलों और देखने वाले छात्रों का पूरा ब्योरा तैयार कर उन्हें भेजे। वहीं केरल, तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर और पश्चिम बंगाल ने प्रधानमंत्री के भाषण के सीधे प्रसारण से इनकार कर दिया है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के इस संबंध में भेजे गए आधिकारिक पत्र को सार्वजनिक करने के लिए राज्य के शिक्षा आयुक्त और शिक्षा सचिव को पद से हटा दिया है।

शिक्षक दिवस पर प्रधानमंत्री का छात्रों को संबोधित करने की योजना एक तरह से भाजपा बनाम विपक्षी दलों की लड़ाई पर केंद्रित हो गई है। प्रधानमंत्री के भाषण को लेकर गैर भाजपा शासित राज्य सबसे ज्यादा विरोध कर रहे हैं, जबकि भाजपा शासित राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गोवा, पंजाब में इसके लिए खास इंतजाम करने की सूचना मानव संसाधन मंत्रालय को मिल रही है। पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों को इसका बहिष्कार करने का निर्देश दिया है। उधर, शिक्षक दिवस का नाम बदलकर गुरु उत्सव नहीं करने की बात भले ही मानव संसाधन मंत्रालय ने कह दी है। लेकिन तमिलनाडु में इसे लेकर अब भी विरोध जारी है। राज्य में सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों इसका विरोध कर रहे हैं।

इस सब के बीच प्रधानमंत्री ने शिक्षक दिवस पर सम्मानित होने वाले 350 शिक्षकों से बृहस्पतिवार को अनौपचारिक बातचीत में कहा कि अध्यापन जीवन धर्म है, पेशा नहीं हैं। मोदी ने कहा कि गुजरात का पहली बार मुख्यमंत्री बनने पर उनकी दो इच्छाएं थीं। बचपन के दोस्तों और उन सभी अध्यापकों से मिलना, जिन्होंने उन्हें पढ़ाया। उन्होंने कहा कि उनकी ये दोनों इच्छाएं पूरी हो गईं। मोदी ने कहा कि अगर समाज को प्रगति करनी है तो अध्यापकों को हमेशा समय से दो कदम आगे रहना होगा। उन्होंने कहा कि अध्यापक कभी भी रिटायर नहीं होता है और हमेशा नई पीढ़ी को ज्ञान देने का प्रयास जारी रखता हे। पांच सितंबर को पीएम का भाषण व छात्रों के साथ सवाल जवाब का कार्यकम दोपहर तीन बजे से 4.45 तक चलेगा।
  • मोदी के भाषण को लेकर ममता ने दो अफसरों को हटाया
कोलकाता (ब्यूरो)। प्रधानमंत्री द्वारा स्कूलों में संबोधन के निर्देश पत्र को वेबसाइट पर डालना दो अधिकारियों के लिए महंगा पड़ गया। नाराज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर शिक्षा आयुक्त समीर भट्टाचार्य और संयुक्त सचिव मोहम्मद मोहसिन हटा दिए गए। मालूम हो कि देश के सभी स्कूलों में शिक्षक दिवस पर मोदी के संबोधन का सीधा प्रसारण की व्यवस्था कराने के लिए सभी राज्यों के शिक्षा विभागों को मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पत्र भेजा है। इन अधिकारियों ने पत्र वेबसाइट पर डाल कर राज्य के स्कूलों को निर्देश का पालन करने को कहा था।

                                                           
                                                              साभार : अमर उजाला


Enter Your E-MAIL for Free Updates :   
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाइव पाठशाला आज : परिषदीय स्कूलों में रेडियों का सहारा Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी on 7:57 AM Rating: 5

1 comment:

Dexter the Tester said...

gr8 initiative
http://dexterthetester.blogspot.in/

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.