यूपी के कक्षा 8 तक के लाखों छात्रों को इस साल वजीफा नहीं : ना शासनादेश और ना ही बजट अब तक, जबकि सीधे खातों में भेजने को खुले थे खाते
- यूपी के लाखों छात्रों को इस साल वजीफा नहीं
- छात्रवृत्ति सीधे खातों में भेजने को खुले थे खाते
- सरकार ने प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति के बजट का प्रावधान ही नहीं किया
- इस बार छात्रों की लिस्ट तक नहीं मांगी गई, बजट भी अब तक नहीं
कक्षा एक से आठ तक प्रदेश के लाखों छात्र-छात्रओं को इस वर्ष छात्रवृत्ति नहीं मिल पाएगी। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस वर्ष प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए सरकार ने बजट का प्रावधान नहीं किया है। इसलिए कक्षा एक से 8 तक के एससी, एसटी, ओबीसी व अल्पसंख्यक छात्र-छात्रओं को राज्य सरकार से छात्रवृत्ति नहीं मिल पाएगी। इस बार विद्यालयों से छात्रों की लिस्ट तक नहीं मांगी गई है, जबकि कक्षा नौ व दस व इससे ऊपर के छात्रों को छात्रवृत्ति व फीस वापसी के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया के बाद वितरण की तारीख भी नजदीक आ गई है।
छात्रवृत्ति सीधे खातों में भेजने को खुले थे खाते
प्री -मेट्रिक छात्रवृत्ति वितरण में हो रहे घोटालों को देखते हुए दो वर्ष पहले अल्पसंख्यक छात्र-छात्रओं के खाते बैंक में खोले गए थे। पिछले वर्ष उनकी छात्रवृत्ति खातों में भेजी गई थी। इसके अच्छे परिणामों को देखते अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग समेत सभी बच्चों के खाते भी बैंकों मे खुलवाए गए, जिससे छात्रवृत्ति नकद बांटे जाने के बजाय सीधे बैंक खातों में भेजी जा सके। पर छात्रवृत्ति वितरण के संबंध में अभी तक कोई दिशा निर्देश न तो संबंधित विभाग (समाज कल्याण, पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक विभाग) को मिले हैं न ही इसके लिए कोई बजट ही आवंटित हुआ है। बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी के अनुसार छात्रवृत्ति के संबंध में अभी तक सरकार की ओर से कोई दिशा निर्देश नहीं मिले हैं। वहीं जिला समाज कल्याण अधिकारी केएस मिश्र ने बताया कि पूर्व दशम (कक्षा एक से आठ) तक छात्रवृत्ति वितरण के लिए अभी तक न कोई टाइमटेबल नहीं मिला है न शासनदेश।
खबर साभार : हिन्दुस्तान
यूपी के कक्षा 8 तक के लाखों छात्रों को इस साल वजीफा नहीं : ना शासनादेश और ना ही बजट अब तक, जबकि सीधे खातों में भेजने को खुले थे खाते
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
12:00 PM
Rating:
No comments:
Post a Comment