परिषदीय शिक्षकों के अवकाश मंजूरी में अब नहीं हो सकेगा खेल, अवकाश के लिए करना होगा ऑनलाइन आवेदन, खंड शिक्षा अधिकारी 15 दिन में निस्तारित करेंगे आवेदन
- अवकाश के लिए करना होगा ऑनलाइन आवेदन
- खंड शिक्षा अधिकारी 15 दिन में निस्तारित करेंगे आवेदन
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों के शिक्षकों की छुट्टियां
स्वीकृत करने में खंड शिक्षा अधिकारी अब खेल नहीं कर सकेंगे। न ही शिक्षक
पिछले दरवाजे से छुट्टियों का जुगाड़ कर सकेंगे। निकट भविष्य में शिक्षकों
को छुट्टियों के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। खंड शिक्षा अधिकारियों को भी
छुट्टी की ऑनलाइन स्वीकृति देनी होगी।
शिक्षक की ओर से अवकाश स्वीकृत करने का ऑनलाइन आवेदन प्राप्त होने पर खंड शिक्षा अधिकारी को उस आवेदन को हर हाल में 15 दिन में ऑनलाइन निस्तारित करना होगा। खंड शिक्षा अधिकारी को अवकाश स्वीकृत करना पड़ेगा या नामंजूरी की स्थिति में उसे आवेदन अस्वीकार करने की वजह बतानी पड़ेगी। आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन होने की वजह से इसमें छेड़छाड़ की गुंजायश नहीं होगी, पारदर्शिता भी रहेगी। उच्च स्तर से इसकी निगरानी भी हो सकेगी।
शिक्षकों को अवकाश स्वीकृत करने में खंड शिक्षा अधिकारियों की मनमानी और इसे लेकर बेसिक शिक्षा विभाग में पनप रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने शासन को यह प्रस्ताव भेजा है। उत्तर प्रदेश में 113692 परिषदीय प्राथमिक स्कूल हैं जिनमें 233526 शिक्षकों के अलावा हाल ही में चयनित लगभग 54500 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती किए गए हैं। 45726 उच्च प्राथमिक स्कूलों में 106302 शिक्षक हैं। मौजूदा व्यवस्था के तहत शिक्षक अवकाश स्वीकृत कराने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को लिखित आवेदन करते हैं। अक्सर खंड शिक्षा अधिकारी आवेदन को लंबे समय तक दबाए रहते हैं। शिक्षक द्वारा उच्च स्तर पर इसकी शिकायत करने पर वे यह कह कर पल्ला झाड़ लेते हैं कि उन्हें तो आवेदन मिला ही नहीं। मुट्ठी गर्म होने पर आवेदन मंजूर कर दिए जाते हैं।
अक्सर यह भी होता है कि खंड शिक्षा अधिकारी ने एक बार छुट्टी मंजूर की और अवकाश की अवधि बीतने पर शिक्षक ने दोबारा अवकाश के लिए आवेदन कर दिया। ऐसे में खंड शिक्षा अधिकारी दस्तावेजों से पहले वाली छुट्टी के कागजात गायब कर देते हैं और ले-देकर दूसरी बार छुट्टी स्वीकृत कर देते हैं। शिक्षक अवकाश पर रहता है और छुट्टियों का रिकार्ड गायब कर दिया जाता है।
शिक्षक की ओर से अवकाश स्वीकृत करने का ऑनलाइन आवेदन प्राप्त होने पर खंड शिक्षा अधिकारी को उस आवेदन को हर हाल में 15 दिन में ऑनलाइन निस्तारित करना होगा। खंड शिक्षा अधिकारी को अवकाश स्वीकृत करना पड़ेगा या नामंजूरी की स्थिति में उसे आवेदन अस्वीकार करने की वजह बतानी पड़ेगी। आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन होने की वजह से इसमें छेड़छाड़ की गुंजायश नहीं होगी, पारदर्शिता भी रहेगी। उच्च स्तर से इसकी निगरानी भी हो सकेगी।
शिक्षकों को अवकाश स्वीकृत करने में खंड शिक्षा अधिकारियों की मनमानी और इसे लेकर बेसिक शिक्षा विभाग में पनप रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने शासन को यह प्रस्ताव भेजा है। उत्तर प्रदेश में 113692 परिषदीय प्राथमिक स्कूल हैं जिनमें 233526 शिक्षकों के अलावा हाल ही में चयनित लगभग 54500 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती किए गए हैं। 45726 उच्च प्राथमिक स्कूलों में 106302 शिक्षक हैं। मौजूदा व्यवस्था के तहत शिक्षक अवकाश स्वीकृत कराने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को लिखित आवेदन करते हैं। अक्सर खंड शिक्षा अधिकारी आवेदन को लंबे समय तक दबाए रहते हैं। शिक्षक द्वारा उच्च स्तर पर इसकी शिकायत करने पर वे यह कह कर पल्ला झाड़ लेते हैं कि उन्हें तो आवेदन मिला ही नहीं। मुट्ठी गर्म होने पर आवेदन मंजूर कर दिए जाते हैं।
अक्सर यह भी होता है कि खंड शिक्षा अधिकारी ने एक बार छुट्टी मंजूर की और अवकाश की अवधि बीतने पर शिक्षक ने दोबारा अवकाश के लिए आवेदन कर दिया। ऐसे में खंड शिक्षा अधिकारी दस्तावेजों से पहले वाली छुट्टी के कागजात गायब कर देते हैं और ले-देकर दूसरी बार छुट्टी स्वीकृत कर देते हैं। शिक्षक अवकाश पर रहता है और छुट्टियों का रिकार्ड गायब कर दिया जाता है।
खबर साभार : दैनिक जागरण
परिषदीय शिक्षकों के अवकाश मंजूरी में अब नहीं हो सकेगा खेल, अवकाश के लिए करना होगा ऑनलाइन आवेदन, खंड शिक्षा अधिकारी 15 दिन में निस्तारित करेंगे आवेदन
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
6:32 AM
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