सूखाग्रस्त जिलों में बंद हो सकता है मिड-डे-मील : सचिव बेसिक शिक्षा डीएम से 1 जून को करेंगे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
- गर्मी की छुट्टी में बच्चों के स्कूल न आने के कारण फैसला संभव
- सचिव बेसिक शिक्षा डीएम से 1 जून को करेंगे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
लखनऊ।
गर्मी की छुट्टी के दौरान सूखाग्रस्त जिलों में परिषदीय स्कूलों के बच्चों
को मिड-डे-मील देने की योजना बंद की जा सकती है। स्थिति यह है कि कई जिलों
में स्कूल खुलने के बाद भी बच्चे नहीं आ रहे हैं। जिलाधिकारियों ने इसकी
जानकारी सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता को दी है। सचिव इसकी सच्चाई जानने
के लिए 1 जून को जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे। इसमें
ही यह तय होगा कि कितने जिलों में इसे चलाया जाए और कहां बंद कर दिया जाए।
सचिव
बेसिक शिक्षा ने बताया कि केंद्रीय व्यवस्था के मुताबिक सूखाग्रस्त जिलों
में गर्मी की छुट्टियों में भी मिड-डे-मील देने की व्यवस्था है। केंद्र
सरकार इसके लिए पैसा भी देती है। इसी के आधार पर मध्याह्न भोजन प्राधिकरण
ने सूखाग्रस्त जिलों के जिलाधिकारियों को गर्मी की छुट्टियों में भी
मिड-डे-मील देने का आदेश जारी किया था। इसके आधार पर स्कूल तो खोले जा रहे
हैं, लेकिन बच्चे मिड-डे-मील खाने नहीं आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यह तय किया जाएगा कि कितने जिलों में इसे चलाया
जा सकता है। अगर जरूरत नहीं होगी तो केंद्र को इसकी सूचना देकर इसे बंद कर
दिया जाएगा।
खबर साभार : अमर उजाला
गर्मी की छुट्टियों में बंद हो सकता है मिड-डे मील
खबर साभार : दैनिक जागरण
गर्मी की छुट्टियों में बंद हो सकता है मिड-डे मील
राज्य
ब्यूरो, लखनऊ : पिछले साल प्रदेश में सूखाग्रस्त घोषित किए गए 58 जिलों
में इस वर्ष गर्मी की छुट्टियों में बच्चों को स्कूलों में मिड-डे मील
उपलब्ध कराने का फरमान जिलाधिकारियों से मिलने वाले फीडबैक के आधार पर वापस
लिया जा सकता है। जिलाधिकारियों की राय जानने के लिए सचिव बेसिक शिक्षा
एचएल गुप्ता एक जून को उनके साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग करेंगे।
मिड-डे मील योजना के दिशानिर्देशों में कहा गया है कि सूखाग्रस्त घोषित जिलों के सभी स्कूलों में बच्चों को गर्मी की छुट्टियों में भी मध्याह्न् भोजन उपलब्ध कराया जाए। इसी आधार पर मध्याह्न् भोजन प्राधिकरण ने सूखाग्रस्त घोषित किये गए 58 जिलों के सभी स्कूलों में बच्चों को मिड-डे मील बांटने और इसके लिए रोजाना पूर्वाह्न् नौ से 11 बजे तक विद्यालय खोलने का निर्देश दिया था। बाद में प्राधिकरण को यह फीडबैक मिला कि प्रचंड गर्मी के कारण कई स्कूलों में बच्चे मिड-डे मील खाने आ नहीं रहे हैं। दूसरा, भीषण गर्मी में बच्चों के स्कूल जाने पर उनकी तबीयत खराब होने का अंदेशा है। इसी आधार पर मध्याह्न् भोजन प्राधिकरण ने संबंधित जिलाधिकरियों को निर्देश दिया था कि वे स्कूलों में बच्चों की संख्या के आधार पर ही मिड डे मील की व्यवस्था कराएं।
मिड-डे मील योजना के दिशानिर्देशों में कहा गया है कि सूखाग्रस्त घोषित जिलों के सभी स्कूलों में बच्चों को गर्मी की छुट्टियों में भी मध्याह्न् भोजन उपलब्ध कराया जाए। इसी आधार पर मध्याह्न् भोजन प्राधिकरण ने सूखाग्रस्त घोषित किये गए 58 जिलों के सभी स्कूलों में बच्चों को मिड-डे मील बांटने और इसके लिए रोजाना पूर्वाह्न् नौ से 11 बजे तक विद्यालय खोलने का निर्देश दिया था। बाद में प्राधिकरण को यह फीडबैक मिला कि प्रचंड गर्मी के कारण कई स्कूलों में बच्चे मिड-डे मील खाने आ नहीं रहे हैं। दूसरा, भीषण गर्मी में बच्चों के स्कूल जाने पर उनकी तबीयत खराब होने का अंदेशा है। इसी आधार पर मध्याह्न् भोजन प्राधिकरण ने संबंधित जिलाधिकरियों को निर्देश दिया था कि वे स्कूलों में बच्चों की संख्या के आधार पर ही मिड डे मील की व्यवस्था कराएं।
खबर साभार : दैनिक जागरण
सूखाग्रस्त जिलों में बंद हो सकता है मिड-डे-मील : सचिव बेसिक शिक्षा डीएम से 1 जून को करेंगे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
9:22 AM
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