छात्र नहीं, फिर भी बीटीसी कॉलेजों को धड़ाधड़ मान्यता, शासन की ओर से तीन हजार नए बीटीसी कॉलेज खोलने को एनओसी
📌 एक हजार से अधिक निजी बीटीसी कॉलेजों की 50 हजार सीटों को नहीं मिल रहे प्रवेशार्थी
इलाहाबाद । प्रदेश भर में हाल के वर्षों में खुले निजी बीटीसी कॉलेजों में प्रवेश को अभ्यर्थी नहीं मिल रहे हैं। वर्ष 2000 से 2015 के बीच प्रदेश भर में खुले एक हजार से अधिक बीटीसी कॉलेजों में 2014 सत्र में 40 फीसदी से अधिक सीटें नहीं भर सकीं। बावजूद इसके शासन की ओर से नए बीटीसी कॉलेज खोलने केलिए एनओसी जारी करने की प्रक्रिया जारी है। बीटीसी कॉलेजों को मान्यता देने के लिए शासन की यही नीति रही तो आने वाले दिनों में इनकी हालत बीएड कॉलेजों जैसी हो सकती है।
प्रदेश में इस समय 63 डायट एवं एक हजार से अधिक निजी बीटीसी कॉलेज चल रहे हैं। डायट में 200-200 सीटें हैं जबकि निजी बीटीसी कॉलेजों में 50-50 सीटें हैं। निजी बीटीसी कॉलेजों की मनमानी के कारण 40 फीसदी से अधिक सीटें नहीं भर सकीं। निजी बीटीसी कॉलेजों में मनमानी फीस वसूली और कम संसाधन में कॉलेज खुल जाने के नियम से 2016-17 शैक्षिक सत्र के लिए तीन हजार से अधिक प्रबंधन के एनओसी आवेदन को सरकार ने मंजूरी दे दी। शासन की ओर से सचिव परीक्षा नियामक को नए बीटीसी कॉलेजों का भौतिक सत्यापन करके मान्यता देने का नियम बनाया गया है। इसके लिए जिला स्तर पर एनओसी मिलने के बाद उसके लिए सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी के यहां आवेदन करना होता है।
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