11 महीने से सैलरी को भटक रहे प्रशिक्षु शिक्षक, 72 हजार प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती के तहत हुई थी नियुक्ति
महानगर की पूजा को फरवरी 2015 में सिद्धार्थ नगर में प्राइमरी शिक्षक के तौर पर जॉइनिंग मिली। उन्होंने नौकरी जॉइन भी कर ली, लेकिन ग्यारह महीने तक नौकरी करने के बाद भी अब तक उन्हें सैलरी नहीं मिली। ऐसे 35 प्रशिक्षु हैं जिन्हें जॉइनिंग के बाद से सैलरी नहीं मिली है। इन अभ्यर्थियों की सैलरी यह कहकर रोकी गई थी कि इन्हें काउंसलिंग के बिना जॉइनिंग दी गई थी। जबकि अभ्यर्थियों का कहना था कि वो काउंसलिंग के जरिए ही आए हैं। सैलरी न मिलने से परेशान शिक्षकों ने गुरुवार को निशातगंज स्थित एससीईआरटी निदेशक सर्वेंद्र विक्रम को ज्ञापन दिया तो शुक्रवार को सचिव आशीष गोयल से मिलने गए लेकिन मुलाकात नहीं हुई। शिक्षकों का कहना है कि 11 माह से विभाग की जांच पूरी नहीं हो सकी है जिससे उनकी सैलरी अटकी हुई है।
गोमतीनगर की शशिलता ने कहा कि अगर विभाग को हमें हटाना है तो हटा दे, जिससे दूसरे जनपद मे आवेदन कर सकें। हम सभी के नंबर 107 से 109 के बीच में है। जबकि अन्य जनपदों में 105 तक की मेरिट आ चुकी है। ऐसे में हम वहां आवेदन नहीं कर पा रहे क्योंकि हम यहां नियुक्त है। जहां नियुक्ति मिली हैं वहां सैलरी नहीं मिल रही। बेसिक सचिव आशीष गोयल से इस संबंध भी इस संबंध में दो बार मुलाकात हो चुकी है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
हमारे स्तर से सारी जांच और पत्रावली आगे भेजी जा चुकी है। अब यह जांच जिला चयन समिति के स्तर पर लंबित है। आगे के निर्णय वही लेगी। - सर्वेंद्र विक्रम, निदेशक, एससीईआरटी, लखनऊ
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