बीटीसी-2014 की खाली रह गईं सात हजार सीटें, सत्र नियमित करने में हुआ बेरोजगारों का नुकसान
बीटीसी-2014 की खाली रह गईं सात हजार सीटें
इलाहाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। बैचलर ऑफ टीचिंग सर्टिफिकेट (बीटीसी) 2014 में
सात हजार से अधिक सीटें खाली रह गईं। सत्र नियमित करने के चक्कर में इन
सीटों पर बेरोजगारों का प्रवेश नहीं हो सका। परीक्षा नियामक प्राधिकारी
एलनगंज ने सरकारी व निजी संस्थाओं में प्रवेश की सूचना जुटाई है। पिछले साल
28 जुलाई को बीटीसी-14 में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू किया गया था।
प्रदेशभर के 70 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) और 883 निजी
संस्थानों की कुल 49,507 सीटों पर प्रवेश के लिए साढ़े चार लाख से अधिक
अभ्यर्थियों ने 12 अगस्त तक आवेदन किया। सत्र बहुत अधिक लेट होने के कारण
2015-16 सत्र से संबद्धता पाने वाले निजी संस्थानों ने सुप्रीम कोर्ट में
मुकदमा कर दिया।ये संस्थान 2014 सत्र में ही दाखिले का अवसर मांग रहे थे।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रदेश सरकार को 22 सितम्बर 2015 से सत्र शुरू करने के
निर्देश दिए थे, ताकि सत्र नियमित किया जा सके। प्रवेश के लिए डेढ़ महीने
से भी कम समय मिलने के कारण 7103 (14.35 प्रतिशत) सीटें खाली रह गई।
बीटीसी-2014 की खाली रह गईं सात हजार सीटें, सत्र नियमित करने में हुआ बेरोजगारों का नुकसान
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
8:13 AM
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