मदरसा शिक्षकों को भी सत्रांत का लाभ, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आजम खां ने प्रस्ताव को दी मंजूरी
लखनऊ । सूबे में मदरसा शिक्षकों को अब सत्रांत का लाभ मिलेगा। अभी तक बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों के टीचरों को ही यह लाभ मिलता था। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आजम खां ने मदरसा शिक्षकों को नववर्ष का तोहफा देते हुए संबंधित प्रस्ताव पर सहमति दे दी है। जल्द ही शासनादेश जारी हो जाएगा। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधीन संचालित मदरसों का शैक्षणिक सत्र एक अप्रैल से 31 मार्च तक का होता है।
आजम खां ने बताया कि बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों के अध्यापकों की तरह शैक्षणिक सत्र के बीच में सेवानिवृत्त होने पर मदरसा शिक्षकों को भी सत्र की समाप्ति तक सेवा विस्तार देने का प्रस्ताव मिला था। इसमें यह भी अनुरोध किया गया था कि इस सेवा अवधि को नियोजन में बढ़ाई गई अवधि ही समझा जाए। उन्होंने कहा कि शासन से मंजूरी दे दिए जाने के बाद अब अगर कोई मदरसा शिक्षक शैक्षणिक सत्र के मध्य सेवानिवृत्त होता है तो उसे सत्रांत की तिथि 31 मार्च तक सेवारत रखा जाएगा।
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