BASIC SHIKSHA : यूपी में महिलाओं के हाथ होगी शिक्षा की कमान, अफसरों की वरिष्टता सूची में महिलाओं का दबदबा
आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा की कमान महिला अफसरों के हाथ होगी। शिक्षा विभाग के अफसरों की जो वरिष्ठता सूची है उसके अनुसार टॉप के आधा दर्जन पुरुष अधिकारियों के बाद महिला अफसरों की लंबी लाइन है जो कि आने वाले समय में अहम पदों पर होंगी।निदेशक माध्यमिक अमरनाथ, एससीईआरटी सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह, बेसिक दिनेश बाबू शर्मा और साक्षरता अवध नरेश शर्मा हैं। इनके बाद वरिष्ठता सूची में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा, अपर सचिव बेसिक विनय कुमार पांडेय, अपिर निदेशक माध्यमिक रमेश और साहब सिंह निरंजन का नाम हैं। दिनेश बाबू शर्मा व रमेश कुमार क्रमश: फरवरी व अगस्त 2017, अवध नरेश शर्मा जनवरी 2018, अमरनाथ वर्मा और साहब सिंह निरंजन क्रमश: मई व जून 2019 में रिटायर हो जाएंगे। सर्वेन्द्र विक्रम व संजय सिन्हा 2021 जबकि विनय पांडेय 2023 तक सर्विस में रहेंगे। जून 2019 के बाद टॉप में तीन पुरुष अफसर बचेंगे। निदेशक गोविन्द बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान के प्रो. प्रदीप भार्गव ने कहा कि अहम पदों पर महिलाओं के आने से असर तो पड़ेगा। खासतौर से स्कूल में लड़कियों के नामांकन व उपस्थिति पर और शायद लड़कियों के स्कूल आने का डर भी कम हो। महिला अधिकारी थोड़ा अतिरिक्त प्रयास करेंगी तो शिक्षा में बहुत बड़ा परिवर्तन लाने में सफल होंगी।जबकि महिला अफसरों में कीर्ति गौतम, ममता रानी श्रीवास्तव, नीना श्रीवास्तव, शैल यादव, रूबी सिंह, सरिता तिवारी, उत्तम गुलाटी, राजकुमारी वर्मा, आशा तोमर, सुत्ता सिंह, अंजना गोयल, मंजू शर्मा, ललिता प्रदीप, भावना शिक्षार्थी, शुभ्रा सिंह, अनारपति वर्मा, माया निरंजन, प्रभावती वर्मा, शील वर्मा, विनीता बौद्ध, कमलेश प्रियदर्शी, कुमारी गायत्री आदि का नाम है।हालांकि इनमें से शैल यादव, राजकुमारी वर्मा, भावना शिक्षार्थी, आशा तोमर आदि कुछ अफसर भी तब तक रिटायर हो जाएंगी लेकिन इसके बावजूद सीनियारिटी में इतनी महिलाएं हैं कि शिक्षा की बागडोर उन्हीं के हाथ ही होगी। महिला साक्षरता दर में यूपी कई राज्यों से पीछेइलाहाबाद। 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तर प्रदेश में महिलाओं की साक्षरता दर 57.18 और पुरुष की 77.28 है। जबकि मेघालय, पंजाब, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, उत्तराखंड, नागालैंड, तमिलनाडु, सिक्किम, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, पुडुचेरी, चंडीगढ़, दिल्ली, अंडमान-निकोबार, त्रिपुरा, गोवा, मिजोरम, लक्षद्वीप में महिला साक्षरता 70 फीसदी से अधिक है। केरला में सर्वाधिक 92.07 प्रतिशत है। ऐसे में माना जा रहा है कि महिलाओं के अहम ओहदे पर आने के बाद शायद यूपी में भी बालिका शिक्षा और बेहतर होगी।
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