स्वच्छ विद्यालयों को मिलेगा पुरस्कार, सभी जिलों के बीएसए से मानव संसाधन मंत्रालय ने मांगे आवेदन, जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन आवेदन का समय तय
इलाहाबाद : स्वच्छ भारत अभियान की गूंज नगर, गांव व गली-मुहल्ले तक ही सुनाई नहीं देगी, बल्कि विद्यालयों को भी चमकाने की तैयारी है। बालक-बालिकाओं के लिए शौचालय से लैस और विद्यालय भवन व परिसर को साफ-सुथरा रखने वाले स्कूलों को पुरस्कार भी दिया जाएगा। केंद्र सरकार की इस पहल से नन्हे-मुन्ने भी अभियान के सहभागी बनेंगे और घर-घर तक स्वच्छता का संदेश आसानी से पहुंचेगा। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन लिये जाएंगे और जांच के बाद पुरस्कार की घोषणा होगी।
प्रदेश भर के बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में उम्दा भवन, स्कूल की साज-सज्जा और शौचालय आदि की अनिवार्यता पर विभागीय अफसर जोर देते रहे हैं। तमाम विद्यालयों में परिसर साफ-सफाई का पूरा ख्याल भी रखा जाता है, वहीं ऐसे भी बहुतेरे स्कूल हैं जो इस ओर से बेपरवाह हैं। ऐसे सभी स्कूलों के बीच विद्यालय को स्वच्छ रखने की होड़ मचने वाली है। इसमें न केवल विद्यालय की साफ-सफाई और स्वच्छता पर जोर रहेगा, बल्कि सामुदायिक व्यवहार भी उत्कृष्ट रखने की प्रतिस्पर्धा होगी।
दरअसल केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार वर्ष 2016 शुरू किया है। स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से संबंधित दिशा-निर्देश व ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया का विस्तृत विवरण मंत्रलय की वेबसाइट एमएचआरडी डॉट जीओवी डॉट इन पर स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार लिंक पर अपलोड है। सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक जीएस प्रियदर्शी ने प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह इस वेबसाइट का अध्ययन कराकर उत्कृष्ट विद्यालयों का ब्योरा ऑनलाइन भेजें ताकि प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के स्कूलों को भी लाभ मिले।
निदेशक ने यह भी बताया है कि जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली इस प्रतियोगिता के लिए अर्हता, मानक एवं मूल्यांकन आधार के संबंध में दिशा-निर्देश भी भेजे जा रहे हैं। नगर एवं ग्रामीण दोनों विद्यालय इसमें प्रतिभाग कर सकते हैं।
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