शिक्षक दिवस नहीं मनाएंगे अवशेष शिक्षामित्र, समायोजित के विपरीत समान योग्यता और समान कार्य करने वाले 32 हजार शिक्षामित्र आज भी 35 सौ रूपये में गुजारा करने को मजबूर
विगत 15 वर्षो से शिक्षण कार्य कर रहे प्रदेश भर के लगभग 32 हजार अवशेष शिक्षामित्र शिक्षक दिवस नहीं मनाएंगे। दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष संदीप दत्त ने कहा कि वे आज भी 35 सौ रुपये मे जिंदगी काटने को मजबूर हैं। यह शिक्षामित्र शिक्षक पद पर समायोजित होने वाले ही थे। तब तक हाईकोर्ट का आर्डर आ जाने के कारण समायोजन से वंचित रह गये।
दरअसल इन्हीं के साथ के एक लाख 37 हजार शिक्षामित्र समायोजित हो गये हैं जो कि आज 32 हजार तनख्वाह पा रहे हैं जबकि समान योग्यता और समान कार्य करने वाले 32 हजार शिक्षामित्र आज भी 35 सौ रूपये में गुजारा करने को मजबूर हैं। माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्णय तक उनका समायोजन नहीं हो सकता है। अब इन लोगों ने मानदेय वृद्धि की मांग को लेकर 5 सितम्बर से राजधानी लखनऊ में धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। ये धरना मांग पूरी न होने तक चलेगा। संदीप दत्त ने अवशेष शिक्षा मित्रों के धरना को सफल बनाने का आह्वान किया है।
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