आउट ऑफ स्कूल एवं ड्रॉप आउट बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए शुरू होगा छह माह का प्रशिक्षण, बच्चों को पढ़ने के लिए तैयार करेंगे सेवानिवृत्त शिक्षक
☀ एक अक्टूबर से शुरू होगा प्रशिक्षण
☀ 2 हजार से 4 हजार रुपए मानदेय
लखनऊ : शैक्षिक सत्र 2016-17 में सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत 6 से 14 आयु वर्ग के आउट ऑफ स्कूल एवं ड्राप आउट बच्चों को चिन्हित कर उन्हें उनक ी आयु के अनुसार कक्षा में नामांकित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण सेवानिवृत्त शिक्षक देंगे। इसके लिए इन शिक्षकों को छात्र संख्या के अनुसार दो से चार हजार रुपए तक मानदेय दिया जाएगा। सेवानिवृत्त शिक्षकों का चयन बेसिक शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में गठित कमेटी करेगी। इस संबंध में राज्य परियोजना निदेशक जीएस प्रियदर्शी ने डायट प्राचार्य एवं बीएसए को निर्देश जारी कर दिए हैं।
निशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के तहत 6 से 14 आयु वर्ग के आउट ऑफ स्कूल एवं ड्राप आउट बच्चों को चिन्हित कर उन्हें आयुसंगत कक्षा में नामांकित कराकर विशेष प्रशिक्षण प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। शैक्षिक सत्र 2016-17 में इसके लिए 405.643 लाख रुपए की धनराशि भी जारी कर दी गई है। चिन्हित आउट ऑफ स्कूल बच्चों को प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में नामांकित कर उन्हें छह महीने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्तर के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन एक अक्टूबर से शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। चिन्हित बच्चों का नामांकन आयु संगत कक्षा में नामांकन करने के बाद संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा ऐसे बच्चों के शैक्षणिक स्तर का आंकलन कर विशेष प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाएगी। विशेष प्रशिक्षण उसी विद्यालय परिसर में दिया जाएगा जहां बच्चा नामांकित किया गया है। प्रत्येक बच्चे को विशेष प्रशिक्षण के लिए पाठ्यपुस्तकें एवं प्रशिक्षण सामग्री नामांकन के अनुसार उपलब्ध कराई जाएगी।विशेष प्रशिक्षण देने वाले सेवानिवृत्त शिक्षकों को मानदेय दिया जाएगा। इसके तहत 10 या 10 से अधिक बच्चों पर शिक्षक को 4 हजार रुपए प्रति माह दिया जाएगा। वहीं पांच या पांच से कम बच्चे होने पर 2 हजार रुपए प्रति माह मानदेय दिया जाएगा। पांच से कम संख्या होने पर संबंधित विद्यालय के शिक्षक या शिक्षा मित्र बच्चों को प्रशिक्षित करेंगे। इसके लिए उन्हें कोई मानदेय नहीं मिलेगा।
विशेष प्रशिक्षक को मानदेय का भुगतान ऑनलाइन या चेक के माध्यम से किया जाएगा। सेवानिवृत्त अध्यापक स्थानीय स्तर पर उपलब्ध न होने पर विद्यालय के अध्यापक या शिक्षा को यह कार्य प्रधानाध्यापक दे सकेंगे।
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