रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण के अन्तर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालयों / कम्पोजिट विद्यालयों तथा कस्तूरबा विद्यालयों में बालिकाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के सम्बन्ध में

जूडो-कराटे, लाठी चलाने में माहिर होंगी बेटियां, जानिए कैसे?

उच्च प्राथमिक विद्यालय की छात्राओं को मिलेगा आत्मरक्षा का प्रशिक्षणरानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा योजना से दिया जाएगा विशेष प्रशिक्षण


सूबे में संचालित उच्च प्राथमिक और कस्तूरबा विद्यालय में पंजीकृत छात्राएं अब विपरीत परिस्थिति में अपनी आत्मरक्षा खुद कर सकेंगी। रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा योजना व सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम के तहत बालिकाओं को 24 दिन का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। जूनियर स्कूलों में कार्यरत अनुदेशक छात्राओं को शिक्षा के साथ जूडो व कराटे में दक्ष करेंगे। 


विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं के सामने कई बार विपरीत परिस्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं। ऐसे में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाली बालिकाओं को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दिलाने का निर्णय लिया गया है। बालिकाओं को


छात्राओं का बढ़ेगा मनोबल 
प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद बालिकाओं का मनोबल बढ़ेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में लापरवाही नहीं हो इसके लिए नियमित निगरानी का प्रबंध किया गया है।

अपनी रक्षा स्वयं करने तथा स्वावलंबी बनाने के लिए विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा। राज्य परियोजना निदेशक ने बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र जारी किया है। बेसिक शिक्षा के अधीन संचालित स्कूलों में कार्यरत अनुदेशकों की मदद से छात्राओं को जूडो कराटे, ताइक्वांडो, लाठी चलाने आदि विधाओं में प्रशिक्षित किया जाएगा।


प्रशिक्षकों को मिलेगा मानदेय
आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने के लिए चिन्हित  स्कूलों में बैनर, प्रमाण पत्र व पुरस्कार मद में 500 रुपये, मानदेय मद में प्रति स्कूल 2500 रुपये की धनराशि का आवंटन शासन से हुआ है। आवंटित धनराशि रुपये विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में भेजी जाएगी। आवंटित धनराशि से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर उपभोग प्रमाण पत्र बिल बाउचर समेत कार्यालय में जमा करना होगा।


आत्मरक्षा के लिए छात्राएं सीखेंगी जूडो कराटे, 24 दिनों तक प्रतिदिन होगा एक घण्टे का प्रशिक्षण

24 दिन की प्रशिक्षण अवधि पूरी होने पर प्रशिक्षकों को 2400 रुपये मानदेय दिया जाएगा।


सरकारी विद्यालयों की छात्राओं को साहसी बनाने के लिए उनको आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाएंगे। अधिक से अधिक छात्राओं को जूडो कराटे का प्रशिक्षण लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। 24 दिन की प्रशिक्षण अवधि पूरी होने पर प्रशिक्षकों को 2400 रुपये मानदेय दिया जाएगा।

रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत उच्च ग्राथमिक, कंपोजिट व कस्तूरबा ांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को जूडो कराटे का प्रशिक्षण देकर आत्मरक्षा की तकनीक सिखाई जाएगी। विद्यालय के अनुदेशकों और शारीरिक शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। विद्यालय की ओर से ट्रेनिंग सेंटर नामित किए जाएंगे। विद्यालय में 24 कार्य दिवसों तक नियमित रूप से प्रतिदिन एक घंटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा। 



छह से आठवीं तक की छात्राओं को मिलेगा आत्मरक्षा का प्रशिक्षण

सूबे के उच्च प्राथमिक परिषदीय विद्यालयों व कस्तूरबा विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। छात्राएं विपरीत स्थितियों में अपनी रक्षा कर सकें। इसके लिए प्रतिदिन 40 मिनट इनको स्कूल में आत्मरक्षा के गुर सिखाया जाएगा। रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन उच्च प्राथमिक विद्यालय व कस्तूरबा विद्यालय में होना है।

महानिदेशक स्कूली शिक्षा कंचन वर्मा ने पत्र जारी कर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का निर्देश दिया है। इसका लाभ कस्तूरबा व उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को मिलेगा। स्कूलों में तैनात अनुदेशक, व्यायाम व खेल शिक्षकों को विद्यालय आवंटित कर बीएसए  योजना का संचालन कराएंगे।


रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण के अन्तर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालयों / कम्पोजिट विद्यालयों तथा कस्तूरबा विद्यालयों में बालिकाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के सम्बन्ध में।


रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण के अन्तर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालयों / कम्पोजिट विद्यालयों तथा कस्तूरबा विद्यालयों में बालिकाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के सम्बन्ध में Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 6:24 AM Rating: 5

No comments:

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.