परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों के प्रयोगार्थ ब्लूटूथ इनेबिल्ड स्पीकर उपलब्ध कराये जाने की प्रगति के सम्बन्ध में।

परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों के प्रयोगार्थ ब्लूटूथ इनेबिल्ड स्पीकर उपलब्ध कराये जाने की प्रगति के सम्बन्ध में।

लखनऊ : स्कूलों के लिए ब्लूटूथ स्पीकर खरीदने में पिछड़े 32 जिलों में चार बिल्कुल भूले, कुल 38 में छह जिलों ने किया बजट का पूरा उपयोग

हाईटेक पढ़ाई में पिछड़े प्रदेश के परिषदीय स्कूल, नहीं खरीद सके ब्लूटूथ स्पीकर 


● बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रति प्राइमरी स्कूल खरीदना था दो ब्लूटूथ स्पीकर

● अमरोहा, बस्ती, चंदौली, झांसी, कानपुर नगर, मैनपुरी के स्कूलों में ही हुई खरीद

● प्रयागराज के 2852 स्कूलों में से एक में भी नहीं हो सकी खरीदारी

● बाकी जिलों में दिखी लापरवाही, राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय ने भेजा पत्र


प्रयागराज : हाईटेक शिक्षण व्यवस्था को सुनियोजित ढंग से लागू करने में कई जनपदों के परिषदीय विद्यालय पिछड़ गए हैं। राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय के निर्देश के बाद भी सूबे के कई जिलों में शत प्रतिशत ब्लूटूथ इनेबल स्पीकर (प्रति स्कूल दो) की खरीदारी नहीं हो सकी। अभी तक सिर्फ अमरोहा, बस्ती, चंदौली, झांसी, कानपुर नगर, मैनपुरी जनपद के परिषदीय विद्यालयों में 100 प्रतिशत ब्लूटूथ स्पीकर की खरीदारी हुई है।


प्रयागराज के 2852 परिषदीय विद्यालयों में से किसी भी स्कूल में अब तक ब्लूटूथ स्पीकर नहीं खरीदे गए। एसएमसी के खाते न खुलने और बजट के अभाव में खरीद नहीं हो सकी। इन उपकरणों के माध्यम से इसी सत्र से बच्चों को पढ़ाने का निर्देश था। 


लापरवाही को देखते हुए अपर परियोजना निदेशक रोहित त्रिपाठी ने सूबे के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर ब्लूटूथ स्पीकर की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया है। बेसिक स्कूलों में ब्लूटूथ के जरिए पढ़ाने की योजना के पीछे उद्येश्य है कि बच्चों को सभी विषयों का ज्ञान ऑडियो एवं वीडियो के माध्यम से हो सके।


महानिदेशक स्कूल शिक्षा व राज्य परियोजना निदेशक की ओर से जारी सूची के अनुसार जिन जिलों में एक भी स्पीकर नहीं खरीदा गया है, उनमें लखनऊ के अलावा भदोही, गोरखपुर व मऊ का नाम शामिल है।


परिषदीय स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई व अन्य गतिविधियों के लिए दो-दो ब्लूटूथ स्पीकर खरीदने के लिए 38 जिलों को बजट जारी किया गया था। इनमें छह जिलों ने ही शत प्रतिशत स्पीकर खरीदे। बाकी 32 जिलों में खरीद पूरी नहीं हो पाई है। इनमें में भी चार जिले ऐसे हैं, जिनमें एक भी स्पीकर नहीं खरीदा गया। हाल में मांगी गई जानकारी में यह सामने आया है। ऐसे में अब शासन ने सभी जिलों को जल्द खरीद प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं।


महानिदेशक स्कूल शिक्षा व राज्य परियोजना निदेशक की ओर से जारी सूची के अनुसार जिन जिलों में एक भी स्पीकर नहीं खरीदा गया है, उनमें लखनऊ के अलावा भदोही, गोरखपुर व मऊ का नाम शामिल है। इसी तरह 20 प्रतिशत से कम खरीद करने वाले जिलों में औरैया, बलरामपुर, बदायूं, गोंडा, हमीरपुर, हाथरस व कन्नौज और 50 फीसदी से कम खरीद करने वालों में अयोध्या, बिजनौर, देवरिया, फतेहपुर, गाजीपुर, कुशीनगर, रायबरेली व सिद्धार्थनगर जिलों का नाम है। पूरी खरीद करने वाले जिले कानपुर नगर, अमरोहा, बस्ती, चंदौली, झांसी व मैनपुरी हैं। इसके अलावा अलीगढ़, बलिया, बरेली, चित्रकूट, फिरोजाबाद, हापुड़, जालौन, कासगंज, कौशांबी, महोबा, पीलीभीत, सहारनपुर व श्रावस्ती जिलों को भी बाकी विद्यालयों में खरीद करनी है।


राज्य परियोजना की ओर से सभी 38 जिलों के कुल 53754 प्राथमिक विद्यालयों में ब्लूटुथ स्पीकर खरीद के लिए बजट जारी किया गया है। इनमें अभी 26147 विद्यालयों में ही खरीद हुई है। करीब 50 फीसदी विद्यालयों के लिए स्पीकर की खरीद की जानी है।


परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों के प्रयोगार्थ ब्लूटूथ इनेबिल्ड स्पीकर उपलब्ध कराये जाने की प्रगति के सम्बन्ध में। Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 7:47 PM Rating: 5

No comments:

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.