1 से 14 अगस्त के बीच जिलों में पठन-पाठन की हकीकत जांचेगी 36 अधिकारियों की टीम, मंडलवार दो-दो अधिकारियों की लगाई गई ड्यूटी
बेसिक व माध्यमिक स्कूलों का एक अगस्त से निरीक्षण, भवन से लेकर डिजिटल सुविधाओं तक हर बिंदु की होगी पड़ताल
हर टीम दो दिन में 14 स्कूलों का करेगी निरीक्षण, 252 विद्यालयों का सैंपल होगा तैयार
लखनऊ : बेसिक से लेकर माध्यमिक विद्यालयों की समीक्षा अब सिर्फ आंकड़ों पर नहीं, बल्कि जमीन पर होगी। समग्र शिक्षा अभियान के तहत नामित 18 वरिष्ठ शिक्षा मंडलों में दो-दो जिलों का निरीक्षण करेगी। इसमें स्कूलों के भवन की मजबूती से लेकर डिजिटल सुविधा तक की निगरानी होगी। प्रत्येक टीम को दो दिनों में न्यूनतम 14 विद्यालयों का निरीक्षण करना है, जिससे कम से कम 252 विद्यालयों का सैंपल तैयार होगा।
अधिकारियों की टीम प्रदेश के सभी स्कूलों के निरीक्षण का दायरा व्यापक है। इसमें पीएम श्री विद्यालय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, परिषदीय विद्यालय, राजकीय इंटर कालेज, अशासकीय सहायताप्राप्त विद्यालय और को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्र शामिल हैं। हर जिले में हर श्रेणी के कम से कम एक स्कूल का फील्ड विजिट अनिवार्य है।
टीमें स्कूल भवन की मजबूती और ध्वस्तीकरण की जरूरत, फर्नीचर की उपलब्धता, विद्यालयों के विलय के बाद पूर्व प्राथमिक कक्षाओं का संचालन, पुस्तक वितरण की स्थिति, छात्र व शिक्षक उपस्थिति, बाल वाटिका की सामग्री, यू डाइस डेटा की स्थिति, लर्निंग बाय डुइंग व विज्ञान किट के प्रयोग को देखेंगी। माध्यमिक स्कूलों में प्रयोगशाला, आइसीटी लैब, पुस्तकालय, छात्रावास, पीएम श्री स्कूलों में खेल सुविधाओं का सत्यापन किया जाएगा। कम नामांकन वाले स्कूलों के विलय और संसाधनों के पुनर्वितरण की दिशा में हुए प्रयासों की प्रगति भी जांची जाएगी।
निरीक्षण की रिपोर्ट प्रेरणा एप के माध्यम से दर्ज की जाएगी, जिसकी निगरानी राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा की जाएगी। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने निर्देश दिए हैं कि निरीक्षण में औपचारिकता न हो।
लखनऊ। प्रदेश के बेसिक व माध्यमिक विद्यालय में छात्रों के नामांकन, पठन-पाठन, निर्माण, विभिन्न योजनाओं की जमीनी हकीकत जांची जाएगी। समग्र शिक्षा के तहत मंडलवार दो-दो कुल 36 अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जो एक से 14 अगस्त के बीच स्थलीय निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट देंगे।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा के अनुसार निरीक्षण टीम को मंडल के कम से कम दो जिलों में एक, एक पीएम श्री विद्यालय, 1 केजीबीवी, 1 परिषदीय प्राथमिक, 1 को लोकेटेड आंगनबाड़ी, 1 उच्च प्राथमिक, 1 इंटर, 1 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण करना होगा।
इन अधिकारियों को सीएम मॉडल कंपोजिट विद्यालय, मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के निर्माण की प्रगति, विद्यालय जर्जर की स्थिति, स्वीकृत निर्माण की प्रगति, फर्नीचर, नए नामांकन, परिवार सर्वे, लर्निंग बाई डूइंग, बाल वाटिका व यूकेजी अलग से चलने की स्थिति, आईसीटी, स्मार्ट क्लास, खेलकूद सामग्री, ईसीसीई एजुकेटर की तैनाती आदि की स्थिति देखनी है।
महानिदेशक ने निर्देश दिया है कि निरीक्षण के साथ ही यह अधिकारी मंडल व जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। निरीक्षण व बैठक की रिपोर्ट प्रेरणा निरीक्षण ऐप पर अपलोड करनी होगी। इसके अनुसार जिला व मंडलीय अधिकारी आवश्यक सुधार की कार्यवाही भी करेंगे।
समग्र शिक्षा के अन्तर्गत प्रदेश में संचालित महत्वपूर्ण कार्यक्रमों / गतिविधियों का स्थलीय निरीक्षण /समीक्षा हेतु नोडल अधिकारी नामित
1 से 14 अगस्त के बीच जिलों में पठन-पाठन की हकीकत जांचेगी 36 अधिकारियों की टीम, मंडलवार दो-दो अधिकारियों की लगाई गई ड्यूटी
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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6:35 AM
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