72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती : हर दिन नयी शर्त से आवेदक हलकान
लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती में हर दिन नई शर्त जोड़े जाने से आवेदन हलकान हैं। भर्ती प्रक्रिया के दौरान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने कई शत्रे जोड़ी हैं। मेरिट घोषित होने के दिन चार जुलाई की शाम मेरिट देखने के लिए जन्मतिथि अथवा कोड का विकल्प रखा गया था लेकिन अगले ही दिन कोड और जन्मतिथि दोनों को ही खत्म कर दिया गया। प्रत्यावेदन की तिथि आठ जुलाई रखी गयी, लेकिन जब अनन्तिम वरीयता की वेबसाइट ही नहीं खुली तो तिथि बढ़ाकर 15 जुलाई कर दी गयी साथ ही टीईटी का अनुक्रमांक की अनिवार्यता को जोड़ दिया गया। इसके चलते पहले पांच दिनों में प्रत्यावेदन देने वाले अभ्यर्थी ऊहापोह में हैं। उनका कहना है कि उन्होंने अपने प्रत्यावेदन में टीईटी का रोल नम्बर नहीं लिखा है ऐसे में क्या उन्हें पुन: प्रत्यावेदन देना होगा?
इस बीच वरीयता सूची में किसी भी प्रकार की त्रुटि को दुरुस्त करने के लिए प्रत्यावेदन देने की अंतिम 15 जुलाई से बढ़ाकर 21 जुलाई कर दिया गया है। विभाग के एक जानकार अफसर का कहना है कि आवेदन पत्रों की फीडिंग में काफी गड़बड़ियां हैं, इनमें टीईटी के अनुक्रमांक का कोई कालम नहीं रखा गया है, ऐसे में आगे की प्रक्रिया में एक बार फिर आवेदन के मूल फार्म को निकालना पड़ेगा। सूत्रों का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से भले ही आठ सप्ताह की मोहलत मिली है, लेकिन इसे निर्धारित समय पर पूरा कर पाना बड़ी चुनौती है। बेसिक शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि ऑन लाइन करने के चक्कर में ही बड़ी संख्या में त्रुटियां आयी हैं। इन्हें दूर करने के लिए लाखों की संख्या में आये प्रत्यावेदनों का डाटा फीड करने में भी कई दिन लगेंगे, ऐसे में भर्ती प्रक्रिया को तयशुदा समय पर पूरा करना मुश्किल होगा। उधर बेसिक शिक्षा में इन दिनों कई श्रेणियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। शिक्षा मित्रों के समायोजन की काउंसलिंग, दस हजार शिक्षकों की भर्ती, 29 हजार विज्ञान एवं गणित के शिक्षकों की भर्ती को प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती के समानान्तर चलाया जा रहा है। भर्ती प्रक्रिया उलझने के कारण डायट में प्रशिक्षण कार्य भी प्रभावित होने लगा है। शिक्षक भर्ती को लेकर आ रही शिकायतों का जवाब देना भी मुश्किल हो रहा है।
इस बीच वरीयता सूची में किसी भी प्रकार की त्रुटि को दुरुस्त करने के लिए प्रत्यावेदन देने की अंतिम 15 जुलाई से बढ़ाकर 21 जुलाई कर दिया गया है। विभाग के एक जानकार अफसर का कहना है कि आवेदन पत्रों की फीडिंग में काफी गड़बड़ियां हैं, इनमें टीईटी के अनुक्रमांक का कोई कालम नहीं रखा गया है, ऐसे में आगे की प्रक्रिया में एक बार फिर आवेदन के मूल फार्म को निकालना पड़ेगा। सूत्रों का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से भले ही आठ सप्ताह की मोहलत मिली है, लेकिन इसे निर्धारित समय पर पूरा कर पाना बड़ी चुनौती है। बेसिक शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि ऑन लाइन करने के चक्कर में ही बड़ी संख्या में त्रुटियां आयी हैं। इन्हें दूर करने के लिए लाखों की संख्या में आये प्रत्यावेदनों का डाटा फीड करने में भी कई दिन लगेंगे, ऐसे में भर्ती प्रक्रिया को तयशुदा समय पर पूरा करना मुश्किल होगा। उधर बेसिक शिक्षा में इन दिनों कई श्रेणियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। शिक्षा मित्रों के समायोजन की काउंसलिंग, दस हजार शिक्षकों की भर्ती, 29 हजार विज्ञान एवं गणित के शिक्षकों की भर्ती को प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती के समानान्तर चलाया जा रहा है। भर्ती प्रक्रिया उलझने के कारण डायट में प्रशिक्षण कार्य भी प्रभावित होने लगा है। शिक्षक भर्ती को लेकर आ रही शिकायतों का जवाब देना भी मुश्किल हो रहा है।
72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती : हर दिन नयी शर्त से आवेदक हलकान
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
6:35 PM
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1 comment:
4 year kam the kya data feeding karne ke liye.Abhi tak kya soye the.
Employer ke sath majak kar rahe hai kya
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