72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती : आंदोलन, संशोधन, अब प्रत्यावेदन

  • सरकार पर अब भी नहीं भरोसा
  • सरकारी खींचतान की भेंट चढ़ीं उम्मीदें
तीन साल पहले परीक्षा दी। पास हुए तो सरकारी नौकरी की उम्मीद जगी। उसके बाद प्रक्रिया स्थगित, तमाम आंदोलन फिर संशोधन और अब प्रत्यावेदन। यह तकलीफ बयां की जीपीओ में प्रत्यावेदन फार्म जमा करने आए अभ्यर्थियों ने। इन अभ्यर्थियों की मानें तो सरकार पर तो उनको रत्तीभर भी भरोसा नहीं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है, उससे कुछ राहत जरूर मिली है। बहरहाल अभी भी रास्तों में कांटे ही कांटे हैं।
शनिवार को 42 हजार अभ्यर्थियों ने प्रत्यावेदन भेजे। अमेठी जिले से आए रजनीश पाठक कहते हैं कि वर्ष 2011 में टीईटी पास किया था। तब मुङो और घरवालों को काफी खुशी हुई थी कि मैं सरकारी नौकरी में आ गया, लेकिन खुशियां तब काफूर हो गईं जब तत्कालीन सपा सरकार ने घोषणा की कि गुणांक के आधार पर भर्ती की जाएगी न कि टीईटी के अंकों के आधार पर। प्राइवेट कंपनी में कार्यरत संजय सक्सेना ने कहा कि सरकारें बदलती हैं तो भर्ती के नियम भी बदल जाते हैं। बेरोजगारों के साथ तो ऐसा नहीं होना चाहिए। हमारी मेहनत और हमारी ख्वाहिशें सब सरकारों की आपसी खींचतान की भेंट चढ़ जाती हैं।
बाराबंकी से रमेश पाल ने कहा कि गत 25 अप्रैल को जब सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला आया कि 12 माह के भीतर नियुक्तियां हो जाएंगी तो काफी खुश थे। लेकिन हालात वही ढाक के तीन पात हैं। अब समस्या प्रत्यावेदन फार्म जमा करने की है। जिसकी अंतिम तिथि 15 जुलाई है। पोस्ट आफिस में सुविधाओं का जो हाल है उससे फार्म नियत तिथि पर पहुंच पाएंगे यह सोचना बेमानी होगा।
  • बड़े रोड़े हैं इस राह में
नियुक्ति की घोषणा के बाद प्रत्यावेदन का सिलसिला शुरू हो गया। इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं कि अब आसानी से वह शिक्षक बन जाएंगे क्योंकि अभी भी अभ्यर्थियों को कभी सर्वर खराब तो कभी साइट अनअवेलबल जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
  • फिर से बदलाव
प्रत्यावेदन फार्मो में एक और नया कॉलम जुड़ा है। इसमें अभ्यर्थियों को अपना रोल नंबर डालना जरूरी है। समस्या यह है कि कई हजार अभ्यर्थी जो पहले ही प्रत्यावेदन जमा कर चुके हैं, वह अब डायट के चक्कर लगा रहे हैं ताकि समस्या का समाधान हो सके ।
  • अच्छा तो आप परिचित हैं
प्रत्यावेदन जमा करने के लिए ऐसे तो आपको एक से दो दिन का समय लग सकता है। लेकिन सूत्रों की मानें तो अगर आप डाक विभाग में किसी के परिचित है तो बड़ी ही बेफिक्री से आप सीधे अंदर काउंटर पर जाकर फार्म जमा कर सकते हैं। हालांकि अभ्यर्थियों ने इसका विरोध भी किया। प्रत्युत्तर में उन्हें यह कहा गया कि क्या अपना काम न करें।
  • जन्मतिथि है 15-06-87
यूं तो प्रत्यावेदन फार्म में कई सारी खामियां हैं लेकिन क्या आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि सभी अभ्यर्थियों की जन्मतिथि भी एक हो। जी हां सूत्रों के मुताबिक एटा के सभी टीईटी अभ्यर्थियों की जन्मतिथि 15-06-87 है। वहीं शुरुआत के कुछ फार्मो में तो नाम, पिता का नाम और जन्मतिथि गायब ही है।
  • अव्यवस्थाओं का पुलिंदा
एक ओर तो प्रत्यावेदन फार्म में त्रुटियां ही त्रुटियां हैं दूसरी तरफ जीपीओ में फार्म जमा करने को भी भागीरथी प्रयास करना पड़ रहा है। यह कहना है जीपीओ में फार्म जमा करने आए अभ्यर्थियों का। ये बीती 11 जुलाई से अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। उनकी मानें तो कभी सर्वर खराब हो जाता है तो कभी पहचान के लोग अंदर जाकर फार्म जमा करने लगते हैं। ऊपर से फार्म की अंतिम तिथि भी करीब है। उधर, महिला अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके लिए महज एक काउंटर बनाया गया है जिस पर भी दो अतिरिक्त लाइनें लगती हैं। एक विकलांगों की दूसरी वरिष्ठ नागरिकों की। अभ्यर्थी सीमा, तसनीम, जाहिदा, मनोरमा, लक्ष्मी सोनी ने कहा कि बाराबंकी से शुक्रवार को आए थे, रात भर लाइन में लगे रहे तो शनिवार को दो बजे नंबर आया। हालांकि युवकों के लिए दस अतिरिक्त काउंटर खोले गए हैं।
  • डिप्टी चीफ पोस्ट मास्टर बोले
"डिप्टी चीफ पोस्ट मास्टर गंगा प्रसाद ने कहा कि अभ्यर्थियों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए कुल 14 काउंटर बनाए गए हैं। युवकों की संख्या अधिक है इसलिए उनके लिए ज्यादा काउंटर हैं। अगर युवतियों की संख्या अधिक होगी तो यह सुविधा उन्हें भी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि मैनपावर कम है फिर अभ्यर्थियों के लिए रात में भी एक काउंटर खुलवाते हैं। सुबह छह बजे ही पोस्ट आफिस खुल जाता है ताकि किसी भी प्रकार की समस्या न हो।
  • जीपीओ में प्रत्यावेदन फार्म जमा करने के लिए लगी भीड़
डाक विभाग में टीईटी प्रत्यावेदन जमा करने वाले ग्राहकों की भीड़ कम करने के लिए डाक विभाग ने रविवार को भी राजधानी के चौदह डाकघर खोलने का निर्णय किया है। यही नहीं जीपीओ प्रधान डाकघर के अधिकांश काउंटर खुले रहेंगे। इसके अलावा टीईटी प्रत्यावेदन को छांटने के लिए अतिरिक्त स्टाफ लगाया गया है।
डाक विभाग प्रशासन के मुताबिक जीपीओ में प्रतिदिन दस हजार प्रत्यावेदन टीईटी के औसतन जमा हो रहे हैं। इसी तरह राजधानी के अलग-अलग डाकघरों में प्रत्यावेदन जमा होने का ग्राफ अठारह सौ से दो हजार के बीच में हैं।

मोहम्मद शाहनवाज, प्रवर डाक अधीक्षक, लखनऊ ने बताया कि राजधानी भर के डाकघरों में जो टीईटी प्रत्यावेदन जमा हो रहे हैं उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए नियमित रूप से वरिष्ठ डाक अधिकारी मानीटरिंग कर रहे हैं।

शाहनवाज के मुताबिक रविवार को खुलने वाले डाकघर सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुलेंगे वहीं जीपीओ सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक खुलेगा।

  • राजधानी के यह डाकघर खुलेंगे
चौक प्रधान डाकघर, गोमती नगर, इंदिरा नगर, अलीगंज, न्यू हैदराबाद, जानकीपुरम, अमीनाबाद पार्क, निराला नगर, राजेंद्र नगर, विकास नगर, आलमबाग, एलडीए कालोनी कानपुर रोड, दिलकुशा, महानगर डाकघर 1नोट : उक्त डाकघर रविवार को खुलेंगे इसके अलावा जीपीओ भी खुलेगा।

खबर साभार : दैनिक जागरण


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72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती : आंदोलन, संशोधन, अब प्रत्यावेदन Reviewed by Brijesh Shrivastava on 8:33 AM Rating: 5

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