विज्ञान-गणित भर्ती : अंकपत्र जांचने-संशोधन के बाद भरे जाएंगे गुणांक : देना होगा विषय का ‘विकल्प’
- शिक्षकों को देना होगा विषय का ‘विकल्प’
- अभ्यर्थियों की शिकायत का किया जाएगा तत्काल निवारण
- शिकायत निस्तारण प्रकोष्ठ प्रतिदिन सचिव को
प्रदेश के उच्च प्राथमिक स्कूलों के लिए 29334 विज्ञान एवं गणित के शिक्षकों की भर्ती में देरी से बचने एवं गलती सुधारने का इंतजाम कर लिया गया है। जिला चयन समिति को निर्देश दिया गया है कि विज्ञान व गणित दोनों विषयों के लिए तैयार की गई सूची में सम्मिलित अभ्यर्थियों से इस आशय का विकल्प लिया जाएगा कि अंतिम रूप से दोनों विषयों के सहायक अध्यापक पद पर चयन की स्थिति में विज्ञान या गणित में से किस विषय का पद स्वीकार करेंगे।
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने प्रदेश के सभी जिलों में इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। पांच जुलाई तक विज्ञान/गणित के शिक्षकों की कट ऑफ मेरिट सूची जारी होनी है। यही नहीं आवेदन करने वाले कई अभ्यर्थियों ने यह शिकायत की थी कि सूबे के कई विश्वविद्यालय के बीएड परीक्षा में कृपांक के आधार पर श्रेणी का निर्धारण किया जाता है, जबकि आवेदन के लिए ऑनलाइन साफ्टवेयर में प्राप्तांकों को भरने की व्यवस्था थी। इससे ऑनलाइन प्रविष्टि में विवि से भिन्न श्रेणी होने के कारण गुणांक में त्रुटि हुई। ऐसे में अंकपत्रों के परीक्षण के बाद संशोधित गुणांक भरने के बाद ही चयन सूची जारी करने का निर्देश दिया गया है।
विज्ञान एवं गणित के शिक्षकों की भर्ती 11 जुलाई एवं 28 अगस्त 2013 के शासनादेश में दी गई व्यवस्था के अनुसार हो रही है। सात जनवरी 2014 को संबंधित जनपद के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के एक्सेल डाटा को अग्रिम कार्यवाही के लिए उसी जिले में भेज दिया गया है। जनपदीय चयन समिति से यह कहा गया है कि एक्सेल डाटा से जिले के लिए तय सीटों के सापेक्ष आरक्षण व विषयवार तीन गुना जांच सूची तैयार की जाए। विशेष आरक्षण के लिए सूची पांच गुना बनाई जाए। पांच जुलाई को दो प्रमुख अखबारों में कट ऑफ मेरिट का प्रकाशन किया जाए। इसके बाद सात एवं आठ जुलाई को काउंसिलिंग कराई जाएगी।
प्रदेश भर में शुरू हुई शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी को रोकने के लिए प्रत्येक जिले में ग्रीवांस सेल खोला जाएगा। इससे अभ्यर्थियों को भी शिकायत करने के लिए भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी। अभ्यर्थियों की शिकायत का तत्काल निस्तारण किया जाएगा। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा की ओर से अफसरों को निर्देश जारी किए गए हैं। उच्च प्राथमिक स्कूलों में 29,334 विज्ञान एवं गणित व प्राथमिक स्कूलों में 10,000 सहायक शिक्षकों की भर्ती होनी है। ऐसे में सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अभ्यर्थियों को चयन प्रक्रिया के दौरान कठिनाई का सामना न करना पड़े इसलिए शिकायत प्रकोष्ठ का हर हाल में गठन किया जाए। यह प्रकोष्ठ जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान कार्यालय में खोले जाएं या फिर किसी ऐसे कार्यालय में जहां काउंसिलिंग की प्रक्रिया संचालित होगी।
इस प्रकोष्ठ में अभ्यर्थियों द्वारा अभिलेखों के साथ प्रस्तुत किए जाने वाले प्रत्यावेदनों को स्वीकार किया जाएगा। इनकी अलग से पंजिका में प्रविष्टि भी होगी। निर्देश है कि तब प्रत्यावेदन जिला चयन समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। जिला चयन समिति इन प्रत्यावेदनों का परीक्षण करके निस्तारण करेगी। इसकी सूचना आवेदक को अनिवार्य रूप से दी जाएगी। श्री सिन्हा ने कहा कि दोनों भर्तियों की पंजिका अलग-अलग होनी चाहिए। इसमें आवेदक का पत्र व्यवहार का पता एवं दूरभाष संख्या जरूर लिखी जाए। शिकायत निस्तारण प्रकोष्ठ प्रतिदिन प्राप्त प्रत्यावेदनों को सदस्य सचिव चयन समिति के समक्ष प्रस्तुत करेगा। इससे चयन कार्यक्रम पारदर्शी होगा और अनियमितता पर भी रोक लग सकेगी।
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने प्रदेश के सभी जिलों में इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। पांच जुलाई तक विज्ञान/गणित के शिक्षकों की कट ऑफ मेरिट सूची जारी होनी है। यही नहीं आवेदन करने वाले कई अभ्यर्थियों ने यह शिकायत की थी कि सूबे के कई विश्वविद्यालय के बीएड परीक्षा में कृपांक के आधार पर श्रेणी का निर्धारण किया जाता है, जबकि आवेदन के लिए ऑनलाइन साफ्टवेयर में प्राप्तांकों को भरने की व्यवस्था थी। इससे ऑनलाइन प्रविष्टि में विवि से भिन्न श्रेणी होने के कारण गुणांक में त्रुटि हुई। ऐसे में अंकपत्रों के परीक्षण के बाद संशोधित गुणांक भरने के बाद ही चयन सूची जारी करने का निर्देश दिया गया है।
विज्ञान एवं गणित के शिक्षकों की भर्ती 11 जुलाई एवं 28 अगस्त 2013 के शासनादेश में दी गई व्यवस्था के अनुसार हो रही है। सात जनवरी 2014 को संबंधित जनपद के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के एक्सेल डाटा को अग्रिम कार्यवाही के लिए उसी जिले में भेज दिया गया है। जनपदीय चयन समिति से यह कहा गया है कि एक्सेल डाटा से जिले के लिए तय सीटों के सापेक्ष आरक्षण व विषयवार तीन गुना जांच सूची तैयार की जाए। विशेष आरक्षण के लिए सूची पांच गुना बनाई जाए। पांच जुलाई को दो प्रमुख अखबारों में कट ऑफ मेरिट का प्रकाशन किया जाए। इसके बाद सात एवं आठ जुलाई को काउंसिलिंग कराई जाएगी।
प्रदेश भर में शुरू हुई शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी को रोकने के लिए प्रत्येक जिले में ग्रीवांस सेल खोला जाएगा। इससे अभ्यर्थियों को भी शिकायत करने के लिए भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी। अभ्यर्थियों की शिकायत का तत्काल निस्तारण किया जाएगा। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा की ओर से अफसरों को निर्देश जारी किए गए हैं। उच्च प्राथमिक स्कूलों में 29,334 विज्ञान एवं गणित व प्राथमिक स्कूलों में 10,000 सहायक शिक्षकों की भर्ती होनी है। ऐसे में सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अभ्यर्थियों को चयन प्रक्रिया के दौरान कठिनाई का सामना न करना पड़े इसलिए शिकायत प्रकोष्ठ का हर हाल में गठन किया जाए। यह प्रकोष्ठ जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान कार्यालय में खोले जाएं या फिर किसी ऐसे कार्यालय में जहां काउंसिलिंग की प्रक्रिया संचालित होगी।
इस प्रकोष्ठ में अभ्यर्थियों द्वारा अभिलेखों के साथ प्रस्तुत किए जाने वाले प्रत्यावेदनों को स्वीकार किया जाएगा। इनकी अलग से पंजिका में प्रविष्टि भी होगी। निर्देश है कि तब प्रत्यावेदन जिला चयन समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। जिला चयन समिति इन प्रत्यावेदनों का परीक्षण करके निस्तारण करेगी। इसकी सूचना आवेदक को अनिवार्य रूप से दी जाएगी। श्री सिन्हा ने कहा कि दोनों भर्तियों की पंजिका अलग-अलग होनी चाहिए। इसमें आवेदक का पत्र व्यवहार का पता एवं दूरभाष संख्या जरूर लिखी जाए। शिकायत निस्तारण प्रकोष्ठ प्रतिदिन प्राप्त प्रत्यावेदनों को सदस्य सचिव चयन समिति के समक्ष प्रस्तुत करेगा। इससे चयन कार्यक्रम पारदर्शी होगा और अनियमितता पर भी रोक लग सकेगी।
खबर साभार : दैनिक जागरण
विज्ञान-गणित भर्ती : अंकपत्र जांचने-संशोधन के बाद भरे जाएंगे गुणांक : देना होगा विषय का ‘विकल्प’
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
6:43 AM
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1 comment:
kisi ke pass inter District transfer ki jankari hai kya? Kab Online application form aa rahe hai...........
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