आधार नंबर से होगी पेंशनरों की पहचान : पहली पेंशन स्वीकृत होने की प्रक्रिया पर भी नई व्यवस्था होगी लागू
- लाइफ सर्टिफिकेट के लिए बायोमेट्रिक तरीके से दर्ज होगी उपस्थिति
- आधार नंबर से होगी राजकीय पेंशनरों की पहचान
- पहली पेंशन स्वीकृत होने की प्रक्रिया पर भी नई व्यवस्था होगी लागू
इलाहाबाद।
पेंशन भुगतान के मामलों में जल्द ही राजकीय पेंशनरों की पहचान उनके आधार
नंबर से होगी। जन्म प्रमाणपत्र देने के लिए उन्हें लिखा-पढ़ी में भी नहीं
उलझना होगा। ट्रेजरी में बायोमेट्रिक मशीन लगाई जाएगी जो पेंशनर की पहचान
करेगी और फिर आधार नंबर से उसका मिलान होगा। हालांकि योजना अभी शुरुआती चरण
में है। इसे लागू करने के लिए विभागाध्यक्ष, पेंशन स्वीकृत करने वाले
अधिकारी और ट्रेजरी के स्तर पर पेंशनर से संबंधित सभी जानकारी ऑनलाइन की
जाएगी। रिटायर होने वाले कर्मचारियों की पहली पेंशन भी इसी के तहत स्वीकृत
की जाएगी। केंद्रीय पेंशनरों के लिए व्यवस्था इस वित्तीय वर्ष से लागू हो
चुकी है।
केंद्रीय पेंशनरों के लिए ऑनलाइन लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की व्यवस्था केंद्र सरकार ने इसी वित्तीय वर्ष 2014-15 से शुरू की है। हालांकि केंद्र में भी इस योजना की औपचारिक शुरुआत भर हुई है। योजना को पूरी तरह से लागू नहीं किया जा सका है। केंद्र के बाद अब राज्य सरकार ने भी इस दिशा में पहल की है। योजना है कि रिटायरमेंट के बाद ट्रेजरी से पहली पेंशन का भुगतान बायोमेट्रिक आधार पर किया जाएगा। ट्रेजरी में एक ऐसी मशीन लगाए जाने की योजना है, जो बायोमेट्रिक रूप से पेंशनर की पहचान कर सके और फिर आधार से उसका मिलान करे। इसके बाद पेंशन स्वीकृत कर दी जाए। ऐसे में पहली पेंशन के भुगतान में विलंब नहीं होगा और रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को भी लिखा-पढ़ी में नहीं उलझना पड़ेगा।
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पहले
से पेंशन प्राप्त कर रहे सभी पेंशनरों का आधार नंबर भी ट्रेजरी से लिंक
किया जाएगा ताकि जीवित होने का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने के लिए पेंशनरों
को लिखा-पढ़ी के झंझट से राहत मिल जाएगी और वे बायोमेट्रिक रूप से उपस्थिति
दर्ज कराकर अपने जीवित होने का प्रमाण प्रस्तुत कर दें। मुख्य कोषाधिकारी
कृष्णदत्त ढौंढियाल का कहना है कि योजना अभी शुरुआती चरण में है।
खबर साभार : अमर उजाला
आधार नंबर से होगी पेंशनरों की पहचान : पहली पेंशन स्वीकृत होने की प्रक्रिया पर भी नई व्यवस्था होगी लागू
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
7:30 AM
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