बीटीसी 2014 हेतु प्रवेश बंद, अब तक की हुई काउंसलिंग में हुए प्रवेश ही लिए जायँगे, वहीं, बीटीसी 2015 का सत्र 22 सितम्बर 2016 से होगा शुरू

बीटीसी 2014 में अब दूसरी काउंसलिंग नहीं होगी। पहली काउंसलिंग के बाद जितने प्रवेश लिए गए हैं, उतने ही विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा। वहीं, बीटीसी 2015 का शैक्षिक सत्र अगले वर्ष 22 सितम्बर से शुरू होगा।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने बीटीसी के सत्र को नियमित करने की तैयारी शुरू कर दी है। वैसे, बीटीसी 2014 में 22 सितम्बर से पढ़ाई शुरू हो चुकी है।

सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश:
सुप्रीम कोर्ट ने 8 सितम्बर को आदेश दिया है कि बीटीसी 2014 का सत्र 22 सितम्बर से शुरू किया जाए और इसके बाद कोई भी प्रवेश नहीं दिया जाए। वहीं, बीटीसी 2015 का सत्र अगले वर्ष 22 सितम्बर से शुरू किया जाए और 2016 का सत्र जुलाई-2017 में शुरू किया जाए।

सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के नियमों का पालन करने का आदेश दिया है कि 200 दिनों की पढ़ाई के बाद वार्षिक परीक्षा ली जा सकती है। इस तरह से धीरे-धीरे बीटीसी का सत्र नियमित किया जाए। यही कारण है कि बीटीसी 2014 में सीटों के सापेक्ष 30 गुना अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग में बुलाया गया ताकि बार-बार काउंसिलिंग न करनी पड़े।

अब परीक्षा नियामक प्राधिकारी जानकारी जुटा रहा है कि इस वर्ष कितने विद्यार्थियों को प्रवेश दिए गए हैं। इस सत्र में लगभग 48 हजार सीटों पर प्रवेश दिए जाने हैं।

तय होगी सम्बद्धता देने की समयसारिणी:
इस आदेश के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने बीटीसी के निजी कॉलेजों को सम्बद्धता व मान्यता देने की समयसारिणी भी तय कर रहा है ताकि तयशुदा समय के बाद सम्बद्धता न दी जाए यानी निजी या सरकारी सभी कॉलेजों में एक साथ प्रवेश दिए जाएं। मसलन, बीटीसी 2013 में निजी कॉलेजों को अब भी सम्बद्धता देने के साथ इनमें प्रवेश की प्रक्रिया भी चल रही है। जबकि कुछ कॉलेजों में पढ़ाई का एक वर्ष भी पूरा हो चुका है। अनियमित सत्र से परीक्षाएं भी पूरे वर्ष होती हैं और नियामक को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है।

बीटीसी 2014 हेतु प्रवेश बंद, अब तक की हुई काउंसलिंग में हुए प्रवेश ही लिए जायँगे, वहीं, बीटीसी 2015 का सत्र 22 सितम्बर 2016 से होगा शुरू Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी on 3:49 PM Rating: 5

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