पीएम ने शिक्षामित्रों से कहा- धैर्य रखें, रास्ता निकलेगा, आपकी बात प्रदेश सरकार तक जरूर पहुंचाऊंगा...वो अन्याय नहीं करेंगे
- पीएम ने शिक्षामित्रों से कहा- धैर्य रखें, रास्ता निकलेगा
- वाराणसी की जनसभा में बोले-यूपी सरकार को वक्त दीजिए
- 10 मिनट तक जमकर हुई नारेबाजी से सुरक्षाकर्मियों के हाथ-पांव फूले
- आपकी बात प्रदेश सरकार तक जरूर पहुंचाऊंगा...वो अन्याय नहीं करेंगे
लखनऊ। सहायक अध्यापक पद पर समायोजन रद्द किए जाने को लेकर आंदोलित
शिक्षामित्रों को पीएम नरेंद्र मोदी ने हौसला दिया। उन्होंने कहा-आत्महत्या
किसी समस्या का समाधान नहीं है। हौसला रखिए, प्रदेश सरकार को समाधान
तलाशने का वक्त दीजिए। रास्ता जरूर निकलेगा।
प्रधानमंत्री
डीरेका मैदान में भाषण दे ही रहे थे कि शिक्षामित्रों ने नारेबाजी शुरू कर
दी। सैकड़ों की संख्या में अचानक खड़े हुए शिक्षामित्रों के हंगामे से
मैदान में मौजूद पुलिस कर्मियों सहित सुरक्षा एजेंसियों के जवानों के
हाथ-पांव फूलने लगे। हंगामे के दौरान पीएम ने कहा, उत्तर प्रदेश में
शिक्षामित्रों को लेकर एक परिस्थिति पैदा हुई है। मामले की जानकारी प्रदेश
सरकार से ली गई है। शिक्षामित्र संगठन के नेताओं को बुलाया था, उनकी बातें
सुनीं। उन्होंने बताया कि अभी कोर्ट का आॅर्डर नहीं मिला है। प्रदेश सरकार
के पास भी कोर्ट के आॅर्डर कॉपी नहीं पहुंची है।
प्रधानमंत्री
ने कहा कि प्रदेश में शिक्षामित्रों ने आत्महत्या की, यह बेहद
दुर्भाग्यपूर्ण है। जीवन को संकट में डालने से समस्या का समाधान नहीं होगा।
जिन्होंने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली, उनके परिवार का क्या होगा? हौसला
रखें, आत्महत्या का मार्ग हमारा नहीं हो सकता। काशी का सांसद होने के नाते
आपकी बात प्रदेश सरकार तक पहुंचाऊंगा। प्रदेश सरकार को समय दीजिए, वो
अन्याय नहीं करेंगे।
खबर साभार : अमर उजाला
शिक्षामित्रों के मामले में यूपी सरकार से होगी बात : पीएम
धैर्य व संयम रखने की अपील
मामले को गंभीरता से लेने को यूपी सरकार की तारीफ की
खबर साभार : सहारा
शिक्षामित्रों के मामले में यूपी सरकार से होगी बात : पीएम
धैर्य व संयम रखने की अपील
मामले को गंभीरता से लेने को यूपी सरकार की तारीफ की
लखनऊ (एसएनबी)। हाईकोर्ट इलाहाबाद से पौने दो लाख शिक्षामित्रों को लगे
झटका के बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राहत दी।
शिक्षामित्रों के एक प्रतिनिधि मण्डल से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने
करीब आधा घण्टा बात की और इसके बाद उन्होंने यूपी सरकार के साथ मिलकर
रास्ता निकालने का भरोसा दिया। प्रधानमंत्री ने सहायक अध्यापक पद पर
समायोजित शिक्षामित्रों से धैर्य व संयम रखने की अपील की है। उधर हाईकोर्ट
की वेबसाइट पर शिक्षामित्रों से जुड़ा आदेश अपलोड हो गया है। इसके बाद
शिक्षामित्र संगठनों ने इस आदेश की प्रति को लेकर विधिक परीक्षण कराना शुरू
कर दिया है, ताकि कोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट से राहत हासिल की जा
सके। उधर शिक्षामित्रों ने अपने विरोध का तरीका शुक्रवार को बदल दिया।
विद्यालयों में पढ़ाई करने के लिए पहुंचे शिक्षामित्रों ने हाथों में काली
पट्टी बांधे रखी और विद्यालय के बाद बीआरसी पर जाकर कोर्ट के फैसले पर
विरोध जताया और एनसीटीई पर लाखों शिक्षामित्रों के परिवार से खेलने का आरोप
लगाया है।
प्रधानमंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधि मण्डल में शामिल विनोद उपाध्याय, अमरेन्द्र दुबे, धनंजय सिंह, प्रमोद सिंह व अनीता श्रीवास्तव शामिल थीं। प्रतिनिधि मण्डल ने मोदी से मिलने के बाद बताया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने उन्हें भरोसा दिया कि कोर्ट का आर्डर आने पर यूपी सरकार से बात होगी और यूपी सरकार के साथ मिलकर रास्ता निकाला जाएगा। उन्होंने यूपी सरकार के विशेष सचिव गोबिंद राजू से हाईकोर्ट का आदेश मिलने के बाद उसे लेकर दिल्ली आने का निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा कि सभी को धैर्य व संयम रखने की जरूरत है। जान देने की जरूरत नहीं है, इसका रास्ता निकाला जाएगा। प्रधानमंत्री ने शिक्षामित्रों के प्रतिनिधि मण्डल को भरोसा दिया कि वह खुद भी यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात करेंगे और रास्ता निकालेंगे।
उल्लेखनीय है कि यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिक्षामित्रों के संगठनों के एक प्रतिनिधि मण्डल को मिलने के लिए सोमवार को बुलाया है। इसी बीच शुक्रवार को अपराह्न हाईकोर्ट का गत शनिवार को पारित आदेश भी हाईकोर्ट इलाहाबाद की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसके बाद यह आदेश अब यूपी सरकार को भी जल्द उपलब्ध हो जाएगा। सरकार पहले ही कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हुए उसके विधिक परीक्षण कराने और जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट में विशेष याचिका नियोजित कराने के लिए अफसरों को निर्देश दे चुकी है।
1.72 लाख शिक्षामित्रों के भविष्य को लेकर आये फैसले के सात दिन बीतने के बाद भी अभी आक्रोश नहीं थम रहा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आश्वासन के बाद शिक्षामित्र शुक्रवार को विद्यालयों को गये, लेकिन काली पट्टी बांधकर विरोध भी दर्ज कराया और बाद में जिला मुख्यालयों से लेकर ब्लाक मुख्यालयों पर बीआरसी कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने कहा कि राज्य सरकार उनके साथ पहले से ही थी, अब केन्द्र सरकार की यूपी के शिक्षामित्रों केंिहतों को पूरा करने के लिए सामने आ गयी है। उन्होंने कहा कि अब सोमवार को मुख्ययमंत्री से वार्ता होने के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी, लेकिन शिक्षण कार्य को किसी भी तरीके से प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधि मण्डल में शामिल विनोद उपाध्याय, अमरेन्द्र दुबे, धनंजय सिंह, प्रमोद सिंह व अनीता श्रीवास्तव शामिल थीं। प्रतिनिधि मण्डल ने मोदी से मिलने के बाद बताया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने उन्हें भरोसा दिया कि कोर्ट का आर्डर आने पर यूपी सरकार से बात होगी और यूपी सरकार के साथ मिलकर रास्ता निकाला जाएगा। उन्होंने यूपी सरकार के विशेष सचिव गोबिंद राजू से हाईकोर्ट का आदेश मिलने के बाद उसे लेकर दिल्ली आने का निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा कि सभी को धैर्य व संयम रखने की जरूरत है। जान देने की जरूरत नहीं है, इसका रास्ता निकाला जाएगा। प्रधानमंत्री ने शिक्षामित्रों के प्रतिनिधि मण्डल को भरोसा दिया कि वह खुद भी यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात करेंगे और रास्ता निकालेंगे।
उल्लेखनीय है कि यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिक्षामित्रों के संगठनों के एक प्रतिनिधि मण्डल को मिलने के लिए सोमवार को बुलाया है। इसी बीच शुक्रवार को अपराह्न हाईकोर्ट का गत शनिवार को पारित आदेश भी हाईकोर्ट इलाहाबाद की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसके बाद यह आदेश अब यूपी सरकार को भी जल्द उपलब्ध हो जाएगा। सरकार पहले ही कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हुए उसके विधिक परीक्षण कराने और जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट में विशेष याचिका नियोजित कराने के लिए अफसरों को निर्देश दे चुकी है।
1.72 लाख शिक्षामित्रों के भविष्य को लेकर आये फैसले के सात दिन बीतने के बाद भी अभी आक्रोश नहीं थम रहा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आश्वासन के बाद शिक्षामित्र शुक्रवार को विद्यालयों को गये, लेकिन काली पट्टी बांधकर विरोध भी दर्ज कराया और बाद में जिला मुख्यालयों से लेकर ब्लाक मुख्यालयों पर बीआरसी कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने कहा कि राज्य सरकार उनके साथ पहले से ही थी, अब केन्द्र सरकार की यूपी के शिक्षामित्रों केंिहतों को पूरा करने के लिए सामने आ गयी है। उन्होंने कहा कि अब सोमवार को मुख्ययमंत्री से वार्ता होने के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी, लेकिन शिक्षण कार्य को किसी भी तरीके से प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।
खबर साभार : सहारा
पीएम ने शिक्षामित्रों से कहा- धैर्य रखें, रास्ता निकलेगा, आपकी बात प्रदेश सरकार तक जरूर पहुंचाऊंगा...वो अन्याय नहीं करेंगे
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
7:42 AM
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