थमने लगा शिक्षामित्रों का आंदोलन, पीएम मोदी और सीएम अखिलेश के आश्वासन के बाद आक्रोश हुआ कम, काली पट्टी बाँध कार्य बहिष्कार जारी
थमने लगा शिक्षामित्रों का आंदोलन, आगरा-वाराणसी में खत्म
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा रास्ता निकाले जाने का आश्वासन दिए जाने के बाद शिक्षामित्रों का आंदोलन शनिवार से थमने लगा है। प्रदेश में शिक्षामित्रों ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया। एक-दो जिलों में उग्र आंदोलन जारी रहा।
आगरा और वाराणसी में हड़ताल खत्म करते हुए शिक्षा मित्र काम पर वापस आ गए। शुक्रवार को वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद शिक्षा मित्रों के दल को मिले सकारात्मक आश्वासन के बाद शनिवार को हड़ताल खत्म करते हुए वे काम पर वापस आ गए। इस दौरान कई स्कूलों में उन्होंने क्लास भी ली तो अधिकांश जगहों पर सिर्फ हस्ताक्षर कर उपस्थिति दर्ज कराई। शिक्षामित्र बांह पर काली पट्टी बांधकर स्कूलों में डटे रहे। अगले सप्ताह सरकारी स्कूलों में पठन-पाठन सामान्य हो जाएगा। दावा है कि स्पष्ट होने तक विरोध जारी रहेगा और वह कक्षाएं नहीं लेंगे।
इसी तरह आगरा में शिक्षामित्रों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आश्वासन के बाद दोबारा काम पर जाने का फैसला लिया है। शिक्षामित्र शनिवार को सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री से मिले और आश्वासन के बाद राहत की सांस ली है। एक शिक्षामित्र ने बताया कि उन्होंनेजल्द समस्या का निस्तारण करने के लिए आश्वस्त किया है तथा कहा कि सरकार इस बारे में चिंतित है व कोई न कोई रास्ता जरूर निकालेगी। सोमवार से फिर काम शुरू किया जाएगा। फीरोजाबाद और मैनपुरी में शांत प्रदर्शन जारी रहा।
No comments:
Post a Comment