1.24 लाख शिक्षामित्रों के लिए उम्मीद की किरण, टीईटी-15 पास कर बन सकते हैं सहायक अध्यापक
- दो वर्षीय दूरस्थ बीटीसी करने वाले दे सकते हैं टीईटी
- 12 सितम्बर को बगैर टीईटी पास शिक्षमित्रों का समायोजन हुआ रद्द
- 14 जनवरी 2011 को एनसीटीई ने प्रशिक्षण की मंजूरी दी थी
इलाहाबाद। वरिष्ठ संवाददाताप्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर
समायोजन निरस्त होने से सड़क पर आ खड़े हुए प्रदेश के 1.24 लाख
शिक्षामित्रों के लिए खोई नौकरी पाने का टीईटी-15 एक अवसर हो सकता है।
दूरस्थ माध्यम से दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण पूरा कर चुके शिक्षामित्र दो
फरवरी 2016 को प्रस्तावित प्राइमरी स्तर की टीईटी पास कर सहायक अध्यापक की
नियमित भर्ती में दावेदारी कर सकते हैं।
दरअसल हाईकोर्ट ने 12 सितम्बर को बगैर टीईटी पास शिक्षामित्रों के सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त कर दिया था। लेकिन उनके दो वर्षीय बीटीसी ट्रेनिंग के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया था। शिक्षामित्रों के लिए यह राहत भरी खबर थी, क्योंकि इसके बाद उनके प्रशिक्षण को लेकर कोई कानूनी अड़चन नहीं रह गई।
शिक्षक भर्ती में शामिल करने के हैं आदेश: टीईटी पास दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षित शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापकों की नियमित भर्ती में शामिल करने के आदेश कोर्ट दे चुका है। मुजम्मिल हुसैन व दो अन्य शिक्षामित्रों की ओर से दायर याचिका में हाईकोर्ट ने 5 नवम्बर को 15 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती में टीईटी पास शिक्षामित्रों को औपबंधिक रूप से शामिल करने का आदेश दिया है।
दरअसल हाईकोर्ट ने 12 सितम्बर को बगैर टीईटी पास शिक्षामित्रों के सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त कर दिया था। लेकिन उनके दो वर्षीय बीटीसी ट्रेनिंग के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया था। शिक्षामित्रों के लिए यह राहत भरी खबर थी, क्योंकि इसके बाद उनके प्रशिक्षण को लेकर कोई कानूनी अड़चन नहीं रह गई।
शिक्षक भर्ती में शामिल करने के हैं आदेश: टीईटी पास दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षित शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापकों की नियमित भर्ती में शामिल करने के आदेश कोर्ट दे चुका है। मुजम्मिल हुसैन व दो अन्य शिक्षामित्रों की ओर से दायर याचिका में हाईकोर्ट ने 5 नवम्बर को 15 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती में टीईटी पास शिक्षामित्रों को औपबंधिक रूप से शामिल करने का आदेश दिया है।
एनसीटीई की अनुमति से कराई ट्रेनिंग : 1999 में शिक्षामित्र योजना लागू होने के लगभग 12 साल बाद उत्तर प्रदेश
सरकार ने 3 जनवरी 2011 को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से
शिक्षामित्रों को दो वर्षीय दूरस्थ विधि से बीटीसी ट्रेनिंग देने की अनुमति
मांगी थी। ताकि नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम
(आरटीई) 2009 के अनुसार स्कूलों में कोई अप्रशिक्षित अध्यापक न रहें।
हाईकोर्ट द्वारा बगैर टीईटी समायोजन निरस्त होने के बाद दूरस्थ बीटीसी प्रशिक्षित शिक्षामित्र टीईटी-15 पास कर सहायक अध्यापक की नियमित भर्ती में शामिल हो सकते हैं। टीईटी देने से कोई नुकसान नहीं है लेकिन पास हो जाते हैं तो नियुक्ति में कोई विधिक अड़चन नहीं रह जाएगी।
-रंजीत यादव, अध्यक्ष उत्तर प्रदेश बीएड टीईटी पास शिक्षामित्र संगठन
1.24 लाख शिक्षामित्रों के लिए उम्मीद की किरण, टीईटी-15 पास कर बन सकते हैं सहायक अध्यापक
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
10:49 AM
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