अपनी संख्या को ताकत बनाएंगे टीईटी अभ्यर्थी, सुप्रीम कोर्ट में बनेंगे पार्टी, अधिक से अधिक संख्या में पक्षकार बनने की है टेट मोर्चा की रणनीति
इलाहाबाद : शिक्षा मित्रों को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत से बेचैन टीईटी अभ्यर्थी अपनी संख्या को ही अपनी ताकत बनाने में जुटे हुए हैं। उनके अनुसार शिक्षा मित्रों की संख्या एक लाख 72 हजार है जबकि दो लाख 92 हजार टीईटी अभ्यर्थी बेरोजगार घूम रहे हैं। रविवार को यहां जुटे टीईटी अभ्यर्थियों ने तय किया कि सभी लोग सुप्रीम कोर्ट में पार्टी बनेंगे ताकि अदालत में साबित किया जाए कि उत्तर प्रदेश में योग्य अभ्यर्थियों की कमी नहीं है।
टीईटी संघर्ष मोर्चा की ओर से यहां चंद्रशेखर आजाद पार्क में बुलाई गई सभा में हजारों अभ्यर्थी जुटे। इसमें तय किया गया कि 24 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान टीईटी अभ्यर्थी अपने अधिकार की याचिका के साथ स्वयं उपस्थित होंगे। मोर्चा के सदस्य अधिक से अधिक संख्या में इस याचिका के पक्षकार बनेंगे। सभा में प्रस्ताव पारित किया गया कि प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक के पद बड़ी संख्या में रिक्त हैं। इसमें योग्य अभ्यर्थियों का ही चयन किया जाए। ऐसे अभ्यर्थी जो एनसीटीई के मानक पूरे करते हों।
सभा का संचालन करते हुए संजीव कुमार मिश्र ने कहा कि बेरोजगारों के हक की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ी जाएगी। सरकार को इस बात के लिए बाध्य किया जाएगा कि वह अनिवार्य शिक्षा कानून का पालन करे। उन्होंने बताया कि मोर्चा सोमवार और मंगलवार को याची बनने वाले अभ्यर्थियों का नाम एकत्रित करेगा। इसके लिए चंद्रशेखर आजाद पार्क में ही मोर्चा के पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। सभा को शशि कुशवाहा, ब्रह्म प्रकाश मिश्र, सुनील यादव, अविनाश तिवारी, पुष्पा यादव, अरुण त्रिपाठी आदि ने संबोधित किया।
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