अगस्त में सत्र परीक्षा, सितंबर में मिलेंगी बच्चों को किताबें शासन ने किताबों के निःशुल्क वितरण की समय सारिणी जारी की
लखनऊ । परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले पौने दो करोड़ बच्चों को बिना पढ़े ही अगस्त में होने वाले यूनिट टेस्ट देने होंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि शासन ने किताबों के वितरण की जो समय सारिणी जारी की है, उसमें पांच अगस्त से लेकर सितंबर तक पूरी किताबें दिए जाने का आदेश है। वहीं कार्यपुस्तिकाओं की आपूर्ति के लिए भी चार अक्टूबर अंतिम तिथि तय की गई है। ऐसे में आठवीं तक के बच्चों का कोर्स कैसे पूरा होगा।
दरअसल, सर्व शिक्षा अभियान एवं राज्य परियोजना निदेशालय की ओर से परिषदीय, राजकीय एवं सहायता प्राप्त माध्यमिक, बेसिक विद्यालयों,मदरसों में कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को निशुल्क किताबें दी जाती हैं। इस बार किताबों की छपाई के लिए तैयार की गई नीति के खिलाफ मामला न्यायालय में चला गया। जिसके नतीजे मई के अंत में आए। नतीजा जून में किताबों की छपाई के लिए टेंडर प्रक्रिया हुई और जुलाई के पहले सप्ताह में प्रकाशकों से अनुबंध किए जाने की कार्रवाई शुरू हुई। जिसकी वजह से किताबें छापने की कार्रवाई में काफी विलंब हो गया।
वहीं अप्रैल से शुरू हुए सत्र के बाद जुलाई से विद्यालय तो खुल गए, बच्चों के पास किताबें नहीं हैं। अब शासन ने किताबें वितरण की समय सारिणी भी जारी कर दी। साथ ही बीएसए को निर्देश दिए हैं कि जनपद स्तर से किताबों की आपूर्ति के लिए क्रयादेश जारी किया जाए। क्रयादेश में देरी के लिए बीएसए उत्तरदायी होंगे।
कैसे पूरा होगा कोर्स:
परिषद की एक शिक्षिका के मुताबिक प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में यूनिट टेस्ट की शुरुआत अगस्त से होती है। उसके बाद नवंबर के अंतिम सप्ताह या फिर दिसंबर के प्रथम सप्ताह तक अर्धवार्षिक परीक्षाएं होती हैं। परिषद ने प्रत्येक माह के अनुसार पाठ्यक्रम विभाजित कर रखा है। किताबें देर से मिलेंगी तो बच्चे कैसे कोर्स पढ़ेंगे,कैसे परीक्षा देंगे।
ये है समय सारिणी
♣ सभी वर्गों की भाषा एवं गणित की किताबों के लिए आपूर्ति की तिथि-5 अगस्त 2016
♣ सभी वर्गों की शेष सभी किताबों के लिए आपूर्ति की अंतिम तिथि-19 सितंबर 2016
♣ सभी कार्यपुस्तिकाओं की आपूर्ति की अंतिम तिथि-4 अक्टूबर 2016 तक।
No comments:
Post a Comment