जनप्रतिनिधि बाँटेंगे किताबें और ड्रेस, परिषदीय विद्यालयों में छह माह बाद बांटी जाएंगी नि:शुल्क पुस्तकें, चुनावी वर्ष में स्कूलों के लगभग हर कार्य में जनप्रतिनिधियों को बुलाया जा रहा
इलाहाबाद : प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकें एवं यूनीफार्म बांटने की बारी आ गई है। इस बार शैक्षिक सत्र शुरू होने के छह माह बाद सरकार बच्चों को किताबें मुहैया कराने जा रही है। पुस्तकों एवं ड्रेस का वितरण जनप्रतिनिधियों के जरिए कराए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं। असल में चुनावी वर्ष में स्कूलों के लगभग हर कार्य में जनप्रतिनिधियों को बुलाया जा रहा है।
परिषदीय विद्यालयों में स्कूल चलो अभियान के तहत निकाली गई रैलियों एवं विद्यालय उत्सव से लेकर फल वितरण आदि में जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जा चुका है। इधर लंबे समय से बच्चों को पाठ्य पुस्तकें एवं यूनीफार्म मुहैया कराए जाने की मांग हो रही थी, तमाम प्रयासों के बाद भी किताबें एवं ड्रेस समय पर वितरित नहीं हो सका। यह प्रकरण हाईकोर्ट तक पहुंचा, तब सरकार ने न्यायालय में हलफनामा दिया कि सितंबर माह में किताबें वितरित करा दी जाएंगी। इसी बीच राज्य शिक्षा संस्थान के प्राचार्य ने नई पाठ्य पुस्तकों में बदलाव की जानकारी मीडिया के जरिए सार्वजनिक की। इससे यही संकेत मिला कि अब किताबें वितरण की घड़ी नजदीक आ गई है।
शिक्षा निदेशक बेसिक दिनेश बाबू शर्मा ने भी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को अब आदेश दिया है कि इस कार्य में ढिलाई न बरतें। वही जिन स्कूलों में जनप्रतिनिधियों ने पाठ्य पुस्तकें वितरित कर दी हैं उनका भी ब्योरा मांगा गया है।
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