बेसिक शिक्षकों को मिलेगा स्वैच्छिक तबादले का एक और मौका
बेसिक शिक्षकों को मिलेगा स्वैच्छिक तबादले का एक और मौका
शिक्षक-छात्र समानुपात करने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद सचिव जारी करेंगे कार्यक्रम
उद्देश्य यह है कि आवश्यकता वाले विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या पर्याप्त हो सके
प्रयागराजः 20,182 शिक्षकों को स्वेच्छा से अंतःजनपदीय स्थानांतरण दिए जाने के बाद बेसिक शिक्षा परिषद शिक्षकों को स्वेच्छा से स्थानांतरण के लिए एक और अवसर देगा। इससे आवश्यकता से अधिक शिक्षक वाले विद्यालयों से आवश्यकता वाले विद्यालय में शिक्षकों को नियुक्ति दी जाएगी। आवेदन लेने, सत्यापन और स्थानांतरण आदेश के संबंध में कार्यक्रम जारी किया जाएगा। उद्देश्य यह है कि आवश्यकता वाले विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या पर्याप्त हो सके और शिक्षक भी अपनी सुविधानुरूप तैनाती पा सकें।
बेसिक शिक्षा परिषद सचिव सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि 30 जून को जिन 20,182 शिक्षकों का स्वेच्छा से अंतः जनपदीय स्थानांतरण मिला है, उसमें से कुछ शिक्षकों ने अभी कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। उन्हें कार्यमुक्त एवं कार्यभार ग्रहण कराने की कार्यवाही के निर्देश सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दिए गए हैं। इसके बाद स्वेच्छा से स्थानांतरण के लिए आवेदन लिए जाने की प्रक्रिया कुछ दिन में फिर से शुरू की जाएगी।
इसके लिए आवश्यकता से अधिक शिक्षक वाले तथा आवश्यकता वाले विद्यालयों की सूची तैयार कर जारी की जाएगी, ताकि उसी अनुरूप शिक्षक आनलाइन आवेदन कर सकें। आवेदनों का सत्यापन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा कराया जाएगा। उसके बाद स्थानांतरण आदेश जारी किए जाएंगे। आवश्यकता से अधिक शिक्षक वाले विद्यालयों से स्वेच्छा से आवेदन न करने पर विभाग अपने स्तर से कार्यवाही करेगा।
आरटीई मानक के अनुसार परिषदीय शिक्षकों के अभी और तबादले और समायोजन होंगे
लखनऊ। शिक्षकों के तबादलों के बाद जॉइन कराने में आ रही दिक्कत व स्कूलों के विलय को लेकर चल रहे विरोध के बाद सरकार ने स्पष्ट किया है कि प्रदेश में निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत शिक्षकों का समायोजन प्रभावी तरीके से किया गया है। कोई भी विद्यालय एकल न रहे इसके लिए नियमित शिक्षकों की तैनाती की गई है। साथ ही शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को भी सहायक कार्यों में लगाया गया है।
सरकार की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि समायोजन के दो चरण पूरे हो चुके हैं। अब जिलास्तरीय समिति की बारी है। पहले चरण में 16646 शिक्षकों को तबादले का लाभ मिला। दूसरे चरण ने 543 शिक्षकों का आकांक्षात्मक जिलों में समायोजन किया गया। तीसरे में जिले के अंदर 20182 शिक्षकों को सामान्य तबादलों का लाभदिया गया है। अब बचे सरप्लस शिक्षकों का समायोजन डीएम की अध्यक्षता में समिति गठित कर छात्र-शिक्षक अनुपात के अनुरूप किया जाएगा।
छात्र-शिक्षक अनुपात के अनुसार होगा समायोजन :
सरकार ने आरटीई के तहत परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के समायोजन को प्रभावी तरीके से लागू करने का दावा किया है। आरटीई के तहत प्रत्येक विद्यालय में न्यूनतम एक शिक्षक या सहयोगी उपलब्ध होना आवश्यक है। विभाग के अनुसार समायोजन के प्रथम चरण में 16,646 शिक्षकों को अंतरजनपदीय और अंतःजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण का लाभमिला। द्वितीय चरण में 543 शिक्षकों का आकांक्षात्मक जिलों में समायोजन हुआ है। अंतःजनपदीय आनलाइन आवेदन से कुल 20,182 शिक्षकों को लाभ मिला है।
अब छात्र-शिक्षक अनुपात मानकों के अनुसार शेष सरप्लस शिक्षकों का समायोजन डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जाएगा। डीजी शिक्षा कंचन वर्मा ने बताया कि कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों को स्कूल पेयरिंग माडल से जोड़ा गया है। जहां छात्र संख्या कम है और शिक्षक अतिरिक्त हैं, ऐसे शिक्षकों को वहां से उन विद्यालयों में भेजा जा रहा है, जहां शिक्षक कम हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग ने बीएसए को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये दिए निर्देश
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से हाल में किए गए जिले के अंदर सामान्य तबादलों में कई जिलों में शिक्षकों की कार्यमुक्ति निरस्त की जा रही थी। विभाग ने इस पर नाराजगी जताई है। साथ ही शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बीएसए को निर्देश दिया कि किसी भी शिक्षक का तबादला निरस्त नहीं किया जाएगा। उन्हें नियमानुसार कार्यभार ग्रहण कराया जाए।
परिषद की ओर से 30 जून को सभी आवश्यक प्रक्रिया पूरी करते हुए शिक्षक-छात्र अनुपात के आधार पर 20182 शिक्षकों के तबादले किए थे। इसमें से कई जिलों में शिक्षकों ने कार्यभार भी ग्रहण कर लिए। किंतु एटा, लखीमपुर खीरी, चित्रकूट, अयोध्या, बरेली आदि कुछ जिलों में शिक्षक-छात्र अनुपात बिगड़ने की बात कहते हुए खंड शिक्षा अधिकारियों की ओर से शिक्षकों की कार्यमुक्ति निरस्त की जा रही थी।
उनका कहना था कि छात्र-शिक्षक अनुपात प्रभावित हो रहा है, इसलिए कार्यमुक्ति निरस्त की जाती है। शिक्षक अपने मूल विद्यालय में कार्यभार संभालना सुनिश्चित करें। चर्चा यह भी रही कि स्वहित में बीईओ की ओर से यह कार्यवाही की जा रही थी। जिलों में हो रही कार्यमुक्ति निरस्त करने से शिक्षकों में नाराजगी बढ़ रही थी। साथ ही इसकी शिकायत बेसिक शिक्षा मंत्री व उच्च अधिकारियों से भी की गई थी।
शिक्षक और छात्र अनुपात देखकर किया गया तबादला
इस क्रम में महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा व अन्य विभागीय अधिकारियों ने शनिवार दोपहर सभी बीएसए के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल व बेसिक शिक्षा परिषद सचिव सुरेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि सभी बीएसए को निर्देश दिए गए हैं कि तबादला पाए शिक्षकों को जॉइन कराना सुनिश्चित करें। तबादला शिक्षक-छात्र अनुपात देखकर किया गया है। कुछ बीएसए की ओर से इसे लेकर संशय बताया गया, जिसका निराकरण भी किया गया।
बेसिक शिक्षकों को मिलेगा स्वैच्छिक तबादले का एक और मौका
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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5:55 AM
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