एक अफसर को नहीं दे सकते दो पदों का प्रभार : हाईकोर्ट ने वासुदेव यादव को दो विभागों का निदेशक बनाने पर सरकार को लगाई फटकार

  • अदालत ने सरकार पर लगाया पांच हजार रुपये का हर्जाना
  • कनिष्ठ अधिकारी को नहीं दे सकते वरिष्ठ का चार्ज
  • मजबूरी हो तो वरिष्ठता के आधार पर हो तैनाती
  • शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर दिये हैं अफसरों को दो या तीन पदों के चार्ज
इलाहाबाद। हाईकोर्ट ने निदेशक माध्यमिक शिक्षा और निदेशक बेसिक शिक्षा का चार्ज एक ही व्यक्ति (वासुदेव यादव) को दिए जाने पर सरकार की कड़ी आलोचना की है। न्यायालय ने इसे सरकार का भेदभाव और पक्षपात पूर्ण कार्य करार दिया है जो महत्वपूर्ण पदों को अपने कुछ चुनिंदा अफसरों तक सीमित रखने के इरादे से किया जा रहा है। कोर्ट ने प्रदेश सरकार को निर्देश दिया है कि भविष्य में किसी भी अधिकारी को एक ही स्थान पर दो पदों का प्रभार न दिया जाए सिवाय उस स्थिति के जब उस कैडर का अधिकारी उपलब्ध न हो। मगर उस स्थिति में यह प्रभार सीमित समय के लिए दिया जाना चाहिए। यदि सरकार के उस कैडर में अधिकारियो की कमी है और एक अधिकारी को दो पदों का प्रभार देना है तो उस स्थिति में अधिकारी की वरिष्ठता का ध्यान रखा जाए। कनिष्ठ पद पर काम कर रहे अधिकारियों को वरिष्ठ पद का प्रभार न दिया जाए। अदालत ने सरकार पर पांच हजार रुपये का हर्जाना भी लगाया है।
यह आदेश न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल और न्यायमूर्ति सुनीता अग्रवाल की खंडपीठ ने जीतेंद्र कुमार गोयल की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया। याचिका में शिकायत की गई है कि प्रदेश सरकार में बड़े पैमाने पर एक अधिकारी को एक से अधिक पदों का प्रभार दिया जा रहा है। ऐसा करते समय वरिष्ठता और कैडर को भी नजर अंदाज किया जाता है। विशेषकर शिक्षा विभाग में यह चलन सबसे ज्यादा है। शिक्षा विभाग में एक अधिकारी को कई-कई पदों का चार्ज दे दिया गया है।
याची ने कोर्ट को अवगत कराया कि मौजूदा समय में शिक्षा विभाग में निदेशकों के पद पर चार अधिकारी हैं। जिनमें वासुदेव यादव, अवध नरेश शर्मा, सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह और अमर नाथ वर्मा। इनमें से अमर नाथ वर्मा को स्वीकृत पदों में से किसी का भी चार्ज नहीं दिया गया है जबकि वासुदेव यादव को निदेशक माध्यमिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा दोनों के पद पर लंबे सयम से तैनात कर रखा है। यही स्थिति निचले पदों
पर भी है।
इलाहाबाद में डीआईओएस के पद पर महेंद्र सिंह यादव को चार पदों का प्रभार दिया गया है। कोमल यादव को डीआईओएस के दो पद और बीएसए कानपुर का पद भी दिया गया है। इसी प्रकार से चंद्रजीत यादव, शांति यादव, रामलखन यादव, संतोष कुमार सिंह आदि को भी कई-कई पद दिए गए हैं। (साभार-:-अमर उजाला)


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