बीटीसी का बदलेगा पाठ्यक्रम
- 82 वर्ष बाद हो रहा यह बदलाव
- एनसीईआरटी की मंजूरी के बाद 2014-15 के सत्र से होगा लागू
- पाठ्यक्रम में आरटीआई, राइट टू एजुकेशन, संचार प्रौद्योगिकी आदि भी
- चतुर्थ सेमेस्टर में तीन माह चलने वाली टीचिंग की जगह होगा प्रेक्टिकल
- कई सत्र के बीटीसी रिजल्ट शीघ्र
- शिक्षा मित्रों का परीक्षा परिणाम अगस्त में
- एनटीटी में प्रवेश की तैयारियां तेज
इलाहाबाद। बीटीसी का पाठ्यक्रम 82 वर्ष बाद बदलने जा रहा है। इसकी तैयारियां राज्य शिक्षा संस्थान (इलाहाबाद) में अन्तिम दौर में चल रही हैं। एनसीआरटी से मंजूरी के बाद वर्ष 2014-15 के सत्र से इसे लागू कर दिया जाएगा। राज्य शिक्षा संस्थान के प्राचार्य फैजुर्रहमान ने बताया कि बीटीसी पाठ्यक्रम की शुरूआत 1930 के आसपास हुई थी। इसके बाद से बीटीसी पाठ्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया और न ही बीटीसी की किताबें ही छापी गयीं। ऐसे में अभ्यर्थी किसी तरह से शिक्षण और परीक्षा देते थे। अभ्यर्थियों की परेशानी को देखते हुए पाठ्यक्रम में बदलाव किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बीटीसी के शिक्षण के दौरान चार सेमेस्टर में पढ़ाई पूरी होती है। पहले सेमेस्टर में 10 दिन, दूसरे सेमेस्टर में नौ दिन, तीसरे सेमेस्टर में आठ दिन और चौथे सेमेस्टर में तीन माह की टीचिंग और शेष प्रशिक्षण रहता है। बीटीसी पाठ्यक्रम में जो संशोधन किया जा रहा है वह खासकर अन्तिम सेमेस्टर में है। इसके तहत शिक्षण के साथ टीचिंग के स्थान पर अब प्रेक्टिकल भी होगा। इसका समय निश्चित किया जा रहा है। प्राचार्य ने बताया कि इस बार पाठ्यक्रम में संचार प्रौद्योगिकी, शिक्षा का मौलिक अधिकार और सूचना का अधिकार शामिल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बीटीसी पाठ्यक्रम में बदलाव और किताबों के प्रकाशन की अन्तिम मुहर एनसीआरटी से लगनी है। वहां से कुछ सुधार के लिए कहा गया है। यह सुधार पूरा होते ही बीटीसी में बदला हुआ पाठ्यक्रम लागू कर दिया जाएगा। विकलांगों के अतिरिक्त बैच चलाने का सुझाव : राज्य शिक्षा संस्थान के प्राचार्य फैजुर्रहमान ने बताया कि एनसीआरटी को सुझाव दिया गया है कि पूर्णरूप से विकलांग अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए बीटीसी का एक अतिरिक्त बैच चलाया जाए, जिसमें सिर्फ विकलांग अभ्यर्थी ही रहें। उन्होंने बताया कि इसके लिए मण्डल स्तर पर प्रशिक्षण केन्द्र भी खोला जाए, जहां विकलांगों के बीटीसी में शिक्षण के लिए अतिरिक्त सुविधाएं दी जाएं। उन्होंने बताया कि विकलांगों के शिक्षण के लिए मास्टर ट्रेनर्स राज्य शिक्षा संस्थान प्रशिक्षित करके देगा। मास्टर ट्रेनर्स विकलांगों को बीटीसी के शिक्षण और प्रशिक्षण की जानकारी देंगे।
- कई सत्र के बीटीसी रिजल्ट शीघ्र :
- शिक्षा मित्रों का परीक्षा परिणाम अगस्त में :
शिक्षामित्रों की परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं का भी मूल्यांकन चल रहा है। इसका रिजल्ट अगस्त के दूसरे हफ्ते में आने की संभावना है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव ने बताया कि परिणाम जल्द घोषित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।- एनटीटी में प्रवेश की तैयारियां तेज
- एनटीटी में प्रवेश की तैयारियां तेज
बीटीसी का बदलेगा पाठ्यक्रम
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
7:29 PM
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