शिक्षामित्र जहाँ पढ़ा रहे, वहीं बनेंगे शिक्षक : बेसिक शिक्षा निदेशालय ने प्रस्ताव तैयार किया
लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षा मित्रों को उसी स्कूल में सहायक अध्यापक बनाएगा, जहां वे शिक्षण कार्य कर रहे हैं। पहले चरण में 60 हजार शिक्षा मित्र सहायक अध्यापक बनेंगे। बेसिक शिक्षा निदेशालय ने इसके आधार पर प्रस्ताव तैयार कर लिया है। शीघ्र ही इसे शासन को भेजा जाएगा और इसके आधार पर शासनादेश जारी कर दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में 1.70 लाख शिक्षा मित्र प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों के साथ बच्चों को पढ़ाने में सहयोग कर रहे हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम में कक्षा 8 तक के स्कूलों में प्रशिक्षित शिक्षक रखने की अनिवार्यता कर दी गई है। शिक्षा मित्र पैरा शिक्षक हैं और ये गैर प्रशिक्षित हैं। राज्य सरकार ने वर्ष 2011 में इन्हें पत्राचार के माध्यम से दो वर्षीय प्रशिक्षण देकर शिक्षक बनाने का निर्णय किया था। इसके आधार पर स्नातक पास शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया शुरू हुई। पहले चरण में 60 हजार शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद नवंबर में परीक्षा आयोजित कराई जाएगी और पास होने वालों को दिसंबर में प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
बेसिक शिक्षा निदेशालय चाहता है कि पहले चरण में प्रशिक्षण ले रहे शिक्षा मित्रों को जनवरी तक शिक्षक बना दिया जाए। इसके आधार पर ही प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके मुताबिक शिक्षा मित्रों के प्रमाण पत्रों का मिलान दिसंबर के आखिरी सप्ताह से लेकर जनवरी के पहले हफ्ते तक किया जाएगा। इसके बाद इन्हें नियुक्ति पत्र देते हुए एक सप्ताह के अंदर सहायक अध्यापक के पद पर ज्वॉइन कराया जाएगा।
इंटर पास शिक्षा मित्रों को ट्रेनिंग इसी माह सेलखनऊ (ब्यूरो)। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इंटर पास 46 हजार शिक्षा मित्रों को दो वर्षीय प्रशिक्षण इसी माह शुरू करने की तैयारियां शुरू कर दी है। उसने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) को इस संबंध में निर्देश भी दे दिया है। डायट प्राचायों से कहा गया है कि इंटर पास शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण देने के लिए तैयारियां शुरू कर दी जाएं। गौरतलब है कि राज्य सरकार शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण देकर सहायक अध्यापक बनाने का निर्णय कर चुकी है। स्नातक पास शिक्षा मित्रों का प्रशिक्षण पहले ही शुरू हो चुका है। इंटर पास शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण देने के संबंध में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद से अनुमति मांगी गई थी। वहां से अनुमति मिलने के बाद यह तैयारी शुरू की गई है।
शिक्षामित्र जहाँ पढ़ा रहे, वहीं बनेंगे शिक्षक : बेसिक शिक्षा निदेशालय ने प्रस्ताव तैयार किया
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
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6:10 AM
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17 comments:
kaya inko TET dena padega............
inko tet se mukt rakha gaya hai kya ?
Ha inka tet nahi hoga
tet k bare me koi suchna nahi hai ?
Tet dena hoga niyukti k bad
Tet dena hoga par kuch samay mil sakta hai.
kash teacher ki jagah sikshamitra hota. kheti bhi chalti rehti apne hi gaon me
Pata nahi kab apne ghar jaynge .sir 2list kab aa rahi hai.
kya dusri list me balrampur janpad k teachers ka transfor ho payega ya nhi. btane ka kast kren plz..
Shiksha mitr ko usee school mien niykt krna niyam ke vipreet..
Bilkul sahi
kiya sm ban payenge teacher?
Sm ko teacher banne se ab koi nhi rok sakta kyo ki ye unki kadi mehnat ka fal unko milne ja rha h...
12 saal me to kodi ke bhi baag jaag jate h fir shiksha mitro ke kiu nahi........ shiksha mitra teacher banege jaror...........
haaa haaa ha
Shiksha mitra ko TET kyo nahi........................? Jabki BTC pass wale TET de or ye log nahi Akahri Kyo...............?
Kya aisa bhi niyam hai jis village me rahte ho vahi padao taki rajneet bhi kare or maja bhi mare and dusre teacher jaha se bhi aye ? Sabhi ko unke ghar ke pass ke school par Niyukta karo Sabhi KO ----------------------- waha re BAsic Shiksha vibhag ke Karta Dharta ............................................
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