एक ही तारीख में होंगी कक्षा पांच और आठ की परीक्षाएं : राज्य सलाहकार परिषद की बैठक में बेसिक शिक्षा मंत्री का निर्देश
- कक्षा पांच और आठ में होंगी परीक्षाएं
- राज्य सलाहकार परिषद की बैठक में बेसिक शिक्षा मंत्री का निर्देश
- अंग्रेजी माध्यम से संचालित स्कूलों में चलेंगी एससीईआरटी की किताबें
लखनऊ : बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए पहले की तरह कक्षा पांच और आठ में परीक्षाएं कराने का निर्देश दिया है। चौधरी शुक्रवार को शिक्षा के अधिकार के लिए गठित राज्य सलाहकार परिषद की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
गौरतलब है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत कक्षा एक से आठ तक में परीक्षाएं कराने की बजाय सतत और व्यापक मूल्यांकन की व्यवस्था है। बैठक में चौधरी ने कहा कि प्रदेश के सभी परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में एक ही तारीख को परीक्षा कराई जाए। अपरिहार्य कारणों से यदि कहीं परीक्षा नहीं हो पाती है तो इसके लिए दोबारा तिथि तय कर परीक्षा करायी जाए।
उन्होंने अगले सत्र से सभी जिलों में अंग्रेजी माध्यम से संचालित किए जाने वाले दो परिषदीय स्कूलों में पढ़ाने के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा तैयार की गईं किताबों का अंग्रेजी में अनुवाद करने का निर्देश दिया। यह कहते हुए कि इन स्कूलों में सीबीएसई पाठ्यक्रम की किताबें चलाकर सरकार सीबीएसई की नकल नहीं करना चाहती है। अगले सत्र से परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक से अंग्रेजी की पढ़ाई होगी। उन्होंने शिक्षकों की ट्रेनिंग व्यवस्थित तरीके से कराने का निर्देश दिया।
इस मौके पर बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि निरीक्षण के जरिये खराब प्रदर्शन करने वाले स्कूल चिह्न्ति कर उनमें सुधार लाया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से शिक्षकों के साथ है और उनकी मांगों को पूरा भी कर रही है। शिक्षक हड़ताल करने और कोर्ट में जाने से बचें। उन्होंने छात्र संख्या के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति तय करने का निर्देश दिया।
राज्य मंत्री वसीम अहमद ने शिक्षा की गुणवत्ता जांचने के लिए मंडलवार कमेटियां बनाकर स्कूलों का मुआयना कराने का सुझाव दिया। यह भी कहा कि जहां कमियां मिलें, वहां संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए।
- परिषदीय स्कूलों में एक ही तारीख पर कराएं परीक्षाएं
- रामगोविंद चौधरी ने कहा, पांचवीं व आठवीं के एग्जाम नई नीति के तहत कराएं
लखनऊ। बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूलों में परीक्षाएं एक ही तारीख पर कराने और कक्षा 5 व 8 की परीक्षाएं नई नीति के तहत कराए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बेसिक स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों की तरह पढ़ाई व नामांकन होंगे। इन स्कूलों में इस बार अंग्रेजी भी पढ़ाई जाएगी।
चौधरी शुक्रवार को बेसिक शिक्षा निदेशालय के सभागार में राज्य सलाहकार परिषद की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उनके साथ राज्य मंत्री, योगेश प्रताप सिंह व वसीम अहमद भी थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में परीक्षा कार्यक्रम एक ही तारीख को निर्धारित किया जाए। अपरिहार्य कारणवश अगर कहीं परीक्षा नहीं हो पाती है तो वहां दोबारा निर्धारित तिथि के अनुसार कराई जाए। इस बार निजी स्कूलों की तरह अप्रैल से नामांकन और पढ़ाई होगी। उन्होंने अध्यापकों की ट्रेनिंग की व्यवस्था व्यवस्थित तरीके से करने के निर्देश दिए।
खबर साभार :अमर उजाला
खबर साभार : राष्ट्रीय सहारा
- नई नीति के तहत होंगी कक्षा पांच व आठ की परीक्षाएं
- बेसिक शिक्षा राज्य सलाहाकार परिषद की बैठक बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा,
- कक्षा एक से पढ़ायी जाएगी अंग्रेजी, पहली अप्रैल से शुरू होगा सत्र
लखनऊ। प्रदेश के बेसिक शिक्षामंत्री रामगोबिंद चौधरी ने बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कक्षा पांच व आठवीं की परीक्षा नई नीति से कराने का निर्देश दिया है, ताकि बच्चों के साथ अभिभावकों में भी पढ़ाई के प्रति रुझान बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापरक शिक्षा से प्राथमिक स्कूलों की गौरवशाली परम्परा वापस आ सकती है।
श्री चौधरी बेसिक शिक्षा निदेशालय में राज्य सलाहकार परिषद की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्कूलों में परीक्षा एक ही तारीख व एक ही दिन निर्धारित की जाए, अगर किसी स्कूल में अपरिहार्य कारणों से परीक्षा नहीं हो पाती है तो दोबारा तिथि निर्धारित कर परीक्षा करायी जाए। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में भी अब कक्षा एक से अंग्रेजी पढ़ाई जाएगी और कान्वेंट स्कूलों की तरह सरकारी स्कूलों का सत्र पहली अप्रैल से शुरू होगा। नामांकन व पढ़ाई दोनों प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर होगा। श्री चौधरी ने कहा कि अध्यापकों की ट्रेनिंग व्यवस्थित तरीके से करायी जाए। अधिकारी, कर्मचारी और अध्यापक सभी पूरी लगन के साथ काम करें तो बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों की पुरानी परम्परा को लौटाया जा सकता है। प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि परिषद के खराब विद्यालयों की फरफाम्रेन्स में सुधार के लिए निरीक्षण बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह शिक्षकों के साथ है, वह हड़ताल पर न जाये और अनावश्यक रूप से कोर्ट-कचहरी में जाने से बचे। श्री सिंह ने बताया कि दो वर्ष में 18 हजार अध्यापकों की नियुक्ति हो चुकी है और 15 हजार पदों पर बीटीसी अध्यापकों की भर्ती मार्च तक पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने छात्रों की संख्या के आधार पर विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती के निर्देश दिये।
राज्यमंत्री वसीम अहमद ने कहा कि गुणवत्ता की जांच मण्डलवार कमेटी बनाकर की जाए, ताकि शिक्षा की प्रगति को जांचा जा सके। उन्होंने चेतावनी दी कि विद्यालयों में कमियां मिलीं तो खण्ड शिक्षा अधिकारी जिम्मेदार होंगे। बैठक में प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा, निदेशक बेसिक शिक्षा के साथ सलाहकार परिषद के सभी सदस्य मौजूद थे।
श्री चौधरी बेसिक शिक्षा निदेशालय में राज्य सलाहकार परिषद की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्कूलों में परीक्षा एक ही तारीख व एक ही दिन निर्धारित की जाए, अगर किसी स्कूल में अपरिहार्य कारणों से परीक्षा नहीं हो पाती है तो दोबारा तिथि निर्धारित कर परीक्षा करायी जाए। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में भी अब कक्षा एक से अंग्रेजी पढ़ाई जाएगी और कान्वेंट स्कूलों की तरह सरकारी स्कूलों का सत्र पहली अप्रैल से शुरू होगा। नामांकन व पढ़ाई दोनों प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर होगा। श्री चौधरी ने कहा कि अध्यापकों की ट्रेनिंग व्यवस्थित तरीके से करायी जाए। अधिकारी, कर्मचारी और अध्यापक सभी पूरी लगन के साथ काम करें तो बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों की पुरानी परम्परा को लौटाया जा सकता है। प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि परिषद के खराब विद्यालयों की फरफाम्रेन्स में सुधार के लिए निरीक्षण बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह शिक्षकों के साथ है, वह हड़ताल पर न जाये और अनावश्यक रूप से कोर्ट-कचहरी में जाने से बचे। श्री सिंह ने बताया कि दो वर्ष में 18 हजार अध्यापकों की नियुक्ति हो चुकी है और 15 हजार पदों पर बीटीसी अध्यापकों की भर्ती मार्च तक पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने छात्रों की संख्या के आधार पर विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती के निर्देश दिये।
राज्यमंत्री वसीम अहमद ने कहा कि गुणवत्ता की जांच मण्डलवार कमेटी बनाकर की जाए, ताकि शिक्षा की प्रगति को जांचा जा सके। उन्होंने चेतावनी दी कि विद्यालयों में कमियां मिलीं तो खण्ड शिक्षा अधिकारी जिम्मेदार होंगे। बैठक में प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा, निदेशक बेसिक शिक्षा के साथ सलाहकार परिषद के सभी सदस्य मौजूद थे।
खबर साभार : राष्ट्रीय सहारा
- बेसिक स्कूलों में अंग्रेजी की पढ़ाई पर भी दिया जाएगा ध्यान
- कक्षा 5 और 8 की बोड परीक्षा फिर शुरू होगी
लखनऊ प्रमुख संवाददातासरकारी प्राइमरी स्कूलों में कक्षा 5 व 8 की बोड परीक्षाएं दोबारा शुरू होंगी। शिक्षा का अधिकार कानून 2010 में लागू होने के बाद बोड परीक्षाएं बंद कर दी गई थीं। यह निदेश बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने राज्य सलाहकार परिषद की बैठक में दिए। एक ही दिन हो परीक्षा:मंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी स्कूलों में परीक्षाएं एक ही दिन कराई जाएं। अपरिहाय कारणों से यदि कहीं परीक्षा नहीं हो पाती है तो तारीखें दोबारा निधारित की जाएं।अप्रैल से सत्र: मंत्री ने कहा कि बेसिक स्कूलों में अंग्रेजी भी पढ़ाई जाएगी। निजी स्कूलों की तरह सरकारी प्राइमरी स्कूलों में भी अप्रैल से सत्र शुरू होगा।
खबर साभार : हिंदुस्तान |
एक ही तारीख में होंगी कक्षा पांच और आठ की परीक्षाएं : राज्य सलाहकार परिषद की बैठक में बेसिक शिक्षा मंत्री का निर्देश
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
8:07 AM
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