तैंतालिस डायट की लापरवाही से प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया फंसी : नामों का मिलान कराने के काम में विलंब होने की आशंका
- प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती : लखनऊ समेत 43 जिलों ने नहीं भेजे पात्रों के नाम
- उच्चस्तरीय बैठक में बनी सहमति शासनादेश जल्द
खबर साभार : अमर उजाला |
लखनऊ : तैंतालिस जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) की लापरवाही से 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया फंस गई है। ऐसे में एनआइसी को पात्रों की सूची भेजकर ऑनलाइन नामों का मिलान कराने के काम में विलंब होने की आशंका है। एनआइसी से पुष्टि होने के बाद जिलेवार प्रशिक्षु शिक्षकों के पात्रों की सूची भेजते हुए नियुक्ति पत्र देने का निर्देश दिया जाएगा।
गौरतलब है कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने सभी डायटों को 26 दिसंबर तक पहले तीन चरण के काउंसिलिंग की सूची भेजने का निर्देश दिया था। एससीईआरटी के निदेशक सर्वेद्र विक्रम सिंह ने सभी डायट प्राचार्यों से कहा था पहले, दूसरे और तीसरे चरण के काउंसिलिंग में चयनितों की सूची हर हाल में 29 दिसंबर तक उपलब्ध कराएं, लेकिन सोमवार तक महज 32 जिलों ने ही पहले तीन चरण के काउंसिलिंग में चयनितों की सूची भेजी है। अब एससीईआरटी ने हर हाल में 30 दिसंबर तक सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
दो चरणों में प्रशिक्षण : शासन ने चयनित प्रशिक्षु शिक्षकों को दो चरणों में प्रशिक्षण दिलाने का निर्णय किया है। बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव एचएल गुप्ता ने बताया कि प्रशिक्षु शिक्षकों के प्रयोगात्मक और क्रियात्मक प्रशिक्षण डायट और स्कूलों के माध्यम कराने की तैयारी है। यह निर्णय डायट और स्कूलों की क्षमता को देखते हुए किया गया है।
तैंतालिस डायट की लापरवाही से प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया फंसी : नामों का मिलान कराने के काम में विलंब होने की आशंका
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
9:10 AM
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