दो फरवरी से शिक्षण कार्य का बहिष्कार करेंगे शिक्षामित्र : समायोजन की रफ्तार बेहद सुस्त होने से आक्रोश
लखनऊ (एसएनबी)। उप्र शिक्षामित्र शिक्षक कल्याण समिति ने दो फरवरी से
शिक्षण कार्य के बहिष्कार का ऐलान किया है। समिति के प्रदेश अध्यक्ष अनिल
कुमार वर्मा ने कहा कि द्वितीय बैच के शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए
समय-सारिणी जारी होने तक उनका आन्दोलन चलता रहेगा। उन्होंने बताया कि
द्वितीय बैच में 92 हजार शिक्षामित्रों का प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में
सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन होना है। रिजल्ट घोषित हुए करीब एक महीना
हो चुका है, लेकिन अभी तक समायोजन की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। उन्होंने
इस मामले में राज्य के शिक्षामंत्री राम गोबिंद चौधरी से हस्तक्षेप की
मांग की है, ताकि द्वितीय बैच के प्रशिक्षण पूरा कर चुके शिक्षामित्रों का
समायोजन सहायक अध्यापक के पदों पर हो सके। उन्होंने बताया कि शिक्षामित्र दो से छह फरवरी तक शिक्षण कार्य का बहिष्कार, 9, 10 व 11 फरवरी को विद्यालयों में काली पट्टी बांधेंगे। इसके बाद 17 फरवरी को विद्यालयों में पूरी तरह तालाबंदी करने के साथ ही 26 फरवरी को जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करके मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन भेजा जाएगा। उल्लेखनीय है कि बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव ने 88 हजार शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए प्रस्ताव भेजा था, लेकिन विभाग के सचिव हीरालाल गुप्ता ने सभी 92 हजार शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए प्रस्ताव नये सिरे से भेजने का निर्देश दिया है। इसके बाद से विभाग में शिक्षामित्रों के समायोजन की रफ्तार बेहद सुस्त हो गयी है, इससे शिक्षामित्रों में आक्रोश है। |
दो फरवरी से शिक्षण कार्य का बहिष्कार करेंगे शिक्षामित्र : समायोजन की रफ्तार बेहद सुस्त होने से आक्रोश
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
7:30 AM
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