अब स्कूलों की ऑनलाइन निगरानी : बेसिक शिक्षा विभाग अपनाएगा वेब बेस्ड मैनेजमेंट
नई व्यवस्था:-
- ट्रिपलआईटी स्कूलों के लिए तैयार करेगा साफ्टवेयर
- सभी स्कूलों को देंगे ग्रेडिंग, सुधार में मिलेगी मदद
- स्कूलों में छात्रों-शिक्षकों की उपस्थिति की होगी जांच
इलाहाबाद। यूपी के सरकारी बेसिक स्कूलों की अब ऑनलाइन
जांच होगी। प्रदेशभर के लगभग डेढ़ लाख प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों
के साथ तीन लाख से अधिक शिक्षकों के मूल्यांकन के लिए प्रदेश सरकार वेब
बेस्ड मॉनीटरिंग सिस्टम अपनाने जा रही है।
सरकार ने इसका जिम्मा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को दिया है। एससीईआरटी निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम सिंह ने इस मिशन के लिए भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटी) निदेशक प्रो. सोमनाथ बिस्वास को पत्र लिखकर तकनीकी सहयोग मांगा है।
एससीईआरटी ने स्कूलों और शिक्षकों के मूल्यांकन के लिए प्रपत्र भी तैयार कर लिया है। लेकिन इस मिशन को पूरा करने के लिए ऐसे संस्थान के सुझाव और सहयोग की आवश्यकता है जिसे सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) में विशेषज्ञता हासिल है। ट्रिपलआईटी के विशेषज्ञ वेब आधारित मॉनीटरिंग के लिए साफ्टवेयर तैयार करेंगे। इस साफ्टवेयर की मदद से स्कूलों पर ठीक उसी प्रकार नजर रखी जा सकेगी जैसे इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम (आईवीआरएस) के जरिए मिड-डे-मील की मॉनीटरिंग हो रही है।
इसके जरिए स्कूलों को ग्रेडिंग दी जाएगी और जहां पढ़ाई-लिखाई का माहौल सही नहीं है उससे सुधारने में मदद मिलेगी। एससीईआरटी ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) प्राचार्य विनोद कृष्ण को ट्रिपलआईटी से समन्वय स्थापित करने का जिम्मा सौंपा है। इस बारे में ट्रिपलआईटी निदेशक प्रो. सोमनाथ बिस्वास ने बताया कि एससीईआरटी निदेशक का पत्र मिला है। इस संबंध में डायट अफसरों के साथ ट्रिपलआईटी के विशेषज्ञों की बैठक होने वाली है।
सरकार ने इसका जिम्मा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को दिया है। एससीईआरटी निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम सिंह ने इस मिशन के लिए भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटी) निदेशक प्रो. सोमनाथ बिस्वास को पत्र लिखकर तकनीकी सहयोग मांगा है।
एससीईआरटी ने स्कूलों और शिक्षकों के मूल्यांकन के लिए प्रपत्र भी तैयार कर लिया है। लेकिन इस मिशन को पूरा करने के लिए ऐसे संस्थान के सुझाव और सहयोग की आवश्यकता है जिसे सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) में विशेषज्ञता हासिल है। ट्रिपलआईटी के विशेषज्ञ वेब आधारित मॉनीटरिंग के लिए साफ्टवेयर तैयार करेंगे। इस साफ्टवेयर की मदद से स्कूलों पर ठीक उसी प्रकार नजर रखी जा सकेगी जैसे इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम (आईवीआरएस) के जरिए मिड-डे-मील की मॉनीटरिंग हो रही है।
इसके जरिए स्कूलों को ग्रेडिंग दी जाएगी और जहां पढ़ाई-लिखाई का माहौल सही नहीं है उससे सुधारने में मदद मिलेगी। एससीईआरटी ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) प्राचार्य विनोद कृष्ण को ट्रिपलआईटी से समन्वय स्थापित करने का जिम्मा सौंपा है। इस बारे में ट्रिपलआईटी निदेशक प्रो. सोमनाथ बिस्वास ने बताया कि एससीईआरटी निदेशक का पत्र मिला है। इस संबंध में डायट अफसरों के साथ ट्रिपलआईटी के विशेषज्ञों की बैठक होने वाली है।
इनका कहना है :-
एससीईआरटी के निर्देश पर ट्रिपलआईटी से संपर्क किया जा रहा है ताकि वेब आधारित मॉनीटरिंग की योजना को लागू किया जा सके।विनोद कृष्ण, प्राचार्य डायट
मॉनीटरिंग के मुख्य बिन्दु:-
- शिक्षकों की निष्पादन क्षमता का आंकलन
- शैक्षिक मूल्याकंन जैसे कोर्स समय से पूरा हुआ या नहीं
- शिक्षकों और छात्र-छात्रओं की स्कूल में उपस्थिति
- क्लास में बच्चों को बात रखने का मौका दिया जाता है या नहीं
- शिक्षक बेहतर शिक्षण विधियों को खोजने को प्रयासरत हैं या नहीं
- पठन-पाठन में टीचिंग लर्निग मैटेरियल (टीएलएम) का उपयोग
- परिवेश में उपलब्ध संसाधनों का कक्षा शिक्षण में उपयोग आदि
अब स्कूलों की ऑनलाइन निगरानी : बेसिक शिक्षा विभाग अपनाएगा वेब बेस्ड मैनेजमेंट
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
10:07 AM
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